जयपुर. करौली में हुई हिंसा के बाद प्रदेश के 17 जिलों में लगाई गई धारा 144 पर (Section 144 Imposed in 17 Districts of Rajasthan) सियासत गरमा गई है. रामनवमी के मौके पर जिलों में लग रही धारा 144 को लेकर भाजपा ने प्रदेश सरकार पर जुबानी हमला बोला है. भाजपा का आरोप है कि संविधान ने धार्मिक मान्यताओं को स्वतंत्रता पूर्वक करने का जो अधिकार दिया है, उस पर मौजूदा सरकार कुठाराघात कर रही है.
सतीश पूनिया ने कहा- लगता है तालिबानी शासन में रह रहे हैं हम : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और प्रतिपक्ष के उपनेता ने इस मामले में सरकार पर जुबानी हमला बोला है. सतीश पूनिया ने जहां ट्वीट कर लिखा कि प्रदेश में पीएफआई को छूट, लेकिन भगवा और राम नवमी की यात्रा पर रोक. ऐसे में लगता है कि तालिबानी शासन में हम रह रहे हैं. वहीं, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अब तो तुष्टिकरण की सारी हदों को पार कर दिया है.
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि जिस प्रकार संविधान ने हमें अपनी धार्मिक मान्यताओं को स्वतंत्रता पूर्वक करने का अधिकार दिया है, उस पर भी मौजूदा सरकार कुठाराघात कर रही है. राठौड़ ने कहा कि रामनवमी जैसे पवित्र अवसर पर भी हम अपनी भावनाओं का प्रकटीकरण नहीं कर सकते यह दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि राजस्थान के इतिहास में आज तक रामनवमी के मौके पर कोई हिंसा नहीं हुई है. अब तो करौली में जो उपद्रव हुआ पुलिस की जांच में भी यह साफ हो गया कि शांतिपूर्ण यात्रा पर पत्थर बरसाए गए यात्रा के साथ चल रहे पुलिसकर्मी सब कुछ होता देखते रहे.
सोमवार को राज्यपाल को भाजपा नेता देंगे ज्ञापन : सोमवार दोपहर 1:30 बजे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के नेतृत्व में करौली हिंसा मामले में राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा जाएगा. ज्ञापन के जरिए इस मामले की न्यायिक जांच के साथ ही पीड़ित लोगों को मुआवजे की मांग करेंगे.