जयपुर. जयपुर पुलिस ने ब्लैकमेलिंग के मामले में दो कथित पत्रकारों को गिरफ्तार किया है, जिनके नाम वीर सिंह यादव और पूरण सिंह राव है. अशोक नगर थाने में मुस्तगीस डॉ. बलबीर सिंह तोमर को दर्ज यौन शोषण के फर्जी मुकदमे में फंसाकर 15 से 20 करोड़ रुपए के अवैध वसूली की मांग करने का इन पर आरोप है, वहीं मामले में अन्य 12 लोगों के और नाम हैं.
एडिशनल पुलिस कमिश्नर अजयपाल लांबा ने प्रेसवार्ता में बताया कि आरोपी द्वारा कथित पीड़िता व प्रकरण के परिवादी के मध्य हुए सहमति से संबंधों की गोपनीय वीडियो बनाई गई और घटना के करीब 5 माह बाद बलात्कार का प्रकरण दर्ज कराकर उद्यापन करने के लिए परिवादी को फंसाकर 15 से 20 करोड़ रुपए की मांग की गई. वहीं पुलिस द्वारा अनुसंधान से स्पष्ट और आरोपी पूरण सिंह राव द्वारा 25 लाख रुपए की पहली किश्त की अवैध वसूली परिवादी डॉ. बलबीर सिंह तोमर से की गई है.
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वहीं अवैध वसूली के लिए आरोपी पूरण सिंह राव और वीर सिंह द्वारा परिवादी की कानूनी प्रतिनिधि सुशीला चाहर के जरिए मोबाइल व व्हाट्सएप चैट में कॉल द्वारा संपर्क साध कर आमने-सामने बैठकर राशि की मांग की गई. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी पूरण सिंह और वीर सिंह यादव को धर दबोचा. 12 अक्टूबर 2020 को दर्ज मामले में शोभा तोमर, अनुराग तोमर, बी.वी अग्रवाल, राजेश भदोरिया, अजित भदोरिया, नेहा खान, वीर सिंह यादव, पूरण सिंह राव, मिंटू यादव, वी.के शर्मा, धनंजय सिंह, जितेंद्र उनियाल सहित कुल 12 आरोपियों के खिलाफ यौन शोषण के फर्जी मुकदमे में फंसा कर अवैध वसूली का आरोप है.