जयपुर. प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र ने युवाओं को जॉब प्रोवाइडर बनाए जाने की आवश्यकता जताई है. राज्यपाल ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लिए युवाओं के नवाचार को सराहा जाना चाहिए और उनकी प्रतिभा को आगे बढ़ाने के अवसर प्रदान करना चाहिए. राज्यपाल के अनुसार इससे लोकल वोकल होगा और ग्लोबल भी बन सकेगा.
सोमवार को राजभवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से महामना मालवीय मिशन की ग्रामीण इकाई की ओर से आयोजित कार्यक्रम में वाराणसी, उत्तर प्रदेश और देहरादून, उत्तराखंड की आर्थिक अनुक्रिया समूह इकाइयों के प्रवर्तन समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने यह बात कही.
इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि आर्थिक समूह का उपयोग बाढ़, आपदा, भूकंप, भूस्खलन, प्रदूषण जैसी अन्य समस्याओं के दुष्प्रभाव के निराकरण के लिए किया जा सकता है. इन समूह में कार्य करने से छात्रों और स्वयंसेवकों में मानवीय मूल्यों की भावना को विकसित करने में मदद मिलेगी.
अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र छात्राओं और महामना के मानस पुत्रों की ओर से स्थापित महामना मालवीय मिशन काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों का एक विश्वव्यापी संगठन है. जिसकी शाखाएं पूरे देशभर में हैं. राज्यपाल ने कहा कि बीएचयू के पूर्व छात्रों और महामना के आदर्शों और आध्यात्मिक मूल्यों में विश्वास करने वाले संचालित यह मिशन अपनी विभिन्न सेवा परियोजना, शैक्षिक कार्यक्रमों और गतिविधियों के माध्यम से महामना के मूल्यों और विचारों को प्रचारित करने में प्रयासरत है.
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साथ ही उनका कहना है कि जो आज की परिस्थिति में भारतीय समाज के नैतिक ताना बाना को और अधिक सक्षम और मजबूत बनाने की जरूरी है. राज्यपाल के अनुसार इस समूह में छात्रों के परिजनों को भी शामिल करने की योजना सराहनीय है. समारोह में स्वागत उद्बोधन डॉ. प्रदीप कुमार मिश्रा ने किया और समारोह को हरिशंकर सिंह, मुनीष बिंदल और देवेंद्र भसीन ने संबोधित किया.