जयपुर. घाटे से जूझ रहा डिस्कॉम अब अपने बड़े बकायेदारों पर सख्ती के मूड में आ गया है. डिसकॉम ने 62 एईएन कार्यालयों को चिन्हित किया है जो बकाया वसूली में अबतक फिसड्डी साबित रहे हैं. जयपुर डिस्कॉम में आने वाले 12 सर्किल में भी राजस्व वसूली की मॉनिटरिंग के लिए नोडल अधिकारियों को नियुक्त किया गया है.
हर सप्ताह देनी होगी राजस्व वसूली की रिपोर्ट,बड़े बकायेदारों पर रहेगा फोकस
जयपुर डिस्कॉम एमडी नवीन अरोड़ा ने राजस्व वसूली पर जोर देते अब सख्ती की है. इसी के चलते 62 एईएन कार्यालय में रेवेन्यू इलेक्शन के लिए नोडल ऑफिसर नियुक्त किए हैं. इन अधिकारियों पर इस क्षेत्रों में बकाया राजस्व वसूली की जिम्मेदारी रहेगी. बकायदा ये अफसर हर सप्ताह क्षेत्र में राजस्व वसूली को लेकर अपनी रिपोर्ट डिस्कॉम मुख्यालय में भेजेंगे. इसी तरह जयपुर डिस्कॉम के तहत आने वाले 12 जिलों में भी जिन अफसरों को नोडल अधिकारी के रूप में तैनात किया गया है.
वो अपने क्षेत्र के एईएन कार्यालय में रेवेन्यू वसूली को लेकर मॉनिटरिंग कर आवश्यक दिशा निर्देश देंगे. खुद डिस्कॉम एमडी नवीन अरोड़ा इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं. अरोड़ा ने यह भी साफ कर दिया है की नोडल ऑफिसर अपने क्षेत्र में बिजली के बड़े बकायेदारों पर फोकस रखें ताकि रेवेन्यू वसूली की कवायद से डिस्कॉम का खजाना भर सके.
इन्हें लगाया सर्किल में नोडल ऑफिसर
जयपुर डिस्कॉम ने अपने भारत सर्किल में जिन अधिकारियों को नोडल ऑफिसर की जिम्मेदारी दी है. उनमें डायरेक्टर टेक्निकल केपी वर्मा को अलवर सर्किल में नोडल ऑफिसर की जिम्मेदारी दी गई है. इसी तरह डायरेक्टर फाइनेंस गोपाल विजय को सवाई माधोपुर, अतिरिक्त मुख्य अभियंता आरके शर्मा को दौसा, एसपी गुप्ता को करौली, चीफ अकाउंट्स ऑफीसर (कंट्रोल) वायएस राठौड़ को जेपीडीसी, चीफ अकाउंट्स ऑफीसर आरपी गुप्ता को टोंक की जिम्मेदारी दी है. एसई (रेवेन्यू) बीएस मीणा को धौलपुर, एसई अनिल कुमार सिंघल को झालावाड़, एसई कोटा पीके अग्रवाल को बारां, एसई क्वालिटी कंट्रोल पीके महिंद्रा को कोटा, एसई अतर सिंह कामलांकर को बूंदी और अधीक्षण अभियंता बीएस गुप्ता को भरतपुर सर्किल में नोडल ऑफिसर की जिम्मेदारी दी गई हैं.