जयपुर. राजस्थान में चुनावी मोड पर आई भाजपा की प्रदेश कोर कमेटी की बैठक अब 18 मई (Meeting of Rajasthan BJP Core Committee) को होगी. कई महीनों के इंतजार के बाद हो रही इस बैठक में संगठनात्मक कार्यक्रमों और आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा होगी. साथ ही प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह की मौजूदगी में होने वाली इस अहम बैठक में सभी खेमों के प्रमुख नेताओं के एक जाजम पर बैठने पर आपसी मनमुटाव को खत्म कर समन्वय स्थापित करने पर भी फोकस रहेगा. बता दें, प्रदेश कोर कमेटी की बैठक जयपुर में होने वाली पार्टी की राष्ट्रीय पदाधिकारियों की अहम बैठक से ठीक 1 दिन पहले की जा रही है.
कोर ग्रुप बैठक में देरी से कई नेता नाराज- पार्टी आलाकमान के निर्देश थे कि प्रदेश में हर महीने कोर कमेटी के सदस्यों की बैठक हो, जिसमें संगठनात्मक कार्यक्रमों के साथ प्रदेश के प्रमुख राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा हो सके. इसके साथ ही बैठक में आगामी रणनीति तय हो सके, लेकिन पिछले कई महीनों से यह बैठक नहीं हो रही है. इससे कोर ग्रुप में शामिल कई नेताओं में नाराजगी भी है. नाराजगी का एक बड़ा कारण यह भी है कि जिन नेताओं को कोर ग्रुप में शामिल किया गया है उनमें से कुछ नेता प्रदेश संगठन की मौजूदा गतिविधियों से पूरी तरह अनभिज्ञ रहते हैं. या फिर उनकी राय या सुझाव के बिना ही प्रदेश में कई संगठनात्मक कार्यक्रम चलते हैं. ऐसे में संभावना यह भी है कि प्रदेश कोर कमेटी की जब बैठक होगी तो उसमें कुछ नेताओं की नाराजगी इस मामले में फूट सकती है.
पहले 15 मई को प्रस्तावित थी बैठक- प्रदेश कोर कमेटी सदस्यों की बैठक पहले 15 मई को प्रस्तावित थी, लेकिन अब 18 मई को प्रदेश भाजपा मुख्यालय में यह बैठक रखी जाएगी. हालांकि, औपचारिक रूप से कोर कमेटी के सदस्यों तक इसकी सूचना नहीं पहुंचाई गई है. लेकिन प्लानिंग यही है कि 18 मई को यहां बैठक हो. माना जा रहा है अगले दो-तीन दिन में बैठक की सूचना सभी सदस्यों तक पहुंचा दी जाएगी.
समय पर बैठक नहीं बुलाने से बढ़ रही थी नेताओं के बीच दूरियां- राजस्थान में बीजेपी विपक्षी दल की भूमिका में है. ऐसे में जरूरी है कि राजस्थान भाजपा से जुड़े सभी प्रमुख नेता एकजुटता के साथ सरकार को घेरने की रणनीति बनाएं और इसके लिए निर्णय भी सामूहिक रूप से लिए जाएं. राजस्थान भाजपा कोर कमेटी में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष से लेकर राजस्थान से आने वाले सभी केंद्रीय मंत्री, राष्ट्रीय पदाधिकारी और प्रदेश के प्रमुख नेता शामिल किए गए. अरुण सिंह ने यह भी निर्देश दिए थे कि हर महीने कोर कमेटी की बैठक कर प्रदेश सरकार को घेरने की रणनीति बने और आगामी कार्यक्रम भी सबकी राय और सुझाव से तय किया जाए. लेकिन, पिछले लंबे समय से कोर कमेटी की बैठक नहीं हुई है. कमेटी में शामिल कई नेता खुद को प्रदेश में होने वाले अहम निर्णय से अलग-थलग समझने लगे.
ये प्रमुख नेता शामिल हैं कोर कमेटी में- प्रदेश कोर कमेटी की बैठक में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, सह प्रभारी भारती बेन शियाल, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, बीजेपी राष्ट्रीय मंत्री अलका सिंह गुर्जर, संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उप नेता राजेंद्र राठौड़, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल, कैलाश चौधरी, भूपेंद्र यादव, सांसद ओम प्रकाश माथुर, कनक मल कटारा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी सहित कुछ प्रमुख नेता शामिल हैं.