जयपुर. राजधानी में बढ़ती वाहन चोरी की वारदातों पर लगाम लगाने के लिए जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के ईस्ट जिले की डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम ने अपनी कमर कस ली है. वाहन चोरों की धरपकड़ के लिए पुलिस की ओर से विशेष अभियान चलाया जा रहा है. वहीं अभियान का सकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिला है और वाहन चोरी की वारदातों में 50% की कमी दर्ज की गई है. जहां पहले ईस्ट जिले में औसतन 10 वाहन चोरी प्रतिदिन दर्ज की जाती थी उसकी संख्या घटकर अब चार से पांच रह गई है. इसके साथ ही कई अंतरराज्यीय वाहन चोर भी पुलिस की ओर से गिरफ्तार किए गए हैं.
डीसीपी ईस्ट राहुल जैन ने बताया कि राजधानी में बढ़ रही वाहन चोरी की वारदातों पर लगाम लगाने के लिए नई रणनीति के तहत कार्य किया जा रहा है. लॉकडाउन के दौरान जो वाहन पुलिस की ओर से जब्त किए गए थे, उनके कागजातों की जब जांच की गई तो उसमें से अधिकांश वाहन चोरी के निकले.
ऐसे में पुलिस ने वाहन चला रहे लोगों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की तो उन्होंने वाहन चुराने की बात कबूली. इसके साथ ही राजधानी में प्रतिदिन की जा रही नाकाबंदी के दौरान भी दुपहिया वाहनों के कागजातों की जांच की जाती है और कुछ भी संदिग्ध पाए जाने पर वाहन चालक से पूछताछ की जाती है और वाहन को सीज किया जाता है.
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पुलिस की ओर से की जा रही कार्रवाई के चलते ही वाहन चोरी की वारदातों में काफी कमी दर्ज की गई है. वाहन चोरी की वारदातों में कमी आने के साथ ही चैन स्नैचिंग, पर्स स्नैचिंग और स्मैक की तस्करी के प्रकरणों में भी कमी दर्ज की गई है. चोरी के वाहनों का प्रयोग कर ही बदमाश इन तमाम वारदातों को अंजाम देते हैं और वाहन चोरी की वारदातों में कमी आने के फलस्वरुप ही अन्य वारदातों में भी कमी देखी गई है.