जयपुर. प्रदेश में अपराध के मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है. साल 2022 के शुरुआती 2 महीनों में ही अपराध के आंकड़ों (Increasing graph of criminal cases in the state) में काफी तेजी देखी गई है. प्रदेश में हत्या और अपहरण के प्रकरणों को छोड़कर बाकि अन्य सभी आपराधी प्रकरणों में बढ़ोत्तरी हुई है. इसी प्रकार से विभिन्न एक्ट में पुलिस की ओर से की जाने वाली कार्रवाई में भी कमी देखने को मिली है. प्रदेश में लगातार बढ़ रहे अपराध के ग्राफ को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने क्राइम मीटिंग में तमाम रेंज आईजी और जिला एसपी को विशेष ऑपरेशन चलाकर अपराधियों पर नकेल कसने के निर्देश दिए हैं.
एडीजी क्राइम डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि वर्ष 2022 के शुरुआती 2 महीनों में आईपीसी के विभिन्न प्रकरणों के तहत आपराधिक मामलों में वृद्धि देखने को मिली है. हालांकि हत्या के प्रकरणों में पिछले वर्ष की तुलना में 2 फीसदी की मामूली कमी दर्ज की गई है. वहीं हत्या के प्रयास के प्रकरणों में 13 फीसदी , डकैती के प्रकरणों में 6 फीसदी, दुष्कर्म के प्रकरणों में 4 फीसदी और चोरी के प्रकरणों में 1.32 फीसदी की वृद्धि देखने को मिली है.
इसी प्रकार से पुलिस की ओर से विभिन्न एक्ट में की जाने वाली कार्रवाई की बात करें तो, एक्साइज एक्ट में पिछले साल की तुलना 28 फीसदी की कमी दर्ज की गई है. हालांकि जुआ अध्यादेश में 18 फीसदी, आर्म्स एक्ट में 8 फीसदी, एक्सप्लोसिव एक्ट में 9 फीसदी और एनडीपीएस एक्ट में 23 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है.
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इतने मामले किए गए दर्जः एडीजी क्राइम डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि वर्ष 2022 के शुरुआती 2 महीनों में प्रदेश में हत्या के 240 प्रकरण, हत्या के प्रयास के 327 प्रकरण, डकैती के 18 प्रकरण, लूट के 250 प्रकरण, अपहरण के 1280 प्रकरण, दुष्कर्म के 1050 प्रकरण, बलवा के 33 प्रकरण, नकबजनी के 1265 प्रकरण और चोरी के 6444 प्रकरण दर्ज किए गए हैं. इसी प्रकार से पुलिस ने एक्साइज एक्ट में कार्रवाई करते हुए 3916 प्रकरण, जुआ अध्यादेश में 4562 प्रकरण, आर्म्स एक्ट में 1095 प्रकरण, एनडीपीएस एक्ट में 885 प्रकरण और एक्सप्लोसिव एक्ट में 91 प्रकरण दर्ज किए हैं.