जयपुर. प्रदेश में चल रहे लॉक डाउन की प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं. ऐसे में लॉक डाउन के दौरान किसी भी व्यक्ति को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो, इसको लेकर लगातार प्रयास जारी है. इस दौरान राहत और बचाव के काम भी सरकार कर रही है.
आपको बता दें कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है, ऐसे में संगठन की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह सरकार के कंधे से कंधा मिलाकर काम करे और लोगों को फायदा पहुंचाए. राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट के दिशा-निर्देशों पर प्रदेश के सातों संभाग में कंट्रोल रूम बनाए गए हैं, जो कांग्रेस पदाधिकारियों के घरों से संचालित हो रहे हैं. सातों संभागों के अलावा राजस्थान का मुख्य कंट्रोल रूम प्रदेश कांग्रेस संगठन महामंत्री के आवास पर महेश शर्मा संचालित कर रहे हैं.
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ऐसे में अब तक प्रदेश कांग्रेस के पास कुल मिलाकर करीब 3 हजार के आसपास शिकायतें इन कंट्रोल रूम पर दर्ज हुई हैं, जिनमें ज्यादातर समस्याएं खाने से जुड़ी हैं. साथ ही कांग्रेस के कंट्रोल रूम पर जो सबसे ज्यादा शिकायतें आ रही थीं, वह हैं प्रवासी राजस्थानियों की. जो राजस्थान के बाहर किसी अन्य प्रदेश में फंसे हुए हैं. उनके वापस आने का कोई रास्ता दिखाई नहीं दे रहा है.
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इसे लेकर डिप्टी सीएम पायलट ने देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र भी लिखा है और पत्र के माध्यम से आग्रह किया है कि प्रवासी राजस्थानियों का ध्यान रखा जाए. वहीं जयपुर में ज्यादातर शिकायतें सेनिटाइजर की उपलब्धता और छिड़काव की है, जिसके लिए नगर निगम को लगातार कहा जा रहा है.
बता दें कि प्रदेश कांग्रेस की ओर से सात संभागों में कंट्रोल रूम बनाया गया है. जो सोशल मीडिया के माध्यम से आपस में जुड़ा हुआ है. सुबह 6 बजे से लेकर रात 12 बजे तक कंट्रोल रूम में कभी भी शिकायत की जा सकती है. इन सातों संभागों पर आई शिकायतों का ब्यौरा मुख्य कंट्रोल रूम पर लिया जाता है.