जयपुर. राजस्थान में कोरोना का कहर लगातार जारी है. कोरोना संक्रमण के दौर में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही है. सरकारी नुमाइंदे भी रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने से नहीं चूक रहे. पिछले दिनों कोतवाली थाना इलाके में इंजेक्शन की होने वाली कालाबाजारी का पुलिस ने भंडाफोड़ किया था और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने मामले में फरार चल रहे मास्टरमाइंड सरगना डॉक्टर को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी का नाम डॉ. जितेश अरोड़ा है.
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आरोपी डॉक्टर गुड़गांव के कोलंबिया एशिया अस्पताल में कार्यरत था. पुलिस ने आरोपी को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया है. पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी जितेश अरोड़ा जयपुर में करीब 1000 रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर सप्लाई कर चुका है. इंजेक्शन को 20 से 25000 की कीमत पर बेचान किया गया था. इतना ही नहीं आरोपी जितेश के संपर्क हिमाचल में रहने वाले एक अन्य सरगना से बताए जा रहे हैं, जो पूरे देश में रेडमेसिविर इंजेक्शन सप्लाई करता है.
पुलिस ने 3 आरोपियों को पहले गिरफ्तार किया था. 21 अप्रैल को फिल्म कॉलोनी स्थित दवा बाजार में मयूर टावर में स्थित दक्ष डिस्ट्रीब्यूटर के मालिक रामअवतार यादव अपने साथी के साथ इंजेक्शनों की कालाबाजारी कर रहा था. पुलिस ने रामअवतार, शंकर दयाल और विक्रम गुर्जर को गिरफ्तार किया था. तीनों से पूछताछ के बाद डॉक्टर अरोड़ा का नाम सामने आया था. इसके बाद आरोपी डॉ. जितेश पुलिस के पकड़े जाने के डर से मोबाइल फोन बंद करके फरार हो गया था. पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी डॉक्टर को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया.