उदयपुर. सायरा थाना क्षेत्र के गांव में एक नाबालिग को बंधक बनाकर बलात्कार करने का मामला सामने आया था. इस संबंध में 4 दिन पहले सायरा थाने में रिपोर्ट देने के बावजूद पुलिस ने मामला तो छोड़ो पीड़िता का मेडिकल तक नहीं करवाया है.
बीते दिन सोमवार को उसकी हालत बिगड़ने पर परिजन उसे गोगुन्दा हास्पिटल ले गए. जहां तहरीर के अभाव में चिकित्सक ने भी एक बार इलाज नहीं किया और हालत बिगड़ ज्यादा बिगड़ने पर उसे इंजेक्शन लगाकर उदयपुर एमबी अस्पताल रेफर कर दिया. वहीं सोमवार देर रात पुलिस अधीक्षक ने पीड़िता के बयान लिए.
यह भी पढ़ेंः जोधपुरः 8 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म, आरोपी पुलिस की गिरफ्त में
पीड़िता ने पुलिस को दिए गए बयान में बताया कि वह अपनी बहन के साथ 9 मार्च को होली के दिन खरीदारी करने सायरा गई थी. रात को लौटते समय बरावली गांव में मेरकाखेत निवासी किरण पुत्र प्रकाश और उसका भतीजा कैलाश पुत्र हुसा गरासिया ने उन्हें रोककर जबरन उन्हें अपने घर ले गए. वहां 3 दिन तक बंधक बनाकर रखा.
इस दौरान कैलाश ने उसके साथ बलात्कार किया. 12 मार्च को आरोपी पीड़िता को उसके घर से थोड़ी दूर पर छोड़कर भाग गया. पीड़िता ने घर पहुंचने पर पीड़िता की हालत देखकर परिजन उसकी उसी दिन उसे सायरा थाने लेकर पहुंचे और परिजनों ने थाने में रिपोर्ट दी. लेकिन पुलिस ने उसे गंभीरता से नहीं लिया. उन्होंने पीड़िता का मेडिकल तक नहीं करवाया और न ही मामले में कोई कार्रवाई की.
वहीं इस पूरे मामले में प्रदेश भाजपा ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर निशाना साध रही है. राजस्थान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट कर इस पूरे मामले की निंदा की है और कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.