जयपुर. कोरोना काल के दौरान राजस्थान का पर्यटन ठप हो गया था. पर्यटन को एक बार फिर से पहले की तरह पटरी पर लाने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं. स्मारक व संग्रहालयों पर पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए नवाचार किया जा रहा है. सूचना प्रौद्योगिकी एवं कला साहित्य संस्कृति और पुरातत्व विभाग की ओर से चलाए जा रहे नाइट स्काई टूरिज्म के तहत सोमवार को अल्बर्ट हॉल म्यूजियम पर टेलीस्कोप यंत्र से मंगल और चंद्रमा ग्रह दिखाए गए.
इस दौरान विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी एवं कला साहित्य संस्कृति पुरातत्व विभाग शासन सचिव मुग्धा सिन्हा, राजस्थान पुरातत्व विभाग के निदेशक प्रकाश चंद्र शर्मा, उपनिदेशक कृष्णकांता और अल्बर्ट हॉल अधीक्षक राकेश छाेलक, हवामहल अधीक्षक सरोजिनी चंचलानी पुरातत्व विभाग के कई अधिकारी मौजूद रहे. वहीं, अल्बर्ट हॉल म्यूजियम पर बड़ी तादाद में लोग खगोलीय नजारा देखने के लिए पहुंचे. वहीं, छाेटे बच्चे भी अपने परिवार के साथ नाइट स्काई टूरिज्म देख काफी उत्साहित नजर आए.
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इस दौरान विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी एवं कला साहित्य संस्कृति पुरातत्व विभाग शासन सचिव मुग्धा सिन्हा कहा कि नाइट टूरिज्म की शुरुआत 21 जनवरी से की गई थी. इसके बाद जवाहर कला केंद्र और अब अल्बर्ट हॉल म्यूजियम पर यह कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिस पर पर्यटकों का लगातार अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. साथ ही, उन्होंने कहा कि यह सुनने में आया है कि इस तरीके का कार्यक्रम लेह लद्दाख में भी शुरू करने जा रहे हैं, हमारे लिए अच्छी बात है. इस दौरान पुरातत्व विभाग के निदेशक प्रकाश शर्मा ने बताया कि नाइट स्काई टूरिज्म के तहत सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर हमने 1 साल का कैलेंडर बनाया है. उम्मीद है कि से अच्छा टूरिस्ट रिस्पांस मिलेगा.