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जयपुरः अब स्कूलों की तर्ज पर चमकाए जाएंगे प्रदेश के कॉलेज, ये है उच्च शिक्षा विभाग का 'प्लान' - Development of Colleges

स्कूलों की तर्ज पर अब कॉलेजों में भी बिल्डिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य जरूरी कामों के लिए भामाशाहों का सहयोग लिया जाएगा. हाल ही में प्रदेश में 37 नए कॉलेजों की शुरुआत हुई है, जिसके बाद प्रदेश में अब 289 कॉलेज हो चुके हैं. इनमें से कई कॉलेज अस्थाई भवन में संचालित हो रहे हैं, लेकिन अब भामाशाह योजना के तहत इन कॉलेजों के लिए बिल्डिंग बनाने में भी मदद मिलेगी.

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Published : Oct 12, 2019, 8:36 PM IST

जयपुर. जिले में स्कूलों की तर्ज पर अब कॉलेजों में भी बिल्डिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य जरूरी कामों के लिए भामाशाहों का सहयोग लिया जाएगा. इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सरकारी कॉलेजों के प्रिंसिपल को नोडल अधिकारी बनाकर कॉर्पोरेट हाउस, एनजीओ आदि से संपर्क करने को कहा है.

भामाशाहों की मदद से होगा कॉलेजों का विकास

इसके लिए विभाग ने एजुकेशन की वेबसाइट पर लिंक अपलोड किया है. कॉलेज अपनी जरूरत के हिसाब से प्लान तैयार करेंगे. एचडी पोर्टल पर रजिस्टर करके जरूरतों को अपलोड कर देंगे. इन कार्यों के लिए लागत भी बताई जाएगी, इसके बाद डोनर्स भी लिंक पर विजिट के बाद सपोर्ट करेंगे साथ ही इसका प्रचार भी किया जाएगा.

पढ़ेंः विंटर शेड्यूलः 27 अक्टूबर से एयर इंडिया बंद करेगा 'जयपुर-बीकानेर' की फ्लाइट

कॉलेज आयुक्तालय के आयुक्त प्रदीप कुमार बोरड़ ने बताया कि इस योजना के तहत नावां में एक भामाशाह ने 10 करोड़ लगाकर कॉलेज के लिए बिल्डिंग बनवाने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि इसी तरह भामाशाहों के सहयोग से छात्रों के लिए हायर एजुकेशन में मदद मिलेगी. बोरड़ ने बताया कि विभाग अपने स्तर पर और कलेक्टर के माध्यम से भी भामाशाहों को सहयोग करने को कह रहा है. विभाग द्वारा ये भी कोशिश की जा रही है कि शिक्षक भी इससे जुड़े और अपना योगदान दे.

जयपुर. जिले में स्कूलों की तर्ज पर अब कॉलेजों में भी बिल्डिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य जरूरी कामों के लिए भामाशाहों का सहयोग लिया जाएगा. इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सरकारी कॉलेजों के प्रिंसिपल को नोडल अधिकारी बनाकर कॉर्पोरेट हाउस, एनजीओ आदि से संपर्क करने को कहा है.

भामाशाहों की मदद से होगा कॉलेजों का विकास

इसके लिए विभाग ने एजुकेशन की वेबसाइट पर लिंक अपलोड किया है. कॉलेज अपनी जरूरत के हिसाब से प्लान तैयार करेंगे. एचडी पोर्टल पर रजिस्टर करके जरूरतों को अपलोड कर देंगे. इन कार्यों के लिए लागत भी बताई जाएगी, इसके बाद डोनर्स भी लिंक पर विजिट के बाद सपोर्ट करेंगे साथ ही इसका प्रचार भी किया जाएगा.

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कॉलेज आयुक्तालय के आयुक्त प्रदीप कुमार बोरड़ ने बताया कि इस योजना के तहत नावां में एक भामाशाह ने 10 करोड़ लगाकर कॉलेज के लिए बिल्डिंग बनवाने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि इसी तरह भामाशाहों के सहयोग से छात्रों के लिए हायर एजुकेशन में मदद मिलेगी. बोरड़ ने बताया कि विभाग अपने स्तर पर और कलेक्टर के माध्यम से भी भामाशाहों को सहयोग करने को कह रहा है. विभाग द्वारा ये भी कोशिश की जा रही है कि शिक्षक भी इससे जुड़े और अपना योगदान दे.

Intro:जयपुर- स्कूलों की तर्ज पर अब कॉलेजों में भी बिल्डिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य जरूरी कामों के लिए भामशाओं का सहयोग लिया जाएगा। हालही में प्रदेश में 37 नए कॉलेजों की शुरुवात हुई है जिसके बाद प्रदेश में अब 289 कॉलेज हो चुके है। इनमें से कई कॉलेज अस्थायी भवन में संचालित हो रहे है। लेकिन अब भामाशाह योजना के तहत इन कॉलेजों के लिए बिल्डिंग बनाने में भी मदद मिलेगी।

इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सरकारी कॉलेजों के प्रिंसिपल को नोडल अधिकारी बनाकर कॉर्पोरेट हाउस एनजीओ आदि से संपर्क करने को कहा है। इसके लिए विभाग ने एजुकेशन की वेबसाइट पर लिंक अपलोड किया है। कॉलेज अपनी जरूरत के हिसाब से प्लान तैयार करेंगे। एचडी पोर्टल पर रजिस्टर करके जरूरतों को अपलोड कर देंगे। इन कार्यों के लिए लागत भी बताई जाएगी। इसके बाद डोनर्स भी लिंक पर विजिट के बाद सपोर्ट करेंगे। इसका प्रचार भी किया जाएगा।


Body:कॉलेज आयुक्तालय के आयुक्त प्रदीप कुमार बोरड़ ने बताया कि इस योजना के तहत नावां में एक भामाशाह ने 10 करोड लगाकर कॉलेज के लिए बिल्डिंग बनवाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि इसी तरह भामशाओं के सहयोग से छात्रों के लिए हायर एजुकेशन में मदद मिलेगी। बोरड़ ने बताया कि विभाग अपने स्तर पर और कलेक्टर के माध्यम से भी भामशाओं को सहयोग करने को कह रहा है। विभाग द्वारा ये भी कोशिश की जा रही है कि शिक्षक भी इससे जुड़े और अपना योगदान दे।

बाईट- प्रदीप कुमार बोरड़, कॉलेज आयुक्त


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