जयपुर. रामायण यात्रा की सफलता के बाद भारतीय रेलवे (Indian Railways) की ओर से अब पुरी-गंगासागर यात्रा करवाई जाएगी. आईआरसीटीसी (IRCTC) की ओर से भारत दर्शन ट्रेन की मांग को ध्यान में रखते हुए 10 दिन की वैद्यनाथ पुरी- गंगासागर, कोणार्क और गयाजी की यात्रा ट्रेन 21 दिसंबर से चलाई जा रही है.
आईआरसीटीसी के संयुक्त महाप्रबंधक योगेंद्र सिंह गुर्जर ने बताया कि रामायण यात्रा की सफलता के बाद अब आईआरसीटीसी की ओर से पुरी गंगासागर यात्रा का आयोजन किया जा रहा है. 21 दिसंबर से 10 दिवसीय पूरी गंगासागर यात्रा शुरू की जाएगी.
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जिसमें वैद्यनाथ धाम, पुरी, कोणार्क, गंगासागर और गयाजी के दर्शन करवाए जाएंगे. 10 दिवसीय यात्रा का प्रति व्यक्ति खर्च 9450 रुपये हैं. इसमें यात्री को आना जाना, धर्मशाला में स्नान की व्यवस्था, स्टेशन से धर्मशाला तक बसों में ले जाना शामिल है. यात्रा के दौरान कोरोना गाइडलाइन का पूर्णतया पालन किया जाएगा. 21 दिसंबर को फिरोजपुर से ट्रेन चलेगी. अंबाला, चंडीगढ़, दिल्ली होते हुए अलवर, रेवाड़ी और जयपुर पहुंचेगी. जयपुर से यात्रा पर जाने वाले लोग अपनी बुकिंग ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से कर सकते हैं. ऑनलाइन बुकिंग आईआरसीटीसी (IRCTC) की वेबसाइट पर की जा सकती है.
पुरी- गंगासागर यात्रा ट्रेन 21 दिसंबर को रवाना होगी
पुरी- गंगासागर यात्रा ट्रेन 21 दिसंबर को फिरोजपुर स्टेशन से सुबह रवाना होकर वाया चंडीगढ़, दिल्ली, रेवाड़ी, अलवर, लखनऊ होते हुए 23 दिसंबर को सुबह बैद्यनाथ पहुंचेगी, जंहा बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग के दर्शन करवाए जायेंगे. रात्रि में ट्रैन कोलकाता के लिए रवाना होगी. 24 दिसंबर को सुबह ट्रैन शालीमार पहुंचेगी, जंहा से गंगासागर के लिए जायेंगी. रात्रि विश्राम गंगासागर में रहेगा. 25 दिसंबर को सुबह गंगासागर से वापस कोलकाता के लिए रवाना होंगे. रात्रि में ट्रेन पुरी के लिए रवाना होगी. 26 दिसंबर को सुबह ट्रैन पुरी पहुंचेगी, जंहा भगवान जगन्नाथ के दर्शन करेंगे. रात्रि विश्राम पुरी में रहेगा. 27 दिसंबर को सुबह कोणार्क सूर्य मंदिर के दर्शन करवाए जायेंगे.
28 दिसंबर को सुबह ट्रैन गया पहुंचेगी
शाम में ट्रैन गया के लिए रवाना होगी. 28 दिसंबर को सुबह ट्रैन गया पहुंचेगी, जहा स्थानीय मंदिर के दर्शन करवाए जायेंगे. रात्रि में ट्रैन वापसी जयपुर के लिए रवाना होगी. ट्रेन 30 दिसंबर को जयपुर पहुंचेगी.आईआरसीटीसी के संयुक्त महाप्रबंधक (पर्यटन) योगेंद्र सिंह गुर्जर ने बताया कि सफर के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जाएगा. कोच को समय-समय पर सेनेटाइज किया जाएगा. इसके साथ ही सरकार की तरफ से जो भी गाइडलाइन दी जाएगी, उनका पालन किया जाएगा. यात्रा के दौरान सभी के लिए मांस लगाना अनिवार्य रहेगा. यात्रियों को अपना निजी इस्तेमाल का सामान और दवाई साथ ले जाना होगा. नाश्ता, भोजन, गंतव्य स्टेशन पर धर्मशाला में रहने और स्टेशन से धर्मशाला तक पहुँचने की बस द्वारा व्यवस्था आईआरसीटीसी की ओर से की जाएगी.