जयपुर. कोरोना वायरस संक्रमण के बाद देशभर में जारी लॉकडाउन के बीच जयपुर शहर से पलायन के चौथे दिन प्रशासन की तरफ से प्रवासियों के लिए एक उम्मीद नजर आई. जब शहर में लॉकडाउन के फरमान के बाद किसी काम से आए लोग फंस गए और अपने घरों को लौटने का इंतजार करने लगे.
ऐसे लोगों के लिए जयपुर के सिंधी कैंप बस अड्डे से ट्रांसपोर्ट नगर चौराहा, नारायण सिंह सर्किल, आगरा रोड, अजमेर रोड और चौमूं पुलिया पर बसों की व्यवस्था का दावा किया गया है. जैसे ही यह खबर अलग-अलग क्षेत्रों में बसे लोगों तक पहुंची तो उन्होंने सिंधी कैंप पर अपना डेरा जमा लिया और बसों में अपनी बारी का इंतजार करने लगे.
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ऐसे में ईटीवी भारत हालात और प्रशासन की व्यवस्थाएं जानने लोगों से बात करने पहुंचा. बस के इंतजार में बैठे लोगों के चेहरों पर चिंता साफ झलक रही थी. कई लोग परिवारों के साथ आंखों में उम्मीद लिए बैठे थे. छोटे छोटे बच्चे भी बस मां से घर जल्दी पहुंचने की जीद करते दिखे.
बात करने पर लोगों का कहना था कि कोई मेडिकल इमरजेंसी के चलते जयपुर आया था तो कोई रिश्तेदार के यहां दाह संस्कार में भाग लेने पहुंचा था, कोई चूड़ी बेचने वाला है तो कोई ऑफिस के काम से आया और यहीं फंस गया.
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ऐसे में इन लोगों की घर वापसी के लिए कुछ बसों का इंतजाम किया गया ताकि इन्हें सुरक्षित घर पहुंचाया जा सके. इस सिलसिले में एक बार भीड़ जमा होने से प्रशासन के भी हाथ पैर फूल गए. फिर प्रशासन ने सबको सोशल डिस्टेंसिंग का हवाला देते हुए खुद को संक्रमण से दूर रहने की हिदायत दी और बताया कि बेहतर स्वास्थ्य के लिए दूरी बनाकर रखें. अलग-अलग क्षेत्र के लोग एक समूह में इकट्टा होने की जगह एक तरफ जमा हो जाएं ताकि उन्हें आसानी से ट्रांसपोर्ट की सुविधा मिल पाएगी और वह लोग अपने अपने नियत स्थान की ओर रुख कर सकेंगे.