जयपुर: मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर गुरुवार से जयपुर के सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के इंटर्न चिकित्सकों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है. चिकित्सकों का कहना है कि अन्य राज्यों के मुकाबले राजस्थान में इंटर्न डॉक्टरों को सबसे कम स्टाइपेंड दिया जा रहा है. इसे लेकर कई बार कॉलेज प्रशासन और सरकार को भी अवगत कराया गया है.
ऐसे में जब इन चिकित्सकों की मांग पूरी नहीं हुई तो जयपुर के सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के सभी इंटर्न चिकित्सक भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. इससे पहले भी एक लेटर प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इन चिकित्सकों की ओर से भेजा गया था. जिसमें स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग रखी गई थी.
7 हजार रुपए प्रति माह है स्टाइपेंड
चिकित्सकों का कहना है कि राजस्थान में एमबीबीएस इंटर्न चिकित्सक महज 7 हजार रुपए प्रति माह स्टाइपेंड पर काम कर रहे हैं. जबकि अन्य राज्यों में यह राशि काफी अधिक है और इसे लेकर बीते 150 दिनों से ये लोग काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं, लेकिन बावजूद इसके न तो सरकार और न ही कॉलेज प्रशासन ने इनकी मांगें सुनीं हैं. ऐसे में आखिरकार MBBS इंटर्न चिकित्सक भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. यही नहीं जयपुर के अलावा अन्य जिलों में भी एमबीबीएस इंटर्न चिकित्सक अपना विरोध प्रदर्शन दर्ज करवा रहे हैं.
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फ्रंटलाइन वॉरियर के रूप में किया काम
चिकित्सकों का कहना है कि कोविड-19 महामारी के बीच सभी एमबीबीएस चिकित्सकों ने फ्रंटलाइन वॉरियर्स के रूप में काम किया है. ऐसे में सरकार ने अन्य चिकित्सकों को लेकर काफी घोषणाएं कीं, लेकिन प्रदेश में कार्य कर रहे एमबीबीएस इंटर्न चिकित्सकों को लेकर किसी तरह का कोई फैसला नहीं लिया है. जबकि करीब 6 महीने से यह सभी चिकित्सक अपनी मांगों को लेकर अलग-अलग तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं.