जयपुर. राजस्थान यूनिवर्सिटी के कुलपति आरके कोठारी के खिलाफ अनियमितता और भ्रष्टाचार के मामले पर राज्यपाल के सचिव ने जांच के आदेश दिए. जिसके बाद संभागीय आयुक्त केसी वर्मा की अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन किया गया है. जिस पर कुलपति आरके कोठारी ने कहा है कि राजभवन ने मेरा पक्ष सुने बगैर जांच के आदेश दे दिए.
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कुलपति आरके कोठारी का कहना है कि किन बिंदुओं पर जांच होने वाली है, इसकी जानकारी उनको नहीं है. कुलपति ने कहा कि राजभवन ने मुझे जांच से पहले खुद का पक्ष रखने का कोई अवसर नहीं दिया है, बल्कि कुलपति का पद सम्मानित पद होता है तो सीधी जांच के आदेश कभी नहीं दिए जाते हैं. लेकिन फिर भी मेरे खिलाफ बैठाई गई जांच कमेटी का पूरा सहयोग करूंगा.
आरयू कुलपति आरके कोठारी पर यूनिवर्सिटी की नई लाईब्रेरी के निर्माण में वित्तीय अनियमितता, बिल क्लियरेंस से जुड़े मामले के अलावा भर्तियों में भ्रष्टाचार करने का आरोप है. जांच के लिए जयपुर के संभागीय आयुक्त केसी वर्मा की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है. उच्च शिक्षा विभाग के ग्रुप चार के संयुक्त शासन सचिव इस कमेटी के सदस्य बनाए गए हैं. जांच कमेटी एक माह में कुलपति का पक्ष सुनने के बाद राज्यपाल को रिपोर्ट पेश करेगी.
छात्र कर रहे थे कुलपति का विरोध
जानकारी के अनुसार पिछली सिंडीकेट में सदस्यों ने भी कुलपति का विरोध किया था. वहीं, एनएसयूआई की ओर से भी कई बार कुलपति को हटाने के लिए विरोध-प्रदर्शन किए गए थे. छात्रसंघ चुनावों के दौरान भी एनएसयूआई प्रदेशाध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया ने धरना-प्रदर्शन करते हुए कुलपति के खिलाफ मोर्चा खोला था. साथ ही लगातार उच्च शिक्षा मंत्री और राज्यपाल को कुलपति के संबंध में शिकायतें मिल रही थी. ऐसे में अब यह जांच कमेटी गठित की गई है.