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राजस्थान के पहले ओलंपियन कैप्टन सिरीचंद का हुआ हिप रिप्लेसमेंट, मिल्खा सिंह के साथ किया था देश का प्रतिनिधित्व

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Published : Sep 4, 2020, 4:34 PM IST

राजस्थान के पहले ओलंपियन 88 वर्षीय सिरीचंद राम का हाल ही में हिप रिप्लेसमेंट किया गया है. सर्जरी के बाद अगले ही दिन वह चलने-फिरने भी लग गए हैं. एक निजी अस्पताल में कैप्टन सिरीचंद राम को अत्याधुनिक सीमेंटेड ज्वॉइंट लगाकर हिप रिप्लेसमेंट किया गया.

Hip Replacement of Sirichand Ram, Olympian Sirichand Ram
राजस्थान के पहले ओलंपियन कैप्टन सिरीचंद राम का हुआ हिप रिप्लेसमेंट

जयपुर. राजस्थान के पहले ओलंपियन कैप्टन सिरीचन्द राम 88 वर्ष के हो चुके हैं और हाल ही में उनका हिप रिप्लेसमेंट किया गया है. इस सर्जरी के बाद अगले ही दिन वह चलने फिरने भी लग गए. सिरीचंद राम झुंझुनू जिले के रहने वाले हैं और कई ओलंपिक इवेंट के अंदर उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व भी किया है. एक निजी अस्पताल में कैप्टन सिरीचंद राम को अत्याधुनिक सीमेंटेड ज्वॉइंट लगाकर हिप रिप्लेसमेंट किया गया.

ओलंपियन कैप्टन सिरीचंद राम का हुआ हिप रिप्लेसमेंट

गिरने से टूट गया था कूल्हे का जोड़...

हॉस्पिटल के सीनियर ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. विजय शर्मा ने बताया कि कैप्टन सिरीचंद राम कुर्सी से गिर गए थे, जिसके कारण उनके कूल्हे की हड्डी में फ्रैक्चर हो गया था. उन्हें जब हॉस्पिटल लाया गया तो उन्हें काफी दर्द था. ऐसे में जरूरी जांचें की गईं और उनकी उम्र एवं मेडिकल हिस्ट्री देखते हुए उपचार की रूपरेखा तैयार की गई. प्रोस्टेट कैंसर का ईलाज ले रहे कैप्टन सिरीचंद राम की मिनिमली इंवेसिव तकनीक (छोटे चीरे) द्वारा सर्जरी की गई और उन्हें सीमेंटेड ज्वॉइंट लगाया गया.

सर्जरी में नारायणा हॉस्पिटल के अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. मनीष गुप्ता और डॉ. लक्ष्मीकांत अग्रवाल का सहयोग रहा. डॉ. विजय शर्मा ने बताया कि उम्र अधिक होने के कारण उन्हें सामान्य ज्वॉइंट नहीं लगाया जा सकता था. इसीलिए उन्हें सीमेंटेड ज्वॉइंट लगाया गया, जो उनकी हड्डी पर अच्छी पकड़ कर सके.

मिल्खा सिंह के साथ किया देश का प्रतिनिधित्व...

राजस्थान के झुंझुनू में जन्मे कैप्टन सिरीचंद राम 1956 के मेलबॉर्न ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं और जापान में हुए 1958 के एशियन एथलेटिक्स मीट में देश के लिए गोल्ड मेडल जीत चुके हैं. उन्होंने कई इवेंट्स में मिल्खा सिंह के साथ देश का प्रतिनिधित्व भी किया है और 55 साल की उम्र में वर्ल्ड वैटरन एथलेटिक्स मीट में पांच गोल्ड मेडल भी जीते थे. 1998 में उन्हें अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित भी किया गया था.

जयपुर. राजस्थान के पहले ओलंपियन कैप्टन सिरीचन्द राम 88 वर्ष के हो चुके हैं और हाल ही में उनका हिप रिप्लेसमेंट किया गया है. इस सर्जरी के बाद अगले ही दिन वह चलने फिरने भी लग गए. सिरीचंद राम झुंझुनू जिले के रहने वाले हैं और कई ओलंपिक इवेंट के अंदर उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व भी किया है. एक निजी अस्पताल में कैप्टन सिरीचंद राम को अत्याधुनिक सीमेंटेड ज्वॉइंट लगाकर हिप रिप्लेसमेंट किया गया.

ओलंपियन कैप्टन सिरीचंद राम का हुआ हिप रिप्लेसमेंट

गिरने से टूट गया था कूल्हे का जोड़...

हॉस्पिटल के सीनियर ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. विजय शर्मा ने बताया कि कैप्टन सिरीचंद राम कुर्सी से गिर गए थे, जिसके कारण उनके कूल्हे की हड्डी में फ्रैक्चर हो गया था. उन्हें जब हॉस्पिटल लाया गया तो उन्हें काफी दर्द था. ऐसे में जरूरी जांचें की गईं और उनकी उम्र एवं मेडिकल हिस्ट्री देखते हुए उपचार की रूपरेखा तैयार की गई. प्रोस्टेट कैंसर का ईलाज ले रहे कैप्टन सिरीचंद राम की मिनिमली इंवेसिव तकनीक (छोटे चीरे) द्वारा सर्जरी की गई और उन्हें सीमेंटेड ज्वॉइंट लगाया गया.

सर्जरी में नारायणा हॉस्पिटल के अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. मनीष गुप्ता और डॉ. लक्ष्मीकांत अग्रवाल का सहयोग रहा. डॉ. विजय शर्मा ने बताया कि उम्र अधिक होने के कारण उन्हें सामान्य ज्वॉइंट नहीं लगाया जा सकता था. इसीलिए उन्हें सीमेंटेड ज्वॉइंट लगाया गया, जो उनकी हड्डी पर अच्छी पकड़ कर सके.

मिल्खा सिंह के साथ किया देश का प्रतिनिधित्व...

राजस्थान के झुंझुनू में जन्मे कैप्टन सिरीचंद राम 1956 के मेलबॉर्न ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं और जापान में हुए 1958 के एशियन एथलेटिक्स मीट में देश के लिए गोल्ड मेडल जीत चुके हैं. उन्होंने कई इवेंट्स में मिल्खा सिंह के साथ देश का प्रतिनिधित्व भी किया है और 55 साल की उम्र में वर्ल्ड वैटरन एथलेटिक्स मीट में पांच गोल्ड मेडल भी जीते थे. 1998 में उन्हें अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित भी किया गया था.

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