जयपुर. आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत जल्द ही नई बीमा कंपनी को चिकित्सा विभाग टेंडर देने जा रही है. जिसे लेकर प्रदेश चिकित्सा मंत्री ने कहा है कि इस बार जो टेंडर दिया जाएगा उस में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी.
दरअसल 13 दिसंबर से ही नई सेवा प्रदाता कंपनी को स्वास्थ्य बीमा का काम दिया जाना था. लेकिन समय पर टेंडर नहीं होने के चलते पुरानी कंपनी का कार्यकाल 31 मार्च तक बढ़ा दिया गया है. हालांकि इस दौरान जैसे ही विभाग नई बीमा कंपनी के साथ एमओयू साइन करेगी पुरानी कंपनी का कार्यकाल खत्म हो जाएगा. इस मामले को लेकर प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा है कि इस बार पूरी पारदर्शिता के साथ बीमा कंपनी को टेंडर जारी किया जाएगा.
इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार ने जब बीमा कंपनी के साथ एमओयू साइन किया था तो मॉनिटरिंग की कोई व्यवस्था नहीं थी. ऐसे में फर्जी तरीके से क्लेम उठाए गए. जिसके बाद मंत्री ने कहा कि हम लोग पूरी पारदर्शिता के साथ बीमा कंपनी के साथ एमओयू साइन करेंगे. ताकि दोबारा स्वास्थ्य बीमा में फर्जीवाड़ा नहीं हो सके. मंत्री ने यह भी कहा कि इस बार ट्रैकिंग सिस्टम अपनाए जाएगा ताकि क्लेम के दौरान गड़बड़ी ना हो सके. इस बार मरीजों को तीन लाख की बजाय 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिल सकेगा