जयपुर. पेट्रोल-डीजल और बढ़ती महंगाई के खिलाफ कांग्रेस पार्टी की ओर से 14 नवंबर से 29 नवंबर तक देशव्यापी जनजागरण अभियान चलाया जाएगा. इन 15 दिनों में देश के हर राज्य में कांग्रेस पार्टी की ओर से 7 दिन का अभियान चलाया जाएगा. इसके तहत राजस्थान में 14 नवंबर से 20 नवंबर तक जन जागरण अभियान चलेगा.
राजस्थान में जन जागरण अभियान की शुरुआत 14 नवंबर को जयपुर में स्टेच्यू सर्किल से कांग्रेस मुख्यालय तक निकाले जाने वाले पैदल मार्च से होगी. पैदल मार्च में राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और गहलोत मंत्रिमंडल के सदस्य शामिल होंगे. वहीं, जब पैदल मार्च प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंचेगा तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंचकर पंडित जवाहरलाल नेहरू को श्रद्धांजलि देंगे. इसके साथ ही राजस्थान के सभी जिलों में विधायकों, सांसदों, विधायक प्रत्याशियों, सांसद प्रत्याशियों, कांग्रेस पदाधिकारियों, एआईसीसी और पीसीसी सदस्यों की ओर से पैदल मार्च निकाले जाएंगे और रात्रि विश्राम भी किया जाएगा.
बता दें, इसके पीछे कांग्रेस पार्टी का उद्देश्य है कि पैदल मार्च के जरिए जहां सीधे जनता में कांग्रेस के नेता मोदी सरकार की गलत नीतियों को लेकर संदेश देंगे तो वही जहां रात्रि विश्राम करेंगे. इससे क्षेत्र की जनता से सीधा संवाद भी इन नेताओं का कायम हो सकेगा. इसके बाद 15 नवंबर से कांग्रेस के यही नेता प्रभातफेरियां भी लगाते हुए दिखाई देंगे.
संगठन का इंतजार मुख्यमंत्री वैट घटाए तो...
भले ही कांग्रेस पार्टी ने जन जागरण अभियान के तहत अपने कार्यक्रमों का ऐलान कर दिया हो, लेकिन हकीकत यह है कि कांग्रेस संगठन के नेता इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि कब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजस्थान में वैट की दरों में कटौती करेंगे. जब वे इस अभियान के तहत गांव-ढाणियों में पहुंचेंगे तो वे जनता में यह संदेश दे सके कि भले ही राजस्थान की वित्तीय हालात खराब है लेकिन उसके बावजूद भी कांग्रेस पार्टी राजस्व घाटा उठाकर भी जनता के लिए निर्णय लेती है.
संगठन के नेता जानते हैं कि अगर वैट की दरों में कटौती नहीं की गई तो फिर इस अभियान का राजस्थान में कांग्रेस पार्टी को कोई फायदा नहीं होगा. ऐसे में राजस्थान की आम जनता ही नहीं बल्कि कांग्रेस संगठन से जुड़े नेता भी मुख्यमंत्री की ओर टकटकी लगाकर बैठे हैं कि वह कब राजस्थान में वैट की दरों में कटौती करते हैं. कहा जा रहा है की रविवार 14 नवंबर से तो यह जन जागरण अभियान शुरू हो जाएगा ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वैट की दरों में कटौती का निर्णय आज शाम तक ले लेंगे.