जयपुर. चिकित्सा विभाग के औषधि विभाग ने बुधवार को जयपुर के सहकारी उपभोक्ता के लगभग 15 मेडिकल स्टोरों पर कार्रवाई की. इस दौरान खाद्य अधिनियम के तहत निर्मित प्रोडक्ट, जिसमें औषधियों के घटक को शामिल किया गया है. उसके लगभग 31 सैंपल को जांच के लिए लिया गया है. इसमें गबाला एम टेबलेट, सोकाब वी टेबलेट, एस जीएम प्लस के नमूने लिए गए हैं.
इसी के साथ औषिधि नियंत्रक अजय फाटक ने राज्य के सभी औषधि नियंत्रण अधिकारी और सहायक औषधि नियंत्रक को अलर्ट नोटिस जारी कर दिया गया है. इसी बीच श्री गंगानगर के सहायक औषधि नियंत्रक द्वारा श्रीगंगानगर में माईविट जीपी 100, माईवीट डी के नमूने भी जांच के लिए शेष मात्रा में जब्त किया गया है. वहीं विभाग द्वारा मंगलवार को नाहरगढ़ रोड़ स्थित फर्म विमल एजेंसी, फर्म गणपति फार्मा डिस्ट्रीब्यूटर्स पर औषधि नियंत्रण विभाग एवं खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा छापा मारा गया था, जिसमें फर्म गणपति फार्मा डिस्ट्रीब्यूटर्स द्वारा अधिकतर खरीदारी हरियाणा स्थित पंचकूला के फर्म विशम लाइफ केअर से की गयी है.
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वहीं जयपुर औषधि विभाग ने पंजाब और हरियाणा के औषधि नियंत्रक को पंचकुला की फर्म पर कार्यवाही करने के लिए सूचित किया है. औषधि विभाग की जांच के दौरान ये भी पाया गया है की फर्म विमल एजेंसी द्वारा जयपुर स्थित सहकारी उपभोक्ता के मेडिकल स्टोर्स पर लगभग 3 करोड़ 78 लाख रुपए की औषधियों और खाद्य का बेचना पाया गया है.