जयपुर. राजधानी में बुधवार को प्रदेश के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के 14 जिलों में रक्त संग्रहण वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
बता दें कि ये वाहन प्रदेश के सात संभागों के मुख्यालय सहित 14 जिलों में स्वैच्छिक रक्त दाताओं से रक्त संग्रहण कर संबंधित जिलों के ब्लड बैंकों को सौंपेंगे. प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों को ये वहां आवंटित किए गए है, जिसकी लागत 5 करोड 8 लाख रुपए है. इन ब्लड बैंकों का 5 हजार यूनिट प्रति वर्ष से अधिक संग्रहण है. इन वाहनों के जरिए और अधिक रक्त संग्रहण किया जा सके.
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मंत्री शर्मा ने बताया कि ये वाहन एक माह में लगभग 26 दिन स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों का आयोजन कर ब्लड यूनिट संबंधित राज्य में 14 वर्ष तक की बेटियों को बिना रिप्लेसमेंट के ब्लड उपलब्ध कराने के लिए संचालित लाडली रक्त सेवा योजना और अन्य जरूरतमंदों को बिना रिप्लेसमेंट के रक्त की आपूर्ति की जा सकेगी. वाहनों में दो डोनर काउच, दो ब्लड कलेक्शन मॉनिटर और ट्यूब सिलर, 200 यूनिट रक्त क्षमता वाला रेफ्रिजरेटर, एक ऑक्सीजन सिलेंडर, एक डिजिटल थर्मामीटर और रक्त दाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए एक एलईडी टीवी मय पब्लिक एड्रेस सिस्टम सहित उपलब्ध है.
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इन जिलो को किए वाहन आवंटित
जयपुर प्रथम और द्वितीय, अजमेर में दो, भीलवाड़ा, कोटा, झालावाड़, बीकानेर, जोधपुर, पाली, चूरु, बाड़मेर, डूंगरपुर जिले के मेडिकल कॉलेजों को रक्त परिवहन आवंटित किए गए है.