जयपुर. शहर के शहीद स्मारक पर शाहीन बाग की तर्ज पर चल रहा सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में धरना 10वें दिन रविवार को भी जारी रहा. इस धरने में भीड़ लगातार बढ़ती जा रही हैं. रविवार को भी वहीं आलम देखने को मिला. यह धरना अनिश्चितकालीन है और इसमें लगातार भीड़ बढ़ती जा रही है. इस भीड़ में महिलाओं की संख्या अधिक देखने को मिल रही है. शहीद स्मारक पर धरने में शामिल पुरुष बाहर ही खड़े रहकर अपना योगदान दे रहे हैं. रविवार को धरना स्थल पर सांप्रदायिक एकता का संदेश देने के लिए संत रविदास की जयंती भी मनाई गई.
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भीम आर्मी के जिला अध्यक्ष जितेंद्र हठवाल ने कहा कि नागरिकता कानून को लाकर केंद्र की सरकार हिंदू मुस्लिम को तोड़ने का काम कर रही है. इस शाहीन बाग में हिंदू मुस्लिम एक साथ इस कानून का विरोध कर रहे हैं. यहां संविधान को बचाने का काम किया जा रहा है. भीम आर्मी की नीलम क्रांति ने कहा कि जिस तरह से 15वीं शताब्दी में संत रविदास ने अपनी कविताओं के माध्यम से समाज सुधार का काम किया था. उसी तरह से आज भी हमें उनकी जरूरत है. देश जिन स्थितियों से गुजरता है वह स्थिति देश के लिए सही नहीं है. केंद्र की सरकार हमें बांटने का काम कर रही है. नीलम क्रांति ने कहा कि देश में हिंदू मुस्लिम सिख इसाई सब एक हैं और कभी अलग नहीं हो सकते. धरने में विधायक अमीन कागजी भी पहुंचे और उन्होंने भी धरने को संबोधित किया.
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दो बच्चियां बनी आकर्षण का केंद्र
शहीद स्मारक पर चल रहे धरने के दौरान दो बच्चे आकर्षण का केंद्र रहे. यह बच्चे तिरंगे की ड्रेस पहन हुए थे. हर कोई इनको उत्सुकता से देख रहे थे. इन बच्चियों का नाम निशाद फातिमा और हादिया है.