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जयपुरः दहशत फैलाने वाले पैंथर का नाहरगढ़ रेस्क्यू सेंटर में चल रहा स्वास्थ्य परीक्षण - रेस्क्यू सेंटर

राजधानी जयपुर के आबादी क्षेत्र में दहशत फैलाने वाले पैंथर का नाहरगढ़ रेस्क्यू सेंटर में स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है. स्वास्थ्य परीक्षण होने के बाद पैंथर को फिर से जंगल में छोड़ दिया जाएगा.

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दहशत फैलाने वाले पैंथर का नाहरगढ़ रेस्क्यू सेंटर में चल रहा स्वास्थ्य परीक्षण
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Published : Dec 13, 2019, 11:13 PM IST

जयपुर. राजधानी में शुक्रवार को आबादी क्षेत्र में दहशत फैलाने वाले पैंथर का नाहरगढ़ रेस्क्यू सेंटर में स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है. बता दें कि पैंथर का रेस्क्यू ऑपरेशन काफी चुनौतीपूर्ण और जोखिम भरा था. जिसको वरिष्ठ वन्यजीव पशु चिकित्सक डॉ. अरविंद माथुर ने सफलतापूर्वक पूरा किया.

दहशत फैलाने वाले पैंथर का नाहरगढ़ रेस्क्यू सेंटर में चल रहा स्वास्थ्य परीक्षण

बता दें कि रेस्क्यू ऑपरेशन में वन विभाग के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर, मुख्य वन संरक्षक केसी मीणा, डीएफओ सुदर्शन शर्मा, एसीएफ जगदीश गुप्ता, रेंजर जनेश्वर चौधरी सहित वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही. वरिष्ठ वन्यजीव पशु चिकित्सक डॉ. अरविंद माथुर ने बताया कि पैंथर का रेस्क्यू करना काफी चैलेंजिंग काम था. गुरुवार शाम से ही पैंथर को रेस्क्यू करने का प्रयास किया जा रहा था. सुबह पैंथर लाल कोठी इलाके के मकान में घुस गया. जहा पूरी प्लानिंग के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया.

पढ़ेंः फसल का नुकसान होने पर मिलेगा मुआवजा: अशोक चांदना

उन्होंने बताया कि सबसे पहले सभी एग्जिट पॉइंट्स को बंद किया गया ताकि लेपर्ड(पैंथर) बाहर निकलकर किसी प्रकार की जनहानि ना करें. लेपर्ड मकान के जीने में ऊपर नीचे चल रहा था. पैंथर को पकड़ने के लिए दो टीमें बनाई गई. एक टीम ऊपर छत पर और दूसरी टीम पहली मंजिल पर रही. कड़ी मशक्कत के बाद पैंथर को ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू किया गया. पैंथर को नाहरगढ़ रेस्क्यू सेंटर में रखा गया है जहां पर स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है. स्वास्थ्य परीक्षण के बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी.

पढ़ेंः जयपुर: 22 घंटे बाद पैंथर का खौफ खत्म, वन विभाग ने पकड़ा

बता दें कि जयपुर शहर के सबसे ज्यादा भीड़भाड़ वाले इलाके में तख्तेशाही रोड पर देखा गया था. पैंथर तख्तेशाही रोड पर स्थित एक मकान में छुपकर बैठ गया. सूचना पर वन विभाग की टीम और पुलिस मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने पैंथर का रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन पैंथर अपनी जगह बदल कर एसएमएस स्कूल में पहुंच गया. इस दौरान पैंथर ने गुरुवार को एक व्यक्ति पर हमला करके घायल कर दिया. पैंथर फिर से इलाके की किसी बिल्डिंग में जाकर छुप गया. पुलिस ने ड्रोन की सहायता से पैंथर की तलाश शुरू की, लेकिन पैंथर नजर नहीं आया.

पढ़ेंः जयपुर के रिहायशी इलाकों में पैंथर आने पर बोले प्रदेश कांग्रेस महासचिव, कहा- सरकार को जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए

उधर वन विभाग की टीम पूरी रात भर पैंथर को पकड़ने का प्रयास करती रही, लेकिन पैंथर पकड़ में नहीं आया. शुक्रवार अलसुबह से ही फिर पैंथर अपनी जगह बदल कर एसएमएस स्टेडियम की तरह पहुंच गया. जहां पर वन विभाग की टीम पहुंची तो पैंथर लाल कोठी इलाके के एक मकान में छुप गया. पैंथर को देखकर आसपास के इलाके में दहशत का माहौल बन गया.

पढ़ेंः जयपुर: पिछले 17 घंटे से लेपर्ड को तलाश रही वन विभाग की टीम

सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो पैंथर एक कमरे में छुप कर बैठा था. इस दौरान वन विभाग की टीम ने मकान में रहने वाले परिवार के लोगो को सुरक्षित अलग कमरे में बंद कर दिया और पैंथर का रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. इस रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान वन विभाग के 2 कर्मचारी भी घायल हो गए. घायलों को एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां पर उनका इलाज जारी है.

जयपुर. राजधानी में शुक्रवार को आबादी क्षेत्र में दहशत फैलाने वाले पैंथर का नाहरगढ़ रेस्क्यू सेंटर में स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है. बता दें कि पैंथर का रेस्क्यू ऑपरेशन काफी चुनौतीपूर्ण और जोखिम भरा था. जिसको वरिष्ठ वन्यजीव पशु चिकित्सक डॉ. अरविंद माथुर ने सफलतापूर्वक पूरा किया.

दहशत फैलाने वाले पैंथर का नाहरगढ़ रेस्क्यू सेंटर में चल रहा स्वास्थ्य परीक्षण

बता दें कि रेस्क्यू ऑपरेशन में वन विभाग के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर, मुख्य वन संरक्षक केसी मीणा, डीएफओ सुदर्शन शर्मा, एसीएफ जगदीश गुप्ता, रेंजर जनेश्वर चौधरी सहित वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही. वरिष्ठ वन्यजीव पशु चिकित्सक डॉ. अरविंद माथुर ने बताया कि पैंथर का रेस्क्यू करना काफी चैलेंजिंग काम था. गुरुवार शाम से ही पैंथर को रेस्क्यू करने का प्रयास किया जा रहा था. सुबह पैंथर लाल कोठी इलाके के मकान में घुस गया. जहा पूरी प्लानिंग के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया.

पढ़ेंः फसल का नुकसान होने पर मिलेगा मुआवजा: अशोक चांदना

उन्होंने बताया कि सबसे पहले सभी एग्जिट पॉइंट्स को बंद किया गया ताकि लेपर्ड(पैंथर) बाहर निकलकर किसी प्रकार की जनहानि ना करें. लेपर्ड मकान के जीने में ऊपर नीचे चल रहा था. पैंथर को पकड़ने के लिए दो टीमें बनाई गई. एक टीम ऊपर छत पर और दूसरी टीम पहली मंजिल पर रही. कड़ी मशक्कत के बाद पैंथर को ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू किया गया. पैंथर को नाहरगढ़ रेस्क्यू सेंटर में रखा गया है जहां पर स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है. स्वास्थ्य परीक्षण के बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी.

पढ़ेंः जयपुर: 22 घंटे बाद पैंथर का खौफ खत्म, वन विभाग ने पकड़ा

बता दें कि जयपुर शहर के सबसे ज्यादा भीड़भाड़ वाले इलाके में तख्तेशाही रोड पर देखा गया था. पैंथर तख्तेशाही रोड पर स्थित एक मकान में छुपकर बैठ गया. सूचना पर वन विभाग की टीम और पुलिस मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने पैंथर का रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन पैंथर अपनी जगह बदल कर एसएमएस स्कूल में पहुंच गया. इस दौरान पैंथर ने गुरुवार को एक व्यक्ति पर हमला करके घायल कर दिया. पैंथर फिर से इलाके की किसी बिल्डिंग में जाकर छुप गया. पुलिस ने ड्रोन की सहायता से पैंथर की तलाश शुरू की, लेकिन पैंथर नजर नहीं आया.

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उधर वन विभाग की टीम पूरी रात भर पैंथर को पकड़ने का प्रयास करती रही, लेकिन पैंथर पकड़ में नहीं आया. शुक्रवार अलसुबह से ही फिर पैंथर अपनी जगह बदल कर एसएमएस स्टेडियम की तरह पहुंच गया. जहां पर वन विभाग की टीम पहुंची तो पैंथर लाल कोठी इलाके के एक मकान में छुप गया. पैंथर को देखकर आसपास के इलाके में दहशत का माहौल बन गया.

पढ़ेंः जयपुर: पिछले 17 घंटे से लेपर्ड को तलाश रही वन विभाग की टीम

सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो पैंथर एक कमरे में छुप कर बैठा था. इस दौरान वन विभाग की टीम ने मकान में रहने वाले परिवार के लोगो को सुरक्षित अलग कमरे में बंद कर दिया और पैंथर का रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. इस रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान वन विभाग के 2 कर्मचारी भी घायल हो गए. घायलों को एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां पर उनका इलाज जारी है.

Intro:जयपुर
एंकर- राजधानी जयपुर के आबादी क्षेत्र में दहशत फैलाने वाले पैंथर का नाहरगढ़ रेस्क्यू सेंटर में स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। स्वास्थ्य परीक्षण होने के बाद पैंथर को फिर से जंगल में छोड़ दिया जाएगा। सब ठीक-ठाक रहा तो शनिवार को जंगल में छोड़ दिया जाएगा।Body:पैंथर का रेस्क्यू ऑपरेशन काफी चुनौतीपूर्ण और जोखिम भरा था। जिसको वरिष्ठ वन्यजीव पशु चिकित्सक डॉ. अरविंद माथुर ने सफलतापूर्वक पूरा किया। रेस्क्यू ऑपरेशन में वन विभाग के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर, मुख्य वन संरक्षक केसी मीणा, डीएफओ सुदर्शन शर्मा, एसीएफ जगदीश गुप्ता, रेंजर जनेश्वर चौधरी सहित वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
वरिष्ठ वन्यजीव पशु चिकित्सक डॉ. अरविंद माथुर ने बताया कि पैंथर का रेस्क्यू करना काफी चैलेंजिंग काम था। गुरुवार शाम से ही पैंथर को रेस्क्यू करने का प्रयास किया जा रहा था। सुबह पैंथर लाल कोठी इलाके के मकान में घुस गया। जहा पूरी प्लानिंग के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। सबसे पहले सभी एग्जिट पॉइंट्स को बंद किया गया ताकि लेपर्ड(पैंथर) बाहर निकलकर किसी प्रकार की जनहानि ना करें। लेपर्ड मकान के जीने में ऊपर नीचे चल रहा था। पैंथर को पकड़ने के लिए दो टीमें बनाई गई। एक टीम ऊपर छत पर और दूसरी टीम पहली मंजिल पर रही। कड़ी मशक्कत के बाद पैंथर को ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू किया गया। पैंथर को नाहरगढ़ रेस्क्यू सेंटर में रखा गया है जहां पर स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी।

पैंथर गुरुवार को जयपुर शहर के सबसे ज्यादा भीड़भाड़ वाले इलाके में तख्तेशाही रोड पर देखा गया था। पैंथर तख्तेशाही रोड पर स्थित एक मकान में छुपकर बैठ गया। सूचना पर वन विभाग की टीम और पुलिस मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने पैंथर का रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। लेकिन पैंथर अपनी जगह बदल कर एसएमएस स्कूल में पहुंच गया। इस दौरान पैंथर ने गुरुवार को एक व्यक्ति पर हमला करके घायल कर दिया। पैंथर फिर से इलाके की किसी बिल्डिंग में जाकर छुप गया। पुलिस ने ड्रोन की सहायता से पैंथर की तलाश शुरू की लेकिन पैंथर नजर नहीं आया। वन विभाग की टीम पूरी रात भर पैंथर को पकड़ने का प्रयास करती रही लेकिन पैंथर पकड़ में नहीं आया। शुक्रवार अलसुबह से ही फिर पैंथर अपनी जगह बदल कर एसएमएस स्टेडियम की तरह पहुंच गया। जहां पर वन विभाग की टीम पहुंची तो पैंथर लाल कोठी इलाके के एक मकान में छुप गया। पैंथर को देखकर आसपास के इलाके में दहशत का माहौल बन गया। सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो पैंथर एक कमरे में छुप कर बैठा था। इस दौरान वन विभाग की टीम ने मकान में रहने वाले परिवार के लोगो को सुरक्षित अलग कमरे में बंद कर दिया और पैंथर का रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। इस रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान वन विभाग के 2 कर्मचारी भी घायल हो गए। घायलों को एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां पर उनका इलाज जारी है। आखिरकार कड़ी मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम ने पैंथर को रेस्क्यू कर लिया। रेस्क्यू करके पैंथर को नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क स्थित रेस्क्यू सेंटर में पहुंचाया गया जहां स्वास्थ्य परीक्षण के बाद के पैंथर को जंगल मे रिलीज कर दिया जाएगा।

Conclusion:घायल वन कर्मचारियों की कुशलक्षेम पूछने के लिए वन मंत्री सुखराम बिश्नोई भी एसएमएस अस्पताल पहुंचे। वन मंत्री ने घायल वन कर्मियों के स्वास्थ्य की जानकारी ली।

बाईट- डॉ. अरविंद माथुर, वरिष्ठ वन्यजीव पशु चिकित्सक
बाईट- सुदर्शन शर्मा, डीएफओ, वन विभाग
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