नई दिल्ली: बीसीसीआई के पूर्व सचिव जय शाह ने एक दिसंबर 2024 से आईसीसी के नए अध्यक्ष का कार्यभार संभाल लिया है. इस बड़े पद पर विराजमान होने के साथ ही जय शाह का पहला ही असाइनमेंट उनकी सबसे बड़ी चुनौती बन गई है.
ICC के नए बॉस जय शाह की बड़ी चुनौती चैंपियंस ट्रॉफी है
जय शाह के नेतृत्व में आईसीसी के सामने इस समय बड़ी चुनौती चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन स्थल पर फैसला लेने की है. यह टूर्नामेंट पाकिस्तान में खेला जाना प्रस्तावित है जिसकी शुरुआत 19 फरवरी से होनी है. लेकिन सरकार से अनुमति न मिलने का हवाला देते हुए भारतीय टीम के पाकिस्तान जाने से मना करने के चलते अभी तक इस टूर्नामेंट का कार्यक्रम घोषित नहीं किया जा सका है.
पाकिस्तान अब तक पूरे टूर्नामेंट को अपने देश में ही आयोजित करने पर अडिग था क्योंकि उन्होंने 2023 के वनडे वर्ल्ड कप में अपनी टीम को हिस्सा लेने के लिए भारत भेजा था. हालांकि इस मसले पर एक समझौता किया जा सकता है, जिसके तहत भारत के सभी मैच पाकिस्तान से बाहर किसी दूसरी जगह पर आयोजित किए जाएंगे. जल्द ही इस पर अंतिम निर्णय लिया जा सकता है.
A new chapter of global cricket begins today with Jay Shah starting his tenure as ICC Chair.
— ICC (@ICC) December 1, 2024
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जय शाह ने कार्यकाल की शुरुआत करने पर क्या कहा?
लेकिन आईसीसी के नए अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल की शुरुआत करने वाले जय शाह ने कहा कि वह टेस्ट क्रिकेट की प्रतिष्ठा को बनाये रखने के लिए हर संभव कार्य करेंगे. जय शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कहा, '' टेस्ट क्रिकेट खेल मेरे लिए सर्वोच्च है और मैं इसकी प्रतिष्ठा बनाये रखने के लिए प्रतिबद्ध हूं और इसे प्रशंसकों तक ले जाऊंगा. इसी तरह महिला क्रिकेट की हमारी आगे बढ़ने की रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका है क्योंकि हम खेल को नयी ऊंचाइयों तक ले जाना चाहते हैं.''
नए अध्यक्ष ने यह भी कहा,'' हम मिलकर क्रिकेट को अभूतपूर्व ऊंचाइयों तक ले जाएंगे, नयी पीढ़ी को प्रेरित करेंगे और अपने महान खेल क्रिकेट के जरिये समुदायों को एकजुट करेंगे. वैश्विक स्तर पर क्रिकेट में अपार संभावनाएं हैं और मैं आईसीसी टीम और सदस्यों देशों के साथ मिलकर क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए नए अवसरों को भुनाने की ओर देख रहा हूं."
बता दें कि, 36 वर्षीय शाह को इस पद के लिए निर्विरोध चुना गया था और वह इस पद पर आसीन होने वाले सबसे युवा आईसीसी अध्यक्ष हैं. आईसीसी अध्यक्ष बनने से पहले वह बीसीसीआई के सचिव की भूमिका निभा रहे थे. वह पहले एशियन क्रिकेट काउंसिल और आईसीसी के कमर्शियल और वित्तीय संबंधी समिति के भी अध्यक्ष रह चुके हैं.