जयपुर. राजधानी में शुक्रवार को एसीबी की जयपुर देहात इकाई ने ट्रैप की कार्रवाई की. ACB ने 4 हजार रुपए की रिश्वत लेते सीएमएचओ जयपुर प्रथम कार्यालय के कनिष्ठ लिपिक को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. रिश्वतखोर लिपिक ने एक मृतक कोरोना वॉरियर के परिजनों से रिश्वत की मांग की थी.
सीएमएचओ जयपुर प्रथम कार्यालय के कनिष्ठ लिपिक ने एक मृतक कोरोना वारियर के परिजनों को मुआवजा राशि दिलाने के एवज में यह राशि की मांग की थी. जिस पर मृतक के परिजनों ने एसीबी मुख्यालय में शिकायत दर्ज करवाई. एसीबी टीम ने शिकायत दर्ज कर शिकायत का सत्यापन किया. जिसके बाद सत्यापन में रिश्वत की मांग की पुष्टि होने पर ACB ने ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया.
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आरोपी के आवास और अन्य ठिकानों पर सर्च अभियान
एसीबी जयपुर देहात इकाई के इंस्पेक्टर मानवेंद्र सिंह ने बताया की टोंक के मालपुरा के एक राशन डीलर की कोरोना संक्रमण के चलते मरुधरा अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. सरकार की तरफ से फ्रंटलाइन वॉरियर के परिजनों को 50 लाख रुपए की सहायता राशि देने का प्रावधान है. इसी राशि को लेने के लिए परिजनों ने जयपुर के CMHO प्रथम कार्यालय में अर्जी लगाई. जिसका वेरीफिकेशन करने के एवज में लिपिक राकेश कुमार ने 4 हजार की रिश्वत की मांग की. जिसके बाद ACB ने उसे ट्रैप कर लिया है. इसके साथ ही एसीबी टीम आरोपी के आवास और अन्य ठिकानों पर भी सर्च की कार्रवाई को अंजाम देने में जुट गई है.