जयपुर. राजधानी की शिप्रापथ थाना पुलिस ने खातेदारों के फर्जी हस्ताक्षर कर खातेदारों को आरक्षण में प्राप्त करोड़ों रुपए की भूमि को हड़पने वाले नामी बिल्डर और लोटस रियल स्टेट ग्रुप के मालिक को गिरफ्तार (Well known builder arrested In Jaipur) किया है. पुलिस की प्रारम्भिक जांच में सामने आया कि आरोपी ने 100 करोड़ से ज्यादा रुपए की धोखाधड़ी की है. फिलहाल पुलिस आरोपित से पूछताछ करने में जुटी हुई है.
डीसीपी साउथ मृदुल कच्छावा ने बताया कि नामी बिल्डर और लोटस रियल स्टेट ग्रुप का मालिक महेश कुमार जैन निवासी मालवीय नगर को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि आरोपी ने फर्जी तरीके से खातेदारों की जमीन के आवंटन पत्र अपने नाम कर के बेच दिया. बता दें कि आरोपी ने 100 करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी की है. इस संबंध में परिवादी धन्नालाल रेगर निवासी मांग्यावास ने शिप्रा पथ थाने में 25 फरवरी 2022 को मामला दर्ज कराया था. आरोपी ने अपने और अपने रिश्तेदारों के नाम पर खातेदारों की जमीन के आवंटन पत्र भी प्राप्त किए. इसके बाद उन्हें विकसित भूमि बताते हुए बेच दिया.
जब खातेदारों को इसकी भनक लगी तो उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस में की. पुलिस ने आरोपी की तरफ से जेडीए में प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों पर मौजूद खातेदारों के हस्ताक्षरों का एफएसएल परीक्षण करवाया. एफएसएल परीक्षण में तमाम हस्ताक्षर फर्जी पाए गए जिसके बाद ईश्वर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शनिवार को महेश जैन को गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ में जुटी है. इस फर्जीवाड़े के पूरे खेल में उसके साथ और कौन-कौन लोग शामिल हैं, इसकी भी जानकारी पुलिस (Jaipur police ) जुटा रही है.
समझें पूरा मामला!: आरोपी ने खातेदारों (जो किसान थे) (Account holders) को सरकार से मिलने वाला 15% विकसित भूमि का लाभ दिलाने का झांसा देकर उनकी जमीनों के कागज प्राप्त किए. इसके बाद उन कागजों में हेरफेर कर फर्जी दस्तावेज तैयार किए और खातेदारों की जमीनों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अपने और अपने रिश्तेदारों के नाम आवंटित करवा लिया. आरोपी ने 9 खातेदारों की जमीन को अपने नाम पर और 2 खातेदारों की जमीन को अपने रिश्तेदारों के नाम पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आवंटित करवाया.