जयपुर. राजस्थान में कोविड-19 संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है और कोरोना की इस दूसरी लहर को देखते हुए अस्पतालों के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है. राजधानी जयपुर की बात की जाए तो कोरोना डेडिकेटेड RUHS अस्पताल में धीरे-धीरे मरीजों की संख्या बढ़ रही है और अब तक 400 से अधिक मरीज अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं. ऐसे में अस्पताल प्रशासन ने कोरोना केस से निपटने के लिए तैयारी शुरू कर दी है.
RUHS अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अजीत सिंह का कहना है कि करीब 1 महीने पहले अस्पताल में सिर्फ 11 मरीज कोविड-19 के भर्ती थे लेकिन बीते 1 महीने से एक बार फिर संक्रमण के मामले लगातार बढ़े हैं तो अस्पताल में मरीजों की संख्या में एक बार फिर इजाफा हुआ है. ऐसे में एक बार फिर से अस्पताल को अलर्ट मोड पर लाया गया है. जिससे आपातकालीन परिस्थिति में भर्ती मरीजों को इलाज मुहैया करवाया जा सके. डॉ अजीत सिंह का कहना है कि हमने अस्पताल में आपातकालीन यूनिट को एक बार फिर से एक्टिव किया है और आपातकालीन स्थिति में अस्पताल में आने वाले मरीजों के लिए ऑक्सीजन बेड और ऑक्सीजन व्हीलचेयर की व्यवस्था की गई है.
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मौजूदा स्थिति
आरयूएचएस अस्पताल जयपुर का एकमात्र फिलहाल कोविड-19 डेडिकेटेड अस्पताल है. ऐसे में एक बार फिर से अस्पताल से रिलीव किए गए हेल्थ वर्कर्स को वापस बुलाया जा रहा है क्योंकि संक्रमण के मामले लगातार राजधानी में बढ़ रहे हैं. यही नहीं, कोविड-19 संक्रमण के बाद गंभीर केस भी अब लगातार अस्पताल में आने लगे हैं. इसके साथ ही दवाइयों की उपलब्धता को लेकर भी निर्देश जारी किए गए हैं. जिससे समय पर मरीजों को दवाई उपलब्ध हो सके.
400 से अधिक मरीज भर्ती...
आरयूएचएस अस्पताल में 10 अप्रैल तक 416 कोविड-19 संक्रमित मरीजों को भर्ती किया गया है. जिसमें से 82 मरीजों को आईसीयू में रखा गया है तो वहीं करीब 7 से 8 मरीज वेंटिलेटर पर है इसके अलावा बीते 24 घंटों में 105 नए मरीज अस्पताल में एडमिट हुए हैं. हालांकि, RUHS अस्पताल में अभी भी करीब 900 बेड खाली हैं. ऐसे में मरीजों को फिलहाल अस्पताल में ही रेफर किया जा रहा है और प्राइवेट अस्पतालों की तरफ मरीज रुख नहीं कर रहे हैं.
जयपुरिया अस्पताल में बेड आरक्षित...
वहीं चिकित्सा विभाग ने मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकारी क्षेत्र के जयपुरिया अस्पताल में करीब 150 बेड कोविड-19 संक्रमित मरीजों के लिए आरक्षित किए हैं क्योंकि जयपुर सहित प्रदेश में लगातार संक्रमित रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है. इसके अलावा संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच निजी अस्पतालों की मॉनिटरिंग के लिए अधिकारियों को भी तैनात किया गया है. जयपुर के 45 बड़े अस्पतालों के लिए आईएएस और आरएएस अधिकारी नियुक्त किए गए हैं तो वहीं अन्य जिलों के लिए संबंधित जिला कलेक्टर को जिम्मेदारी सौंपी गई है.
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निजी अस्पतालों में भी बेड आरक्षित...
वहीं चिकित्सा विभाग ने आदेश निकालते हुए प्रदेश के निजी अस्पतालों में भी कोविड-19 संक्रमित मरीजों के लिए बेड आरक्षित करने के निर्देश दिए हैं आदेश में कहा गया है कि ऐसे निजी अस्पताल जिनमें 60 या 60 से अधिक बेड उपलब्ध है उनके 25% बेड और 25% आईसीयू कोविड-19 मरीजों के लिए आरक्षित करने के निर्देश जारी किए गए हैं.
माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने के निर्देश...
राज्य सरकार ने आदेश निकालते हुए कहा है कि जिन क्षेत्रों में संक्रमित मरीजों की संख्या अधिक आ रही है. उन क्षेत्रों में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने के निर्देश दिए हैं. खासकर ऐसे स्थानों पर जहां एक ही जगह अधिक संक्रमित मरीज पाए जा रहे हैं. जिनमें अपार्टमेंट कॉलोनियों को शामिल किया गया है. इसके अलावा सरकार की ओर से कक्षा 1 से 9 तक की सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है. इसके अलावा सिनेमा, हॉल, स्विमिंग पूल और जिम आदि पर भी रोक लगा दी गई है.