जयपुर. कॉलेज शिक्षा विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर (सहायक आचार्य) भर्ती के लिए होने वाली परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाने की मांग अब तेज होने लगी है. यह परीक्षा इस साल अप्रैल-मई में दो चरण में होने वाली है. लेकिन, उच्च शिक्षित बेरोजगारों की मांग है कि इस तिथि को आगे बढ़ाया जाए.
इसके साथ ही बेरोजगारों ने सेट परीक्षा का आयोजन करवाने और असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती में पदों की संख्या बढ़ाने की भी मांग रखी है. अपनी मांगों के समर्थन में बुधवार को उच्च शिक्षित बेरोजगारों ने राजस्थान विश्वविद्यालय में प्रदर्शन किया. इस दौरान आरपीएससी अध्यक्ष भूपेंद्र यादव के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया. राजस्थान विश्वविद्यालय में प्रदर्शन करने वाले उच्च शिक्षित बेरोजगारों का कहना है कि आरपीएससी ने सभी विषयों का विस्तृत पाठ्यक्रम कुछ दिन पहले ही आनन-फानन में जारी किया है. जबकि, परीक्षा 4 अप्रैल से 2 मई तक दो चरणों में प्रस्तावित है. ऐसे में विस्तृत पाठ्यक्रम को पढ़ने के लिए कम से कम छह महीने का समय चाहिए. इसलिए वे परीक्षा तिथि आगे बढ़वाने की मांग कर रहे हैं.
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उनका यह भी कहना है कि 2014 के बाद सहायक आचार्य के पदों पर भर्ती नहीं हुई है. वर्तमान में 918 पदों की भर्ती निकाली गई है. जबकि, सरकार ने 2 साल में 90 से ज्यादा सरकारी कॉलेज खोले हैं. इसलिए उच्च शिक्षित बेरोजगार पदों की संख्या बढ़ाकर दोगुनी करने की भी मांग कर रहे हैं. राजस्थान में सेट परीक्षा का आयोजन आखिरी बार 2013 में हुआ था. सेट सहायक आचार्य भर्ती की योग्यता में भी शामिल है. इसलिए सहायक आचार्य परीक्षा से पहले सेट परीक्षा का आयोजन करवाने की मांग भी बेरोजगार कर रहे हैं. उनका कहना है कि अन्य राज्यों में कॉलेज व्याख्याता से पहले सेट परीक्षा का आयोजन होता है. ऐसे में यदि यह परीक्षा नहीं होती है, तो असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती कोर्ट में भी अटक सकती है.