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विधानसभा में गूंजा सांभर झील में पक्षियों की मौत का मामला, भाजपा ने लगाया यह आरोप तो वन मंत्री ने इस तरह दी सफाई

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Published : Feb 11, 2020, 9:58 PM IST

राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को सांभर झील में पक्षियों की मौत का मामला भी गूंजा. प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने सदन में यह मामला उठाते हुए कहा कि झील क्षेत्र में अवैध खनन और प्रदेश सरकार की लापरवाही के चलते सांभर झील पक्षियों की मौत का कब्रगाह बन गई.

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विधानसभा में गूंजा सांभर झील में पक्षियों की मौत का मामला

जयपुर. विधानसभा में वन मंत्री ने सुखराम बिश्नोई ने अवैध खनन के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया. साथ ही यह भी कह डाला कि पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान चंद्रा ग्रुप से एमओयू कर वहां होटल खुलवा दी. जबकि इसके लिए ना तो पर्यावरण विभाग से एनओसी ली ना ही वन विभाग से.

विधानसभा में गूंजा सांभर झील में पक्षियों की मौत का मामला

जवाब में राजेंद्र राठौड़ ने मंत्री से कहा कि आप सरकार में हो. यदि हमने अवैध तरीके से चंद्रा ग्रुप से एमओयू कर होटल खुलवाया तो आप उसकी जांच करवाएं, हम तो यहां बैठे हैं. साथ ही राठौड़ ने आरोप लगाया कि 15 जनवरी को सांभर झील की पैरा फेरी में जो टेंडर किए गए हैं, उन्हें बचाए जाने का काम मंत्री कर रहे हैं. इस दौरान राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि मंत्री जी यह बता दें कि सांभर झील विकास प्राधिकरण बनाएंगे या नहीं और सांभर झील बर्ड सेंचुरी घोषित की जाएगी या नहीं.

यह भी पढ़ेंः राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस के दौरान सदन में हंगामा, विधायक लाहोटी ने दिया ये विवादित बयान

वहीं इस मामले में सदन में वक्तव्य देते हुए वन मंत्री ने कहा कि 22 हजार 976 पक्षियों की इस त्रासदी में मौत हुई है. जबकि 520 पक्षियों को रेस्क्यू के जरिए बचाया गया. वोट बोटूलिज्म बैक्टीरिया के कारण पक्षियों की मौत हुई है और यह बीमारी उत्तरी अमेरिका यूरोप आदि में भी होती है. इस रोग से उन क्षेत्रों में लाखों की संख्या में पक्षी मरती भी हैं.

वहीं मंत्री ने झील क्षेत्र में अवैध रूप से चल रहे खनन और बोरिंगों को भी बंद करवाने की बात कही. मंत्री ने कहा कि हम इस पूरे मामले की भी जांच करवा रहे हैं. सदन में मंत्री के वक्तव्य के दौरान भाजपा विधायक रामलाल शर्मा ने भी सांभर झील में पक्षियों की मौत मामले में सरकार पर कई गंभीर आरोप लगा है.

जयपुर. विधानसभा में वन मंत्री ने सुखराम बिश्नोई ने अवैध खनन के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया. साथ ही यह भी कह डाला कि पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान चंद्रा ग्रुप से एमओयू कर वहां होटल खुलवा दी. जबकि इसके लिए ना तो पर्यावरण विभाग से एनओसी ली ना ही वन विभाग से.

विधानसभा में गूंजा सांभर झील में पक्षियों की मौत का मामला

जवाब में राजेंद्र राठौड़ ने मंत्री से कहा कि आप सरकार में हो. यदि हमने अवैध तरीके से चंद्रा ग्रुप से एमओयू कर होटल खुलवाया तो आप उसकी जांच करवाएं, हम तो यहां बैठे हैं. साथ ही राठौड़ ने आरोप लगाया कि 15 जनवरी को सांभर झील की पैरा फेरी में जो टेंडर किए गए हैं, उन्हें बचाए जाने का काम मंत्री कर रहे हैं. इस दौरान राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि मंत्री जी यह बता दें कि सांभर झील विकास प्राधिकरण बनाएंगे या नहीं और सांभर झील बर्ड सेंचुरी घोषित की जाएगी या नहीं.

यह भी पढ़ेंः राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस के दौरान सदन में हंगामा, विधायक लाहोटी ने दिया ये विवादित बयान

वहीं इस मामले में सदन में वक्तव्य देते हुए वन मंत्री ने कहा कि 22 हजार 976 पक्षियों की इस त्रासदी में मौत हुई है. जबकि 520 पक्षियों को रेस्क्यू के जरिए बचाया गया. वोट बोटूलिज्म बैक्टीरिया के कारण पक्षियों की मौत हुई है और यह बीमारी उत्तरी अमेरिका यूरोप आदि में भी होती है. इस रोग से उन क्षेत्रों में लाखों की संख्या में पक्षी मरती भी हैं.

वहीं मंत्री ने झील क्षेत्र में अवैध रूप से चल रहे खनन और बोरिंगों को भी बंद करवाने की बात कही. मंत्री ने कहा कि हम इस पूरे मामले की भी जांच करवा रहे हैं. सदन में मंत्री के वक्तव्य के दौरान भाजपा विधायक रामलाल शर्मा ने भी सांभर झील में पक्षियों की मौत मामले में सरकार पर कई गंभीर आरोप लगा है.

Intro:विधानसभा में गूंजा सांभर झील में पक्षों की मौत का मामला, भाजपा ने लगाई यह आरोप तो वन मंत्री ने इस तरह दी अपनी सफाई

जयपुर (इंट्रो)
राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को सांभर झील में पक्षियों की मौत का मामला भी गूंजा। प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने सदन में यह मामला उठाते हुए कहां की झील क्षेत्र में अवैध खनन और प्रदेश सरकार की लापरवाही के चलते सांभर झील पक्षियों की मौत का कब्रगाह बन गई। तो वही वन मंत्री ने सुखराम बिश्नोई ने अवैध खनन के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया और साथ ही यह भी कह डाला कि पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान चंद्रा ग्रुप से एमओयू कर वहां होटल खुलवा दी जबकि इसके लिए ना तो पर्यावरण विभाग से एनओसी ली ना ही वन विभाग से।

जवाब में राजेंद्र राठौड़ ने मंत्री से कहा की आप सरकार में हो। यदि हमने अवैध तरीके से चंद्रा ग्रुप से एमओयू कर होटल खुलवाया तो आप उसकी जांच करवाएं हम तो यहां बैठे हैं। साथ ही राठौड़ ने आरोप लगाया कि 15 जनवरी को सांभर झील की पैरा फेरी में जो टेंडर किए गए हैं उन्हें बचाए जाने का काम मंत्री कर रहे हैं। इस दौरान राजेंद्र राठौड़ ने कहां की मंत्री जी यह बता दे कि सांभर झील विकास प्राधिकरण बनाएंगे या नहीं और सांभर झील बर्ड सेंचुरी घोषित की जाएगी या नहीं।

वहीं इस मामले में सदन में वक्तव्य देते हुए वन मंत्री ने कहा 22,976 पक्षियों की इस त्रासदी में मौत हुई है जबकि 520 पक्षियों को रेस्क्यू के जरिए बचाया गया । सुखराम विश्नोई नहीं है अभी कहा की वोट बोटूलिज्म बैक्टीरिया के कारण पक्षियों की मौत हुई है और यह बीमारी उत्तरी अमेरिका यूरोप आदि में भी होती है और इस रोग से उन क्षेत्रों में लाखों की संख्या में पक्षी मरती भी है वही मंत्री ने झील क्षेत्र में अवैध रूप से चल रहे खनन और बोरिंगों को भी बंद करवाने की बात कही। मंत्री ने कहा कि हम इस पूरे प्रकरण की भी जांच करवा रहे हैं। सदन में मंत्री के वक्तव्य के दौरान भाजपा विधायक रामलाल शर्मा ने भी सांभर झील में पक्षियों की मौत मामले में सरकार पर कई गंभीर आरोप लगा है।

बाईट- सुखराम बिश्नोई वन व पर्यावरण मंत्री
बाईट- राजेंद्र राठौड़ उपनेता प्रतिपक्ष

(Edited vo pkg)

Note- इस खबर एडिटेड vo पैकेज बेस्ट के व्हाट्सएप नंबर पर भेजा है वहां से प्राप्त करें और इस खबर में इस्तेमाल करें।


Body:बाईट- सुखराम बिश्नोई वन व पर्यावरण मंत्री
बाईट- राजेंद्र राठौड़ उपनेता प्रतिपक्ष

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