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यूनियन इलेक्शन और त्योहारी सीजन की दोहरी चुनौती, निगम प्रशासन के साथ सफाई कर्मचारी आयोग संभालेगा कमान

जयपुर नगर निगम सफाई कर्मचारी संगठन के चुनाव शुरू होने के कारण आने वाले कुछ दिन सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखना बड़ी चुनौती (Jaipur Municipal Corporation Sweeper Election) है. निवर्तमान अध्यक्ष से लेकर प्रत्याशियों ने सफाई कर्मचारियों से शहर की सफाई व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है.

Jaipur Municipal Corporation Sweeper Election
सफाई कर्मचारी
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Published : Oct 10, 2022, 7:53 AM IST

Updated : Oct 10, 2022, 6:17 PM IST

जयपुर. शहर में आने वाले कुछ दिन सफाई व्यवस्था प्रभावित रह सकती है. क्योंकि जयपुर नगर निगम के सफाई कर्मचारी संगठन के चुनाव शुरू हो गए (Jaipur Municipal Corporation Sweeper Election) हैं. ऐसे में सफाई कर्मचारी अब इन चुनावों में जुट गए हैं. त्योहारी सीजन के बीच सफाई व्यवस्था बरकरार रखते हुए यूनियन इलेक्शन की दोहरी जिम्मेदारी प्रशासन के सामने है. ऐसे में जहां निवर्तमान अध्यक्ष से लेकर प्रत्याशियों ने सफाई कर्मचारियों से शहर की सफाई व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है. वहीं आमजन को सफाई से संबंधित परेशानी ना हो, इसे देखते हुए सफाई कर्मचारी आयोग ने कमान अपने हाथ में लेने की बात कही है.

ग्रेटर हेरिटेज दोनों निगमों में रोड पर कचरा डिपो बढ़ते जा रहे हैं. इसे लेकर दोनों ही निगम प्रशासन अब रोड स्वीपिंग मशीन से लेकर सफाई कर्मचारियों की दिन के अलावा रात में भी परेड कराने को तैयार है. चूंकि त्योहारी सीजन सिर पर है, इससे पहले सफाई कर्मचारियों के 14 अक्टूबर को चुनाव होने हैं. ये चुनाव करीब 3 साल बाद हो रहे हैं, ऐसे में सफाई कर्मचारी भी इन चुनावों को त्योहार के रूप में ही मना रहे हैं. लेकिन निवर्तमान अध्यक्ष से लेकर दूसरे प्रत्याशियों ने इन चुनावों के दौरान सफाई व्यवस्था ना बिगड़े इसे लेकर सफाई कर्मचारियों से भी अपील की है.

पढ़ें: खबर का असर : परकोटे में बिगड़ी सफाई व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए हेरिटेज निगम ने चलाया विशेष अभियान

निवर्तमान अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने कहा कि निश्चित रूप से चुनौतियां दोगुनी है, लेकिन सफाई कर्मचारी निष्ठा और ईमानदारी के साथ चुनाव अपनी जगह सेलिब्रेट कर रहे हैं और त्योहारी सीजन को देखते हुए सफाई व्यवस्था में भी कोताही नहीं बरत रहे. उन्होंने बताया कि पहले ही सफाई कर्मचारियों से अपील की थी कि चुनाव के कारण जयपुर की जनता को असुविधा ना हो. इसलिए जो भी कैंपेन हो वो 10:00 बजे बाद किए जा रहे हैं. वहीं अध्यक्ष पद प्रत्याशी राकेश मीणा ने बताया कि डोर टू डोर कर्मचारियों से मुलाकात कर रहे हैं. कैंपेनिंग में भी सफाई कर्मचारी का शेड्यूल डिस्टर्ब ना हो उसका ध्यान रखा जा रहा है. क्योंकि इलेक्शन और त्योहारी सीजन दोनों है, ऐसे में प्रशासनिक मैनेजमेंट की भूमिका भी अहम है

सफाई श्रमिक संघ निवर्तमान अध्यक्ष का बयान

उधर, सफाई कर्मचारी आयोग के नवनियुक्त उपाध्यक्ष दीपक डंडोरिया ने स्पष्ट कर दिया कि सभी निकायों को त्योहारी सीजन को देखते हुए एक गाइडलाइन जारी की जाएगी. वहीं राजधानी में यूनियन के चुनाव भी हैं. ऐसे में अधिकारियों से भी बात की जाएगी और निर्देश दिए जाएंगे कि चुनावों से हटकर जयपुर की जनता को सफाई से संबंधित कोई परेशानी ना आए.

चुनाव के लिए जारी शेड्यूल के मुताबिक 14 अक्टूबर को सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक वोटिंग की जाएगी और उसी दिन शाम 5 बजे मतगणना करके रिजल्ट जारी किया जाएगा. करीब 3 साल बाद हो रहे इन चुनावों में इस बार एक अध्यक्ष पद और 250 वार्ड मैम्बर्स के लिए चुनाव करवाए जा रहे हैं. हेरिटेज और ग्रेटर के सभी 250 वार्डों के लिए हर वार्ड में एक प्रतिनिधि चुना जाएगा, जबकि अध्यक्ष दोनों नगर निगम के लिए एक ही होगा. इन सभी का कार्यकाल 2 साल का होगा. इन चुनावों में 8079 सफाई कर्मचारी वोटिंग करेंगे. प्रत्येक मतदाता दो वोट डालेंगे, एक अध्यक्ष पद के लिए और दूसरा अपने वार्ड प्रतिनिधि के लिए. हर वार्ड के लिए अध्यक्ष पद पर वोट देने वाला बैलट पेपर कॉमन होगा, जबकि वार्ड प्रतिनिधि का बैलट पेपर अलग-अलग होगा.

जयपुर. शहर में आने वाले कुछ दिन सफाई व्यवस्था प्रभावित रह सकती है. क्योंकि जयपुर नगर निगम के सफाई कर्मचारी संगठन के चुनाव शुरू हो गए (Jaipur Municipal Corporation Sweeper Election) हैं. ऐसे में सफाई कर्मचारी अब इन चुनावों में जुट गए हैं. त्योहारी सीजन के बीच सफाई व्यवस्था बरकरार रखते हुए यूनियन इलेक्शन की दोहरी जिम्मेदारी प्रशासन के सामने है. ऐसे में जहां निवर्तमान अध्यक्ष से लेकर प्रत्याशियों ने सफाई कर्मचारियों से शहर की सफाई व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है. वहीं आमजन को सफाई से संबंधित परेशानी ना हो, इसे देखते हुए सफाई कर्मचारी आयोग ने कमान अपने हाथ में लेने की बात कही है.

ग्रेटर हेरिटेज दोनों निगमों में रोड पर कचरा डिपो बढ़ते जा रहे हैं. इसे लेकर दोनों ही निगम प्रशासन अब रोड स्वीपिंग मशीन से लेकर सफाई कर्मचारियों की दिन के अलावा रात में भी परेड कराने को तैयार है. चूंकि त्योहारी सीजन सिर पर है, इससे पहले सफाई कर्मचारियों के 14 अक्टूबर को चुनाव होने हैं. ये चुनाव करीब 3 साल बाद हो रहे हैं, ऐसे में सफाई कर्मचारी भी इन चुनावों को त्योहार के रूप में ही मना रहे हैं. लेकिन निवर्तमान अध्यक्ष से लेकर दूसरे प्रत्याशियों ने इन चुनावों के दौरान सफाई व्यवस्था ना बिगड़े इसे लेकर सफाई कर्मचारियों से भी अपील की है.

पढ़ें: खबर का असर : परकोटे में बिगड़ी सफाई व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए हेरिटेज निगम ने चलाया विशेष अभियान

निवर्तमान अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने कहा कि निश्चित रूप से चुनौतियां दोगुनी है, लेकिन सफाई कर्मचारी निष्ठा और ईमानदारी के साथ चुनाव अपनी जगह सेलिब्रेट कर रहे हैं और त्योहारी सीजन को देखते हुए सफाई व्यवस्था में भी कोताही नहीं बरत रहे. उन्होंने बताया कि पहले ही सफाई कर्मचारियों से अपील की थी कि चुनाव के कारण जयपुर की जनता को असुविधा ना हो. इसलिए जो भी कैंपेन हो वो 10:00 बजे बाद किए जा रहे हैं. वहीं अध्यक्ष पद प्रत्याशी राकेश मीणा ने बताया कि डोर टू डोर कर्मचारियों से मुलाकात कर रहे हैं. कैंपेनिंग में भी सफाई कर्मचारी का शेड्यूल डिस्टर्ब ना हो उसका ध्यान रखा जा रहा है. क्योंकि इलेक्शन और त्योहारी सीजन दोनों है, ऐसे में प्रशासनिक मैनेजमेंट की भूमिका भी अहम है

सफाई श्रमिक संघ निवर्तमान अध्यक्ष का बयान

उधर, सफाई कर्मचारी आयोग के नवनियुक्त उपाध्यक्ष दीपक डंडोरिया ने स्पष्ट कर दिया कि सभी निकायों को त्योहारी सीजन को देखते हुए एक गाइडलाइन जारी की जाएगी. वहीं राजधानी में यूनियन के चुनाव भी हैं. ऐसे में अधिकारियों से भी बात की जाएगी और निर्देश दिए जाएंगे कि चुनावों से हटकर जयपुर की जनता को सफाई से संबंधित कोई परेशानी ना आए.

चुनाव के लिए जारी शेड्यूल के मुताबिक 14 अक्टूबर को सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक वोटिंग की जाएगी और उसी दिन शाम 5 बजे मतगणना करके रिजल्ट जारी किया जाएगा. करीब 3 साल बाद हो रहे इन चुनावों में इस बार एक अध्यक्ष पद और 250 वार्ड मैम्बर्स के लिए चुनाव करवाए जा रहे हैं. हेरिटेज और ग्रेटर के सभी 250 वार्डों के लिए हर वार्ड में एक प्रतिनिधि चुना जाएगा, जबकि अध्यक्ष दोनों नगर निगम के लिए एक ही होगा. इन सभी का कार्यकाल 2 साल का होगा. इन चुनावों में 8079 सफाई कर्मचारी वोटिंग करेंगे. प्रत्येक मतदाता दो वोट डालेंगे, एक अध्यक्ष पद के लिए और दूसरा अपने वार्ड प्रतिनिधि के लिए. हर वार्ड के लिए अध्यक्ष पद पर वोट देने वाला बैलट पेपर कॉमन होगा, जबकि वार्ड प्रतिनिधि का बैलट पेपर अलग-अलग होगा.

Last Updated : Oct 10, 2022, 6:17 PM IST
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