जयपुर. राजधानी में पुलिस की आईटी सेल पहले के मुकाबले अब काफी मजबूत हो चली है. यही कारण है राजधानी में गत दिनों हुई अपहरण की दो वारदातों को महज कुछ ही घंटों के अंदर आईटी सेल के सहयोग से पुलिस ने सुलझा लिया.
जानकारी के अनुसार नाहरगढ़ थाना क्षेत्र से एक फाइनेंस कारोबारी का अपहरण कर बदमाश उसे पाली जिले में ले गए. जहां इससे पहले कि बदमाश अपहृत युवक के साथ कोई अनहोनी घटना को अंजाम देते पुलिस ने बदमाशों को दबोच लिया. इसी प्रकार से मानसरोवर थाना क्षेत्र से एक युवक के अपहरण की वारदात का महज कुछ ही घंटे में पुलिस की ओर से खुलासा किया गया.
वहीं एडिशनल पुलिस कमिश्नर, क्राइम अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि नाहरगढ़ थाना क्षेत्र से एक फाइनेंस कारोबारी का कार सवार तीन बदमाश अपहरण कर पहले मानसरोवर और फिर पाली जिले ले गए. इस वारदात को सुलझाने में जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की आईटी सेल का महत्वपूर्ण योगदान रहा. फाइनेंस कारोबारी सलामुद्दीन का अपहरण करने वाले आरोपियों ने सलामुद्दीन के परिजनों को फोन कर 5 लाख रुपए की फिरौती मांगी. बदमाशों ने जिस नंबर से फोन कर फिरौती की मांग की थी, उस नंबर को आईटी सेल ने ट्रेस करना शुरू किया और बदमाशों की लोकेशन पाली जिले के निमाज में पाई गई.
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जिसकी सूचना तुरंत पाली जिला पुलिस और जयपुर पुलिस को दी गई. सूचना पर जयपुर पुलिस ने पाली पुलिस के साथ एक जॉइंट ऑपरेशन चलाते हुए, अपहृत फाइनेंस कारोबारी सलामुद्दीन गौरी को मुक्त करवाया. साथ ही तीन बदमाश दिलीप चौधरी, दिनेश कुमावत और ताराचंद जांगिड़ को गिरफ्तार किया. आपस में रुपयों के लेन-देन के चलते ही आरोपियों ने फाइनेंस कारोबारी का अपहरण किया था.