जयपुर.जनवरी में आयोजित होने वाले इन्वेस्टर्स समिट 'इन्वेस्ट राजस्थान 2022' का पहला स्थानीय रोड शो दिल्ली में आयोजित हुआ. गहलोत सरकार 60,700 करोड़ रुपये के सम्मति पत्र (MoU) तथा 10,000 करोड़ रुपये के आशय पत्र (एलओआई) हस्ताक्षरित करवाने में सफल रही.
राजस्थान सरकार की उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री शकुंतला रावत (Minister Shakuntala Rawat news) ने कहा कि निवेश राज्य के घीलोठ, भिवाड़ी, नीमराना, जयपुर, उदयपुर, अलवर और कई अन्य जिलों में स्थापित इकाइयों में प्रस्तावित हैं. यहां रीको की ओर से पिछले वर्षों में विशिष्ट सेक्टोरल ज़ोन विकसित किये गए है.
रावत ने कहा कि गहलोत सरकार ने नीति नियामक तंत्र का इस प्रकार सृजन किया है कि राज्य के फ़ोकस सेक्टर्स के विकास को गति दी जा सके. रिप्स (RIPS) 2019 प्रोत्साहन योजना, नया एमइसएमई अधिनियम, एकल खिड़की योजना (सिंगल विंडो सिस्टम) एवं वन स्टॉप शॉप (OSS) हमारी वह पहल है जिन्होंने निवेश की प्रक्रिया को सहज व सरल बनाया है. विशेष तौर पर कुछ अग्रणी निवेश समूहों ने प्रदेश में विशाल परियोजनाएं स्थापित करने की मंशा जताई है. जैसे की रिन्यू पावर ने राज्य के अलग अलग जिलों में 50,000 करोड़ रुपये का निवेश अक्षय ऊर्जा एवं सोलर मॉड्यूल विनिर्माण के लिए प्रस्तावित किया है.
जे. के. लक्ष्मी सीमेंट ने नागौर, उदयपुर एवं अलवर में 4250 करोड़ रुपये का निवेश सीमेंट उत्पादन तथा लाइम स्टोन उत्खनन में प्रस्तावित किया है. वहीं लेन्सकार्ट ने भिवाड़ी में 400 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव रखा है. डाइकिन एयरकंडिशनिंग ने 294 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव, ओकाया ईवी ने 121.36 करोड़ रुपये के निवेश से नीमराना में इलेक्ट्रिक टू-थ्री व्हीलर के उत्पादन एवं एसेंबलिंग इकाई प्रस्तावित की है.
राजस्थान निवेशकों का पसंदीदा राज्य
राजस्थान सरकार के प्रमुख आवासीय आयुक्त एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव समन्वय शुभ्रा सिंह ने कहा कि राजस्थान क्षेत्रफल की दृष्टि से देश का विशालतम राज्य है तथा खनिज एवं अन्य प्राकृतिक संपदा से परिपूर्ण है. पिछले कुछ वर्षों में राज्य में एक सुदृढ़ नीति एवं आधारभूत सुविधा तंत्र विकसित किया गया है जो कि औद्योगिक विकास का कारक बन गया है. राजस्थान निवेशकों का पसंदीदा राज्य बन गया है क्योंकि यहाँ इज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस एवं निवेश सहयोगी नीतिओं का निर्माण किया गया है.
राजस्थान कई बड़े औद्योगिक घरानों, कॉर्पोरेट समूहों और उत्पादन इकाइयों का कर्मस्थल बन गया है, जिन्होंने रीको द्वारा 49000 से ज्यादा एकड़ भूमि पर विकसित 350 विशाल औद्योगिक क्षेत्रों में अपनी इकाइयाँ स्थापित की है। रीको के औद्योगिक क्षेत्रों में 40,000 से ज्यादा इकाइयाँ कार्यरत है एवं लगभग 150 और औद्योगिक क्षेत्रों का विकास हो रहा है। राज्य का लगभग 58% क्षेत्र डीएमआईसी के प्रभाव क्षेत्र में पड़ता है, इसके अतिरिक्त नयी गैस ग्रीड परियोजना 1730 किमी तक फैली हुई है। राज्य में 3 स्पेशल इकनोमिक ज़ोन तथा 9 इन-लैंड कंटेनर डिपो कार्यरत है जो औद्योगिकी विकास को सुदृढ़ कर रहे हैं.
दिल्ली रोड शो का नेतृत्व उद्योग मंत्री रावत ने किया
उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री शकुंतला रावत ने रोड शो (Delhi Road Show) का नेतृत्व किया. इस मौके पर प्रमुख आवासीय आयुक्त व अतिरिक्त मुख्य सचिव समन्वय शुभ्रा सिंह, उद्योग विभाग के सचिव एवं रीको प्रबंध निदेशक आशुतोष ए टी पेडणेकर, राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव भी मौजूद रहे. सीएम गहलोत ने अपने संदेश में कहा कि इन्वेस्ट राजस्थान 2022, राज्य के विकास एवं इसकी जनता की समृद्धि के लिए निजी क्षेत्र से दीर्घकालीन भागीदारी स्थापित करने की हमारी प्रतिबद्धता का साकार रूप है. निवेशकों को किये गए वायदों को पूर्ण करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करने में आपकी भागीदारी आमंत्रित करता हूं.