जयपुर. जिला प्रशासन की ओर से ई मित्रों पर औचक निरीक्षण का चलाया जा रहा अभियान समाप्त हो गया है. इस अभियान के तहत जयपुर जिले में ई मित्रों का औचक निरीक्षण किया गया. निरीक्षण में सेवाओ के बदले अधिक राशि की वसूली करने पर 30 ई मित्रों पर पांच-पांच हजार का जुर्माना लगाया गया और उनकी सेवाएं 15 दिन के लिए निलंबित कर दी गई है.
ई मित्र केंद्रों पर जनता से सेवाओं के बदले निर्धारित राशि से अधिक राशि वसूल करने की लगातार शिकायतें मिल रही थी. ऐसे में जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए एक अभियान चलाया था. इस अभियान के तहत करीब 321 ई मित्र केंद्रों का निरीक्षण किया गया और इसमें से 260 ई मित्र केंद्रों की सेवाएं संतोषप्रद मिली.
इस निरीक्षण में 30 ई मित्र केंद्र पर अधिक राशि वसूलने पर पांच-पांच हजार का जुर्माना लगाया गया और उनकी सेवा में 15 दिन के लिए निलंबित कर दी गई. वहीं 31 ई मित्र केंद्रों पर रेट लिस्ट नहीं मिली, इस पर सभी ई-मित्र केंद्रों पर एक-एक हजार का जुर्माना लगाया गया. निरीक्षण में जिले में काम कर रहे सभी एसडीएम बीडीओ, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा बोगस ग्राहक भेजकर ई मित्र केंद्र की जांच की गई.
अतिरिक्त जिला कलेक्टर उत्तर कनिष्क सैनी और एसीपी उपनिदेशक रितेश कुमार शर्मा ने गुरुवार को जयपुर जिले में ई-मित्र संचालन के लिए अनुबंधित स्थानीय सेवा प्रदाताओं के साथ जिले में ई-मित्र केंद्र के सुचारू और नियमानुसार संचालन के संबंध में एक बैठक भी की थी. रितेश कुमार शर्मा ने बताया कि अब ई-मित्र केंद्र समस्त राजकीय योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने का आसान माध्यम के रूप में विकसित हो गया हैं. 400 से अधिक प्रकार की सेवाएं इन ई मित्र केन्द्रों द्वारा दी जा रही है.
बैठक में जिले में कार्यरत ई मित्र केंद्र पर ओवरचार्जिंग की बढ़ती शिकायतों पर चिंता जताई और चेतावनी देते हुए कहा कि ई मित्रों द्वारा अधिक वसूली की शिकायत का दोषी पाए जाने पर आर्थिक जुर्माना और निलंबन निरस्त करने की कारवाई के अलावा कानूनी कारवाई अमल में लाई जाएगी. जिले में जयपुर, कोटपुतली, शाहपुरा में 7-7 ई मित्रों पर पांच पांच हजार का जुर्माना और 15 दिन के लिए सेवाएं निलंबित की गई है. इसके अलावा यह कार्रवाई चाकसू में 3, जमवारामगढ़ में एक और विराट नगर के 5 ई मित्रों पर की गई है.