जयपुर. मोदी सरकार के तीन कृषि कानून वापस लेने की मांग कर रहे किसानों को अन्य संगठनों का भी लगातार समर्थन मिल रहा है. किसानों के समर्थन में कई संगठन लगातार धरना प्रदर्शन कर कृषि कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं. इसी कड़ी में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) द्वारा 16 दिसंबर से किसान बचाओ आंदोलन चलाया जा रहा है.
इस अभियान के तहत सोमवार को एसडीपीआई के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने शहीद स्मारक पर धरना दिया और कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे किसानों को समर्थन दिया. धरने को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा और कृषि कानूनों को किसान विरोधी बताया. वक्ताओं का कहना है कि भाजपा लगातार दावा कर रही है कि इन कृषि कानूनों से किसानों को फायदा होगा. लेकिन असल में यह कानून कॉरपोरेट जगत को फायदा पहुंचाने के लिए लाए गए हैं.
वक्ताओं ने कहा कि किसानों के समर्थन में एसडीपीआई इन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रही है और जब तक इन कानूनों को वापस लेने की घोषणा सरकार नहीं करती, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा.
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संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर देश भर में आंदोलन हो रहे हैं, लेकिन सरकार हठधर्मिता पर अड़ी हुई है. यदि जल्द सरकार ने इन कानूनों को वापस नहीं लिया तो आंदोलन तेज किया जाएगा.