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राजस्थान में ब्यूरोक्रेसी का पोस्टमार्टम, किसको क्या मिला और किसने क्या खोया, यहां जानिए...

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Published : Jul 3, 2020, 11:21 PM IST

Updated : Jul 4, 2020, 2:00 AM IST

गहलोत सरकार में लंबे समय से लोग जिस प्रशासनिक सर्जरी के इंतजार में थे. उसकी सर्जरी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार मध्य रात्रि को 103 IAS अफसरों का तबादला करके कर दिया. इस तबदला सूची उन अफसरों को बदला गया है, जिनकी अपने विभाग के मंत्रियों से पटरी नहीं बैठ रही थी. किसको क्या मिला और किसने क्या खोया, देखिए ये खास रिपोर्ट.

IAS officers transferred in Rajasthan,  Big change in bureaucracy
राजस्थान में ब्यूरोक्रेसी का पोस्टमार्टम

जयपुर. लंबे समय से जिस प्रशासनिक सर्जरी का इंतजार हो रहा था, उसे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार मध्य रात्रि को 103 IAS अफसरों का तबादला करके कर दिया. इसमें सबसे बड़ा सरप्राइजिंग इनाम गृह विभाग का जिम्मा संभाल रहे राजीव स्वरूप को दिया गया. राजीव स्वरूप को प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी का मुखिया यानि मुख्य सचिव बनाया गया है.

हालांकि, पूर्व मुख्य सचिव डीबी गुप्ता को इस तरह से रिटायरमेंट से ठीक दो महीने पहले कार्यमुक्त कर देना भी ब्यूरोक्रेसी में सरप्राइजिंग है. जबकि कोरोना संकट में डीबी गुप्ता की कार्यशैली से सीएम गहलोत काफी प्रभावित भी थे, बावजूद उन्हें सीएस के पद से मुक्त ही नहीं किया गया बल्कि उन्हें आगे क्या जिम्मेदारी दी जाएगी यह भी तय नहीं किया गया. वहीं, इस तबदला सूची में उन अफसरों को बदला गया है, जिनकी अपने विभाग के मंत्रियों से पटरी नहीं बैठ रही थी.

पढ़ें- ब्यूरोक्रेसी में बड़ा बदलाव : राजस्थान में 103 IAS के तबादले, राजीव स्वरूप नए मुख्य सचिव

कोरोना काल में राज्य सरकार ने गुरुवार देर रात को एक आदेश जारी कर 103 IAS अधिकारियों के तबादले कर दिए हैं, जिसमें आईएएस राजीव स्वरूप को प्रदेश का नया मुख्य सचिव बनाया गया है. साथ ही 5 संभागीय आयुक्तों को भी बदला गया है. आदेश के अनुसार कोरोना महामारी में चिकित्सा में अतिरिक्त मुख्य सचिव की कमान संभाल रहे रोहित कुमार सिंह को राज्य का नया गृह सचिव बनाया गया है. साथ ही दिनेश कुमार यादव को ग्रेटर नगर निगम जयपुर आयुक्त नियुक्त किया गया है.

इसके अलावा 18 जिलों के कलेक्टर भी बदले गए हैं. जयपुर जिला कलेक्टर के रूप में अंतर सिंह नेहरा, करौली जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग, कोटा जिला कलेक्टर उज्ज्वल राठौड़, झालावाड़ जिला कलेक्टर निकया गोहाएन, अजमेर जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित और नागौर के जिला कलेक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी बनाए गए हैं.

पढ़ें- राजस्थान में फिर बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, IAS के बाद अब 66 IPS अधिकारी इधर से उधर

वहीं, आबकारी विभाग के आयुक्त की जिम्मेदारी डॉ. जोगाराम को दी गई है. भीलवाड़ा जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने भले ही कोरोना काल में रोल मॉडल के रूप में काम किया हो, लेकिन मीडिया में अपने आप को प्रचारित करने पर सीएम गहलोत ने उनके भी पर काट दिए. इसके आलावा पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह से टकराव के चलते प्रमुख शासन सचिव श्रेया गुहा, खान मंत्री प्रमोद जैन भाया से टकराव के चलते खान निदेशक गौरव गोयल, पंचायती राज एवं एसीएस राजेश्वर सिंह से टकराव के बीच शासन सचिव, पंचायती राज एवं निदेशक आरुषी अजेय मलिक को तबादला का सामना करना पड़ा.

तबादले का यूं समझिए मतलब

  • गहलोत सरकार ने राजीव स्वरूप को सीएस बनाकर दिया सबसे बड़ा सरप्राइजिंग इनाम.
  • रोहित कुमार सिंह को भी गृह एसीएस बनकर मिला कोरोना में किए बेहतर कार्य का रिवार्ड.
  • अखिल अरोड़ा को चिकित्सा का चार्ज देकर बढ़ाया कद. हालांकि, कोरोना काल के दौरान समय मैनेजमेंट और मृत्यु दर कम करना होगी बड़ी चुनौती.
  • सुबोध अग्रवाल को उद्योग से मिली मुक्ति. अब खान जैसे राजस्व वाले विभाग की संभालेंगे बागडोर.
  • आर. वेंकटेश्वरन को अजमेर भेजा गया है. हालांकि, दूर दृष्टि से देखें तो राजस्व मंडल अध्यक्ष सीएस के बाद दूसरी बड़ी पोस्ट मानी जाती रही है. ऐसे इस पोस्टिंग को लेकर भी चर्चाओं का दौर तेज है. वरिष्ठता में दूसरे नम्बर पर आने वाले मुकेश शर्मा 1 वर्ष से ज्यादा समय तक रहे हैं इस पद पर.
  • नरेशपाल गंगवार कृषि देख रहे थे. अब उन्हें उद्योग की मिली बड़ी जिम्मेदारी. टास्क फोर्स में रिपोर्ट बनाकर किया था अच्छा काम. अब ठप पड़े उद्योगों को संजीवनी देना होगा अहम जिम्मा.
  • अश्विनी भगत लंबे अरसे बाद सचिवालय आए हैं. यहां वे ARD का चार्ज संभालेंगे.
  • आलोक गुप्ता के पास देवस्थान के साथ अब पर्यटन भी आया. पर्यटन का बेल आउट पैकेज लागू करना बड़ी चुनौती है.
  • गायत्री राठौड़ अभी आयुर्वेद विभाग में पोस्टेड थी. लेकिन अब सामाजिक न्याय जैसे अहम विभाग का दिया गया है जिम्मा. हालांकि, उनके सामने गुर्जर आरक्षण को सही रूप से लागू कराने में भूमिका निभाने जैसी चुनौतियां भी हैं.
  • जेडीसी से हटाकर टी रविकांत को वित्त सचिव बजट के रूप में अहम पद दिया गया है. ब्यूरोक्रेसी में रविकांत को नियमों-कायदों को लेकर विशेष रूप से पहचाना जाता है. माना जा रहा है उन्हीं के अनुरूप ये पद है. साथ ही वित्त विभाग की अहम कड़ी भी माना जाता है यह पद.
  • हेमंत गेरा से छीना वित्त सचिव बजट का पद. हालांकि, खाद्य सचिव जैसा अहम पद उन्हें दिया गया है. कोरोना काल के दौरान समय पर गरीबों को अनाज की पर्याप्त आपूर्ति कराने जैसा बड़ा जिम्मा होगा.
  • मुग्धा सिन्हा को विज्ञान प्रौद्योगिकी का दे रखा था एकमात्र चार्ज. अब उन्हें कला संस्कृति का भी जिम्मा दिया गया है. विज्ञान प्रौद्योगिकी उनके पास अतिरिक्त चार्ज के रूप में रहेगा.
  • प्रीतम बी यशवंत को दिया जीएडी, मोटर गैराज,सिविल एविएशन, मंत्रिमंडल सचिवालय, चीफ प्रोटोकॉल व महानिदेशक नागरिक उड्डयन का पावरफुल चार्ज. वाणिज्यिक कर आयुक्त जैसे अहम पद से हटने के बाद यशवंत को मिला ये अहम पद.
  • सोमनाथ मिश्रा उदयपुर से जयपुर आए हैं. खनिज विकास निगम लिमिटेड का चार्ज लेकर उन्हें राजधानी का संभागीय आयुक्त बनाया है.
  • जयपुर मेट्रो का चार्ज देख रहे समित शर्मा को सीएम के गृह जिले जोधपुर का संभागीय आयुक्त बनाया गया है.

मंत्रियों से विवाद के चलते ट्रांसफर

  • पर्यटन एवं देवस्थान विभाग की सचिव श्रेया गुहा का तबादला हुआ है. पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह से विवाद चल रहा था. मंत्री विश्वेंद्र सिंह कई बार अधिकारियों के सहयोग नहीं करने का मामला उठा चुके हैं. गुहा को अब वन एवं पर्यावरण विभाग का शासन सचिव बनाया है.
  • खान निदेशक गौरव गोयल का भी तबादला हुआ है. खान मंत्री प्रमोद जैन भाया से चल रहा था विवाद. गौरव गोयल को अब आयुक्त जयपुर विकास प्राधिकरण की जिम्मेदारी दी है.
  • आईएएस आरुषि अजय मलिक को सचिवालय से बाहर भेजा. उन्हें अजमेर के संभागीय आयुक्त की जिम्मेदारी दी गई है. पंचायतीराज विभाग में टकराव बना मुख्य वजह. पंचायतीराज विभाग के एसीएस राजेश्वर सिंह ने पावर कर दिए थे सीज. इसको लेकर दोनों ब्यूरोक्रेट्स में हुआ था टकराव. ये मामला मुख्यमंत्री के स्तर तक पहुंच गया था.

जयपुर. लंबे समय से जिस प्रशासनिक सर्जरी का इंतजार हो रहा था, उसे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार मध्य रात्रि को 103 IAS अफसरों का तबादला करके कर दिया. इसमें सबसे बड़ा सरप्राइजिंग इनाम गृह विभाग का जिम्मा संभाल रहे राजीव स्वरूप को दिया गया. राजीव स्वरूप को प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी का मुखिया यानि मुख्य सचिव बनाया गया है.

हालांकि, पूर्व मुख्य सचिव डीबी गुप्ता को इस तरह से रिटायरमेंट से ठीक दो महीने पहले कार्यमुक्त कर देना भी ब्यूरोक्रेसी में सरप्राइजिंग है. जबकि कोरोना संकट में डीबी गुप्ता की कार्यशैली से सीएम गहलोत काफी प्रभावित भी थे, बावजूद उन्हें सीएस के पद से मुक्त ही नहीं किया गया बल्कि उन्हें आगे क्या जिम्मेदारी दी जाएगी यह भी तय नहीं किया गया. वहीं, इस तबदला सूची में उन अफसरों को बदला गया है, जिनकी अपने विभाग के मंत्रियों से पटरी नहीं बैठ रही थी.

पढ़ें- ब्यूरोक्रेसी में बड़ा बदलाव : राजस्थान में 103 IAS के तबादले, राजीव स्वरूप नए मुख्य सचिव

कोरोना काल में राज्य सरकार ने गुरुवार देर रात को एक आदेश जारी कर 103 IAS अधिकारियों के तबादले कर दिए हैं, जिसमें आईएएस राजीव स्वरूप को प्रदेश का नया मुख्य सचिव बनाया गया है. साथ ही 5 संभागीय आयुक्तों को भी बदला गया है. आदेश के अनुसार कोरोना महामारी में चिकित्सा में अतिरिक्त मुख्य सचिव की कमान संभाल रहे रोहित कुमार सिंह को राज्य का नया गृह सचिव बनाया गया है. साथ ही दिनेश कुमार यादव को ग्रेटर नगर निगम जयपुर आयुक्त नियुक्त किया गया है.

इसके अलावा 18 जिलों के कलेक्टर भी बदले गए हैं. जयपुर जिला कलेक्टर के रूप में अंतर सिंह नेहरा, करौली जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग, कोटा जिला कलेक्टर उज्ज्वल राठौड़, झालावाड़ जिला कलेक्टर निकया गोहाएन, अजमेर जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित और नागौर के जिला कलेक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी बनाए गए हैं.

पढ़ें- राजस्थान में फिर बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, IAS के बाद अब 66 IPS अधिकारी इधर से उधर

वहीं, आबकारी विभाग के आयुक्त की जिम्मेदारी डॉ. जोगाराम को दी गई है. भीलवाड़ा जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने भले ही कोरोना काल में रोल मॉडल के रूप में काम किया हो, लेकिन मीडिया में अपने आप को प्रचारित करने पर सीएम गहलोत ने उनके भी पर काट दिए. इसके आलावा पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह से टकराव के चलते प्रमुख शासन सचिव श्रेया गुहा, खान मंत्री प्रमोद जैन भाया से टकराव के चलते खान निदेशक गौरव गोयल, पंचायती राज एवं एसीएस राजेश्वर सिंह से टकराव के बीच शासन सचिव, पंचायती राज एवं निदेशक आरुषी अजेय मलिक को तबादला का सामना करना पड़ा.

तबादले का यूं समझिए मतलब

  • गहलोत सरकार ने राजीव स्वरूप को सीएस बनाकर दिया सबसे बड़ा सरप्राइजिंग इनाम.
  • रोहित कुमार सिंह को भी गृह एसीएस बनकर मिला कोरोना में किए बेहतर कार्य का रिवार्ड.
  • अखिल अरोड़ा को चिकित्सा का चार्ज देकर बढ़ाया कद. हालांकि, कोरोना काल के दौरान समय मैनेजमेंट और मृत्यु दर कम करना होगी बड़ी चुनौती.
  • सुबोध अग्रवाल को उद्योग से मिली मुक्ति. अब खान जैसे राजस्व वाले विभाग की संभालेंगे बागडोर.
  • आर. वेंकटेश्वरन को अजमेर भेजा गया है. हालांकि, दूर दृष्टि से देखें तो राजस्व मंडल अध्यक्ष सीएस के बाद दूसरी बड़ी पोस्ट मानी जाती रही है. ऐसे इस पोस्टिंग को लेकर भी चर्चाओं का दौर तेज है. वरिष्ठता में दूसरे नम्बर पर आने वाले मुकेश शर्मा 1 वर्ष से ज्यादा समय तक रहे हैं इस पद पर.
  • नरेशपाल गंगवार कृषि देख रहे थे. अब उन्हें उद्योग की मिली बड़ी जिम्मेदारी. टास्क फोर्स में रिपोर्ट बनाकर किया था अच्छा काम. अब ठप पड़े उद्योगों को संजीवनी देना होगा अहम जिम्मा.
  • अश्विनी भगत लंबे अरसे बाद सचिवालय आए हैं. यहां वे ARD का चार्ज संभालेंगे.
  • आलोक गुप्ता के पास देवस्थान के साथ अब पर्यटन भी आया. पर्यटन का बेल आउट पैकेज लागू करना बड़ी चुनौती है.
  • गायत्री राठौड़ अभी आयुर्वेद विभाग में पोस्टेड थी. लेकिन अब सामाजिक न्याय जैसे अहम विभाग का दिया गया है जिम्मा. हालांकि, उनके सामने गुर्जर आरक्षण को सही रूप से लागू कराने में भूमिका निभाने जैसी चुनौतियां भी हैं.
  • जेडीसी से हटाकर टी रविकांत को वित्त सचिव बजट के रूप में अहम पद दिया गया है. ब्यूरोक्रेसी में रविकांत को नियमों-कायदों को लेकर विशेष रूप से पहचाना जाता है. माना जा रहा है उन्हीं के अनुरूप ये पद है. साथ ही वित्त विभाग की अहम कड़ी भी माना जाता है यह पद.
  • हेमंत गेरा से छीना वित्त सचिव बजट का पद. हालांकि, खाद्य सचिव जैसा अहम पद उन्हें दिया गया है. कोरोना काल के दौरान समय पर गरीबों को अनाज की पर्याप्त आपूर्ति कराने जैसा बड़ा जिम्मा होगा.
  • मुग्धा सिन्हा को विज्ञान प्रौद्योगिकी का दे रखा था एकमात्र चार्ज. अब उन्हें कला संस्कृति का भी जिम्मा दिया गया है. विज्ञान प्रौद्योगिकी उनके पास अतिरिक्त चार्ज के रूप में रहेगा.
  • प्रीतम बी यशवंत को दिया जीएडी, मोटर गैराज,सिविल एविएशन, मंत्रिमंडल सचिवालय, चीफ प्रोटोकॉल व महानिदेशक नागरिक उड्डयन का पावरफुल चार्ज. वाणिज्यिक कर आयुक्त जैसे अहम पद से हटने के बाद यशवंत को मिला ये अहम पद.
  • सोमनाथ मिश्रा उदयपुर से जयपुर आए हैं. खनिज विकास निगम लिमिटेड का चार्ज लेकर उन्हें राजधानी का संभागीय आयुक्त बनाया है.
  • जयपुर मेट्रो का चार्ज देख रहे समित शर्मा को सीएम के गृह जिले जोधपुर का संभागीय आयुक्त बनाया गया है.

मंत्रियों से विवाद के चलते ट्रांसफर

  • पर्यटन एवं देवस्थान विभाग की सचिव श्रेया गुहा का तबादला हुआ है. पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह से विवाद चल रहा था. मंत्री विश्वेंद्र सिंह कई बार अधिकारियों के सहयोग नहीं करने का मामला उठा चुके हैं. गुहा को अब वन एवं पर्यावरण विभाग का शासन सचिव बनाया है.
  • खान निदेशक गौरव गोयल का भी तबादला हुआ है. खान मंत्री प्रमोद जैन भाया से चल रहा था विवाद. गौरव गोयल को अब आयुक्त जयपुर विकास प्राधिकरण की जिम्मेदारी दी है.
  • आईएएस आरुषि अजय मलिक को सचिवालय से बाहर भेजा. उन्हें अजमेर के संभागीय आयुक्त की जिम्मेदारी दी गई है. पंचायतीराज विभाग में टकराव बना मुख्य वजह. पंचायतीराज विभाग के एसीएस राजेश्वर सिंह ने पावर कर दिए थे सीज. इसको लेकर दोनों ब्यूरोक्रेट्स में हुआ था टकराव. ये मामला मुख्यमंत्री के स्तर तक पहुंच गया था.
Last Updated : Jul 4, 2020, 2:00 AM IST
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