जयपुर. आईसीएमआर ने चेतावनी जारी कर कहा है कि अगस्त के अंतिम सप्ताह तक प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण की तीसरी लहर आ सकती है. बताया जा रहा था कि कोविड-19 संक्रमण की तीसरी लहर बच्चों को सबसे अधिक प्रभावित करेगी. दावा किया जा रहा है कि पूरा देश कोरोना की तीसरी लहर की जद में आ सकता है.
आईसीएमआर के डिविजन आफ एपिडेमियोलॉजी एंड कम्युनिकेबल डिजीज विभाग की ओर से अगस्त के अंत तक कोविड-19 संक्रमण के तीसरी लहर की चेतावनी जारी की गई है. प्रदेश की मौजूदा स्थिति की बात की जाए तो फिलहाल कोविड-19 संक्रमण के मामलों में लगातार कमी देखने को मिल रही है. लेकिन जब कोविड-19 संक्रमण की पहली लहर लगभग खत्म होने के करीब थी तब एकाएक दूसरी लहर उठी, जिसके बाद संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी होने लगी थी.
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राजस्थान यूनिवर्सिटी हेल्थ एंड साइंस (आर यू एच एस) अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अजीत सिंह शक्तावत का कहना है कि बीते कुछ समय से संक्रमण के मामलों में कमी हुई है और सरकार की ओर से आरयूएचएस अस्पताल को अभी भी डेडीकेटेड कोविड-19 अस्पताल के रूप में चलाया जा रहा है. ऐसे में फिलहाल अस्पताल में नए एडमिशन की संख्या 10 से भी कम हो चुकी है. लेकिन पोस्ट कोविड बीमारियों से ग्रसित मरीज लगातार अस्पताल में आ रहे हैं. इसके अलावा अस्पताल में कोविड-19 संक्रमण की तीसरी लहर को देखते हुए एक बार फिर से तैयारियां शुरू कर दी गई है और सभी वार्ड आईसीयू और अन्य मेडिकल इक्विपमेंट्स को फिर से तैयार किए जा रहा है.
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हाल ही में राजस्थान में कोरोना के कप्पा वैरीअंट के कुछ मामले देखने को मिले थे जिसके बाद चिकित्सा विभाग में हड़कंप मच गया था. राजस्थान में कोविड-19 के नए वैरीअंट कप्पा से संक्रमित 11 मरीज चिन्हित किए गए थे. यही नहीं यह 11 मरीज राज्य के अलग-अलग जिलों में देखने को मिले थे. जिसके बाद सरकार की ओर से आमजन से यह अनुरोध भी किया गया था कि कोविड-19 संक्रमण की तीसरी लहर का अंदेशा जताया जा रहा है तो ऐसे में कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए जो गाइडलाइन सरकार की ओर से जारी की गई है उसकी पालना करें.