जयपुर. प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र के अपहरण (Jaipur Student Kidnapping) मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी प्रह्लाद सिंह भाटी और मोहम्मद आदिल को धर दबोचा. शिप्रा पथ थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों को पाली के सोजत से तकनीकी टीम और मुखबीर की मदद से गिरफ्तार किया.
शिप्रा पथ थाना अधिकारी महावीर सिंह राठौड़ के मुताबिक किडनैप किए गए छात्र के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने आरोपियों से अपहरण की वारदात को अंजाम देने में प्रयुक्त एक अवैध पिस्टल, डंडा, पीड़ित से लूटा गया मोबाइल और उसके एटीएम कार्ड बरामद किए हैं. 27 जुलाई को दुर्गापुरा स्थित महारानी फार्म के पास एक चाय की थड़ी से इनोवा सवार बदमाशों ने हरकेश मीणा नाम के युवक का अपहरण किया था. किडनैपिंग की इस वारदात को अंजाम देने के लिए हरकेश मीणा का दोस्त शिव प्रकाश झांसा देकर उसे कार खरीदने के बहाने एक चाय की थड़ी पर लेकर गया था.
इस दौरान इनोवा सवार आधा दर्जन बदमाश मौके पर आए और हरकेश मीणा को किडनैप कर उदयपुर ले गए. बदमाशों ने पिस्टल की नोक पर हरकेश मीणा के साथ जमकर मारपीट की और उसे बंधक बना लिया. यहां से बदमाश मारपीट कर हाथ-पांव बांधकर गाड़ी में पटक कर उसके एक अन्य साथी लक्ष्य चौधरी के फ्लैट पर ले गए. बदमाशों ने हरकेश मीणा के साथ पर फ्लैट पर मारपीट करते हुए उसे यातनाएं दी. बदमाशों ने 2 दिन तक मारपीट करते हुए हरकेश के अकाउंट से ऑनलाइन 10 हजार रुपये डलवा लिए, फिर बाद में परिजनों को मोबाइल पर धमकी देते हुए 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी.
जान का खतरा होने पर और मारपीट के डर से हरकेश मीणा ने जयपुर चलने पर 10 लाख रुपये देने की बात कही. रात को उदयपुर में अपहरणकर्ता फ्लैट पर सो गए. जैसे ही बदमाशों को नींद आई, ठीक वैसे ही पीड़ित हरकेश मीणा खुद को उनके चंगुल से छुड़ाकर घायल अवस्था में उदयपुर के नजदीकी सुखेर थाने पहुंच गया. यहां पहुंचने पर उसने परिजनों को और पुलिस को पूरी आपबीती बताई. घटना के बाद सुखेर थाना पुलिस ने घायल अवस्था में हरकेश मीणा को एक निजी अस्पताल में भर्ती करवा दिया, लेकिन घटना के बाद सभी बदमाश उदयपुर से फरार हो गए. मोबाइल फोन पर मिली जानकारी पर परिजन उदयपुर पहुंचे और हरकेश को जयपुर लेकर आए.
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पुलिस के मुताबिक पीड़ित के भाई लोकेश मीणा ने 31 जुलाई को शिव प्रकाश मीणा समेत अन्य बदमाशों के खिलाफ किडनैपिंग का मामला दर्ज कराया. जांच करते हुए पुलिस ने मुखबिर की इत्तला और तकनीकी टीम की मदद से अपहरण करने वाले दो बदमाशों प्रह्लाद सिंह भाटी और मोहम्मद आदिल को पाली जिले से दबोच लिया. शिप्रा पथ थाने लाने के बाद जब पुलिस ने आरोपियों से कड़ी पूछताछ की तो पता चला हरकेश मीणा के दोस्त शिव प्रकाश मीणा ने किडनैपिंग की यह सारी (Entangled in Friendship for Money) योजना तैयार की थी. योजना के तहत शिव प्रकाश ने हरकेश मीणा को एक बड़ा सटोरिया बताया और हरकेश मीणा के काफी रुपये कमाने पर फिरौती मांगने की यह साजिश रच डाली.
योजना के तहत शिव प्रकाश ने आरोपी प्रह्लाद सिंह और उसके साथी मोहम्मद आदिल, उदयपुर के साथी लक्ष्य चौधरी, समीर खान और इरफान के साथ मिलकर इनोवा गाड़ी किराए पर लेकर किडनैपिंग की (Kidnapped Youth) इस वारदात को अंजाम दिया था. हालांकि, इस पूरे प्रकरण में अभी समीर खान, इरफान, लक्ष्य चौधरी फरार चल रहे हैं. फरार आरोपियों को भी गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है. किराए पर गाड़ी उपलब्ध कराने वाली एजेंसी से भी पुलिस पूछताछ कर रही है.