जयपुर. राजधानी की रामगंज थाना पुलिस ने नगीनों की गद्दी से हुई चोरी की वारदात का पर्दाफाश कर दिया (Jaipur Police busted thief gang) है. पुलिस ने शुक्रवार को नकबजनी करने वाली गैंग का पर्दाफाश कर के 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी मोहम्मद दानिश, अमजद अंसारी, नईम, जसीमुद्दीन, सलीम, इदरीश हुसैन हैं. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक करोड़ रुपए कीमत के करीब 40 किलो जेवरात बरामद किए हैं.
रामगंज थाना पुलिस, सीएसटी और डीएसटी टीम ने संयुक्त कार्रवाई को अंजाम दिया है. डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख के मुताबिक 25 जुलाई को पीड़ित राजेश मोदी ने रामगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि वह जेवरात और ज्वेलरी का काम करता है. रामगंज इलाके में 25 जुलाई की रात 2 बजे दो चोर ऑफिस की गद्दी के ताले तोड़ कर अंदर घुसे और गेट तोड़कर कीमती सामान चोरी कर ले गए. जिसमें 15 किलो चांदी के जेवर समेत अन्य एंटीक आइटम, जेवरात, पन्ना, माणक थे. जिसकी कीमत करीब एक करोड़ रुपए से भी ज्यादा की है.
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चोर ऑफिस में लगे सीसीटीवी कैमरे और डीवीआर को भी चोरी कर ले गए. पुलिस ने पीड़ित की रिपोर्ट पर मामला दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू की. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एडिशनल डीसीपी नॉर्थ सुमन चौधरी और एसीपी रामगंज सुनील प्रसाद शर्मा के निर्देशन में रामगंज थाना अधिकारी भूरी सिंह के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया. पुलिस की स्पेशल टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले.
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोरों की तलाश की गई. पुलिस ने मुखबिर और तकनीकी सहायता के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार करके 40 किलो जेवरात बरामद कर लिए हैं. वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी नईम, जसीमुद्दीन और सलीम के साथ ही चोरी का माल खरीदने वाले अमजद अंसारी, दानिश और इदरीश को भी गिरफ्तार किया गया है. कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
वारदात का तरीका: रामगंज थाना अधिकारी भूरी सिंह के मुताबिक वारदात से करीब 1 महीने पहले घटनास्थल की रेकी की गई थी. आरोपी अमजद अंसारी 1 महीने पहले घटनास्थल पर जाकर चोरी करने के तरीके और चोरी के लिए गद्दी और रास्ते का वीडियो बनाकर ले गया था. वीडियो दिखा कर उसने जसीमुद्दीन उर्फ जस्सू उर्फ फारुख को चोरी करने के लिए तैयार किया था. घटना से 1 दिन पहले अमजद ने जसीमुद्दीन को गद्दी दिखाई थी. जसीमुद्दीन ने चोरी के लिए अपने साथी नईम को भी वारदात में शामिल कर लिया था.
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योजना के अनुसार 25 जुलाई की रात करीब 9:30 बजे आरोपी दो नंबर पुलिया नाले के पास से होते हुए चार दरवाजा पहुंचे थे. घोड़ा निकास रोड होते हुए शिकारियों की मोरी पतंग वालों के मोहल्ले से होते हुए फूटा खुर्रा रामगंज पहुंचे. फूटा खुर्रा रामगंज में ही चोरी करने की योजना तैयार कर रखी थी. जसीमुद्दीन ने नईम को चोरी करने से पहले उस स्थान की रेकी करवाई, जहां से चोरी करनी थी.
उसके बाद दोनों रामगंज बाजार जाकर बैठ गए और सही समय का इंतजार करने लगे. इसके बाद रात करीब 2 बजे चोरी के लिए मौके पर पहुंचे. आरोपियों ने सरिए से ताला तोड़कर अंदर प्रवेश किया. अंदर घुसकर गद्दी का ताला तोड़ा डीवीआर तोड़कर सीसीटीवी कैमरा भी चोरी कर लिया. ताकि सीसीटीवी कैमरा में घटना रिकॉर्ड नहीं हो सके. इसके बाद कमरे का किवाड़ तोड़कर सामान को बैग में भरकर चोरी कर ले गए.