जयपुर. राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट किशनपोल बाजार से शिक्षा संकुल की नई बिल्डिंग में शिफ्ट होने के बाद से ही सीनियर कलाकारों द्वारा बनाई गई कलाकृतियों को भी शिक्षा संकुल स्थित परिसर में लगा दिया गया था. लेकिन अब यह कृतियां अपना सम्मान और पहचान खोती नजर आ रही हैं.
स्थिति यह है कि अनदेखी के चलते इस मूर्ति के पास ही प्रशासन ने गार्डरूम बना दिया है. ऐसे में मूर्ति का डिस्प्ले भी छुप गया है और अब यह एक कोने में नजर आती है. इसी के साथ टैगोर के स्कल्पचर पर एक हाथ भी टूट चुका है. मिली जानकारी के अनुसार आयुक्तलाय में गार्ड रूम तो बना दिया है. लेकिन अब रूम को अवैध बताया जा रहा है.
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इसको लेकर स्टूडेंट्स में भी गुस्सा है. स्टूडेंट्स ने कॉलेज प्रशासन को इस बारे में कई बार अवगत करवाया है. लेकिन अभी तक इस स्कल्पचर को दूसरी जगह पर डिस्प्ले नहीं किया गया है. ऐसा करने से कला का तो अपमान हो ही रहा है. साथ ही टैगोर को भी दरकिनार करने जैसा है. गौरतलब है कि सुमहेन्द्र द्वारा बनाई गई टैगोर एक कृति रविंद्र मंच के एंट्रेंस पर भी डिस्प्ले है.