जयपुर. आरपीएससी की ओर से सहायक अभियंता संयुक्त भर्ती परीक्षा 16 से 18 दिसंबर 2018 को आयोजित की गई थी. इस परीक्षा का परिणाम 28 जुलाई 2019 को जारी किया गया. जिसके बाद आरक्षित वर्गों, एसटी और ओबीसी की कट ऑफ सामान्य वर्ग से अधिक रही.
जिस पर पीड़ित अभ्यर्थियों ने राजस्थान उच्च न्यायालय में याचिका दायर की. याचिका पर अंतिम फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने 25 सितंबर को आरक्षित वर्ग के उन सभी अभ्यर्थियों को जिनके अंक सामान्य वर्ग की कटऑफ से अधिक है, उनको प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण कर के मुख्य परीक्षा में शामिल करने का आदेश दिया.
हाईकोर्ट के आदेश के बाद सहायक अभियंता मुख्य परीक्षा के अभ्यर्थी लगातार इस परीक्षा को स्थगित कराने के लिए प्रदर्शन कर रहे थे. उनका कहना था कि इस परीक्षा के लिए विस्तृत और विविध पाठ्यक्रम की पढ़ाई करना इतने कम समय में असंभव है.
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अतः इस परीक्षा को 90 दिन के लिए आगे बढ़ा दिया जाए. आरपीएससी की ओर से रीवाइस रिजल्ट जारी करने के बाद यह अभ्यर्थी ज्यादा सक्रिय हो गए और लगातार इस परीक्षा को स्थगित करने के लिए लगातार प्रदर्शन कर रहे थे.
वहीं रिवाइज रिजल्ट में पास हुए अभ्यर्थियों के सामने भी यही समस्या थी कि वह इतने कम समय में मुख्य परीक्षा की तैयारी कैसे करेंगे. दो दिन तक सहायक अभियंता परीक्षा के अभ्यर्थी भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा के घर भी जमे रहे. मीणा ने भी उनका पूरा साथ दिया.
इन अभ्यर्थियों के लिए किरोड़ी लाल मीणा ने गांधी सर्किल पर प्रदर्शन किया था. जिसके बाद दूसरे दिन मीणा के नेतृत्व में अभ्यर्थी, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट से मिले. पायलट ने अभ्यर्थियों के पूरी बात सुनी और परीक्षा स्थगित करने का आश्वासन दिया.