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लॉकडाउन: जयपुर में खाद्य सामग्री की आपूर्ति में नहीं हो कोई दिक्कत, बनाया मास्टर प्लान

जयपुर जिला कलेक्टर डॉ. जोगाराम ने कहा है कि जिले में दवाइयों, दूध, आटा, दाल, तेल, पेट्रोल जैसी अति आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुचारू है और इस आपूर्ति लाइन को सुचारू रखने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं कर ली गई है, साथ ही कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए समन्वित प्रभावी प्रयास के लिए शहर को चार हिस्सों में बांटकर प्रशासन, पुलिस, निगम जैसे विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी निर्धारित कर दी गई है.

jaipur collector, food items in Jaipur
जयपुर कलेक्टर की बैठक
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Published : Mar 23, 2020, 10:28 PM IST

जयपुर. प्रदेश में 31 मार्च तक कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन है. जिसके चलते जिला कलेक्टर ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला प्रशासन, नगर निगम, चिकित्सा विभाग, कृषि मार्केटिंग बोर्ड अधिकारियों, अनाज , दाल, तेल, किराना अन्य आवश्यक वस्तु से जुड़े हुए व्यपारी संगठनों, एनजीओ प्रतिनिधियों के साथ बैठकर फीडबैक लिया और आवश्यक निर्देश दिए. कलेक्टर जोगाराम ने व्यपारियों से कहा कि है कि लॉकडाउन के दौरान आटा, दाल, तेल एवं खाद्य से जुड़ी वस्तुओं की दुकानों, एवं इन वस्तुओं का पालन करने वाली मीलों और अन्य फैक्ट्रियों पर लॉकडाउन के दौरान रोक नहीं है. इन व्यापार से जुड़े बाहर से आने वाले एवं शहर में वाणिज्यिक वाहनों एवं लोडिंग गाड़ियों को परमिट जारी किया जा रहा है.

जयपुर में खाद्य सामग्री की आपूर्ति में नहीं हो कोई दिक्कत, बनाया मास्टर प्लान

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किराना व्यापारियों से दुकानें खोलने का आग्रह

उन्होंने किराना व्यापारियों के संगठन से सभी दुकानें खोलने का आग्रह किया. शहर में 7 हजार से ज्यादा किराने की दुकान हैं. पुलिस को भी इन दुकानों, मीलों आदि को खुला रखने के निर्देश दिए जा चुके हैं, हालाकि धारा 144 के संशोधित आदेश की पालना करना और वायरस संक्रमण रोकने के उपाय करने होंगे. आटा मिल व्यापारियों को गेहूं और पैकेजिंग सामग्री की व्यवस्था की मांग पर जिला कलेक्टर ने कहा कि अनाज मंडियों को खोले जाने पर कोई रोक नहीं है.

उन्होंने बताया कि प्रदेश में व्यापारी कहीं से भी गेहूं खरीद सकते हैं. 1 अप्रैल से नया गेहूं मंडियों में आने तक एफसीआई को समर्थन मूल्य पर गेहूं देने के लिए पत्र लिखा जा रहा है.

दूध की आपूर्ति रहेगी सुचारू

जिला कलेक्टर जोगाराम ने बताया कि जिले में दूध आपूर्ति सुचारू रहेगी. लॉकडाउन के दौरान शहर की करीब 3500 दूध आपूर्ति दुकान एवं 700 बूथ खुले रहेंगे. दूध संग्रह व दूध आपूर्ति के संबंध में चार अधिकारियों की टीम लगाई गई हैं, जो रोजाना 12 घंटे निगरानी रख रहे हैं, अभी करीब 400 गाड़ियों में दूध की आपूर्ति की जा रही है. उनको निर्धारित प्रक्रिया में सैनिटाइज कराया जा रहा है, ज्यादा वसूली की शिकायतों पर जल्द एक्शन भी लिया जाएगा.

पढ़ेंः कोरोना वायरस की जंग में राज्यपाल ने भी दिया 1 माह का वेतन, राजभवन के कर्मचारी- अधिकारी भी आए मदद के लिए आगे

जरूरतमंदों को भोजन का वितरण

जिला कलक्टर जोगाराम ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुसार लॉकडाउन में कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं सोए इसकी व्यवस्था की गई है. इसके लिए नगर निगम, रसद विभाग, अक्षय पात्र, मोती डूंगरी मंदिर, गोविंद देव जी मंदिर एवं एनजीओ के सहयोग से निश्चित स्थानों पर दोनों समय का भोजन वितरित किया जाएगा. इसके लिए फील्ड अधिकारियों से आवश्यकता अनुसार सर्वे करा लिया गया है. उन्होंने बताया कि अभी शहर में 13 स्थाई व तीन अस्थाई रैन बसेरा क्षेत्र में 300 लोगों और अक्षय कलेवा के 11 सेंटर पर करीब 1000 लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई है. जिसे और बढ़ाया जाएगा. सोमवार को जिला प्रशासन ने करीब 1750 पैकेट फूड के बंटवाए.

बाइक, ऑटो और रिक्शा से प्रचार

जिला कलेक्टर ने बताया कि सिविल डिफेंस के 50 दल बाइक से शहर भर में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करेंगे और पंपलेट का वितरण करेंगे. 30 ऑटो के जरिए भी कोरोना से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करेंगे. ग्रामीण क्षेत्र में भी 5 से 10 वाहन कोरोना से बचाव की जानकारी के लिए प्रचार-प्रसार करेंगे.

पढ़ें: ऐसा देश है मेरा: लॉकडाउन में सब बंद लेकिन कोटा के 'कर्मवीरों' ने जरूरतमंदों को घर से बनवाकर खिलाया खाना

मास्क और सैनिटाइजर के ज्यादा वसूली पर होगी कार्रवाई

वहीं जिला कलक्टर ने बताया कि सेनेटाइजर और मास्क के अधिक दाम वसूलने, गैरकानूनी भंडारण एवं क्वालिटी के बारे में जिला प्रशासन के कंट्रोल रूम या ड्रग कंट्रोलर राजाराम (982940 1014) पर का शिकायत दर्ज कराई जा सकती है. उन्होंने बताया कि मास्क व सैनिटाइजर के दाम निश्चित कर दिए गए हैं. इस बारे में मेडिकल की दुकानों पर सूचना चस्पा करवाई गई है. इसमें 2 लेयर मास्क के 8 रुपए और 3 लेयर मास्क के 10 रुपये तय किये गए है. 200 ml सैनिटाइजर के 100 रुपये निर्धारित किये गए है.

जयपुर. प्रदेश में 31 मार्च तक कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन है. जिसके चलते जिला कलेक्टर ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला प्रशासन, नगर निगम, चिकित्सा विभाग, कृषि मार्केटिंग बोर्ड अधिकारियों, अनाज , दाल, तेल, किराना अन्य आवश्यक वस्तु से जुड़े हुए व्यपारी संगठनों, एनजीओ प्रतिनिधियों के साथ बैठकर फीडबैक लिया और आवश्यक निर्देश दिए. कलेक्टर जोगाराम ने व्यपारियों से कहा कि है कि लॉकडाउन के दौरान आटा, दाल, तेल एवं खाद्य से जुड़ी वस्तुओं की दुकानों, एवं इन वस्तुओं का पालन करने वाली मीलों और अन्य फैक्ट्रियों पर लॉकडाउन के दौरान रोक नहीं है. इन व्यापार से जुड़े बाहर से आने वाले एवं शहर में वाणिज्यिक वाहनों एवं लोडिंग गाड़ियों को परमिट जारी किया जा रहा है.

जयपुर में खाद्य सामग्री की आपूर्ति में नहीं हो कोई दिक्कत, बनाया मास्टर प्लान

पढ़ें: Corona के खिलाफ जंग में एक से दो महीने का वेतन CM राहत कोष में जमा करेंगे कई Ministers

किराना व्यापारियों से दुकानें खोलने का आग्रह

उन्होंने किराना व्यापारियों के संगठन से सभी दुकानें खोलने का आग्रह किया. शहर में 7 हजार से ज्यादा किराने की दुकान हैं. पुलिस को भी इन दुकानों, मीलों आदि को खुला रखने के निर्देश दिए जा चुके हैं, हालाकि धारा 144 के संशोधित आदेश की पालना करना और वायरस संक्रमण रोकने के उपाय करने होंगे. आटा मिल व्यापारियों को गेहूं और पैकेजिंग सामग्री की व्यवस्था की मांग पर जिला कलेक्टर ने कहा कि अनाज मंडियों को खोले जाने पर कोई रोक नहीं है.

उन्होंने बताया कि प्रदेश में व्यापारी कहीं से भी गेहूं खरीद सकते हैं. 1 अप्रैल से नया गेहूं मंडियों में आने तक एफसीआई को समर्थन मूल्य पर गेहूं देने के लिए पत्र लिखा जा रहा है.

दूध की आपूर्ति रहेगी सुचारू

जिला कलेक्टर जोगाराम ने बताया कि जिले में दूध आपूर्ति सुचारू रहेगी. लॉकडाउन के दौरान शहर की करीब 3500 दूध आपूर्ति दुकान एवं 700 बूथ खुले रहेंगे. दूध संग्रह व दूध आपूर्ति के संबंध में चार अधिकारियों की टीम लगाई गई हैं, जो रोजाना 12 घंटे निगरानी रख रहे हैं, अभी करीब 400 गाड़ियों में दूध की आपूर्ति की जा रही है. उनको निर्धारित प्रक्रिया में सैनिटाइज कराया जा रहा है, ज्यादा वसूली की शिकायतों पर जल्द एक्शन भी लिया जाएगा.

पढ़ेंः कोरोना वायरस की जंग में राज्यपाल ने भी दिया 1 माह का वेतन, राजभवन के कर्मचारी- अधिकारी भी आए मदद के लिए आगे

जरूरतमंदों को भोजन का वितरण

जिला कलक्टर जोगाराम ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुसार लॉकडाउन में कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं सोए इसकी व्यवस्था की गई है. इसके लिए नगर निगम, रसद विभाग, अक्षय पात्र, मोती डूंगरी मंदिर, गोविंद देव जी मंदिर एवं एनजीओ के सहयोग से निश्चित स्थानों पर दोनों समय का भोजन वितरित किया जाएगा. इसके लिए फील्ड अधिकारियों से आवश्यकता अनुसार सर्वे करा लिया गया है. उन्होंने बताया कि अभी शहर में 13 स्थाई व तीन अस्थाई रैन बसेरा क्षेत्र में 300 लोगों और अक्षय कलेवा के 11 सेंटर पर करीब 1000 लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई है. जिसे और बढ़ाया जाएगा. सोमवार को जिला प्रशासन ने करीब 1750 पैकेट फूड के बंटवाए.

बाइक, ऑटो और रिक्शा से प्रचार

जिला कलेक्टर ने बताया कि सिविल डिफेंस के 50 दल बाइक से शहर भर में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करेंगे और पंपलेट का वितरण करेंगे. 30 ऑटो के जरिए भी कोरोना से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करेंगे. ग्रामीण क्षेत्र में भी 5 से 10 वाहन कोरोना से बचाव की जानकारी के लिए प्रचार-प्रसार करेंगे.

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मास्क और सैनिटाइजर के ज्यादा वसूली पर होगी कार्रवाई

वहीं जिला कलक्टर ने बताया कि सेनेटाइजर और मास्क के अधिक दाम वसूलने, गैरकानूनी भंडारण एवं क्वालिटी के बारे में जिला प्रशासन के कंट्रोल रूम या ड्रग कंट्रोलर राजाराम (982940 1014) पर का शिकायत दर्ज कराई जा सकती है. उन्होंने बताया कि मास्क व सैनिटाइजर के दाम निश्चित कर दिए गए हैं. इस बारे में मेडिकल की दुकानों पर सूचना चस्पा करवाई गई है. इसमें 2 लेयर मास्क के 8 रुपए और 3 लेयर मास्क के 10 रुपये तय किये गए है. 200 ml सैनिटाइजर के 100 रुपये निर्धारित किये गए है.

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