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राजस्थान में राजनीति के बाद अब बदला मौसम का मिजाज, लोगों के लिए राहत या आफत?

राजस्थान में सियासत के बदलते मिजाज के बाद अब मौसम ने भी करवट बदली है. जहां गुरुवार को विधानसभा सत्र की शुरुआत होने जा रही है. वहीं राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के कई जिलों में झमाझम बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने सभी जिलों में भारी से भारी बारिश की चेतावनी देते हुए रेड अलर्ट जारी किया है.

जयपुर में तेज बारिश, heavy rain in rajasthan
राजस्थान के कई जिलों में बारी बारिश
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Published : Aug 14, 2020, 1:24 PM IST

जयपुर. राजस्थान में राजनीति और मौसम का मिजाज हर गुजरते दिन के साथ बदल रहा है. लम्बे समय से बारिश के इंतजार के बाद गुलाबी नगरी में शुक्रवार को जमकर मेघ बरसे. सुबह से ही मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आया. बीती रात से ही जिले में हल्की बूंदाबांदी शुरू हो गई थी. जो सुबह तक जारी रही. वहीं 9 बजे के बाद हुई मूसालधार बारिश ने पूरे शहर को तर-बतर कर दिया. सड़कें पानी से पूरी तरह से लबालब हो चुकी हैं.

बारिश से शहर के सहकार मार्ग, जेएलएन मार्ग, जगतपुरा, दिल्ली रोड, टोंक रोड, सीकर रोड, सांगानेर, आगरा रोड पर जलभराव हो गया. जिससे आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ा. सुबह-सुबह लोग दफ्तर के लिए निकले, लेकिन तेज बारिश की वजह से उन्हें रास्ते में ही रूकना पड़ा.

गुलाबी नगरी में झमाझम बारिश

प्रदेश में मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो चुका है. मौसम विभाग की मानें तो आगामी तीन-चार दिन तक झमाझम बारिश का दौर जारी रहेगा. मौसम विभाग ने शुक्रवार को प्रदेश के कई जिलों में अत्यधिक भारी बरसात का रेड अलर्ट और 23 जिलों में भारी ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया है. पूर्वी राजस्थान में कई जगहों पर भारी बारिश के चेतावनी दी गई है.

इन जिलों में बारिश की चेतावनी

14 से 17 अगस्त तक अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़ढ़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झालावाड़, झुंझुनूं, करौली, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सीकर, सिरोही, टोंक, उदयपुर, चूरू, नागौर, पाली और जालोर में भारी बारिश हो सकती है.

राजस्थान के कई जिलों में बारी बारिश

यह भी पढ़ें : सीकर के खंडेला में मूसलाधार बारिश, नदी में तब्दील हुईं सड़कें

एक जून से अब तक प्रदेश में 18 प्रतिशत बारिश कम

प्रदेश में एक जून से अब तक 18 प्रतिशत बारिश कम हुई है. मौसम विभाग के अनुसार जून से 13 अगस्त तक प्रदेश में 272.1 मिमी बारिश होनी थी, लेकिन 223.6 मिमी बारिश ही हुई. इसके अलावा 7 से 13 अगस्त के बीच प्रदेश में 36 प्रतिशत अधिक बारिश हुई. इस दौरान 34.6 मिमी बारिश के मुकाबले 46.9 मिमी बारिश हुई. जयपुर में 311.9 बारिश हुई, जो जो सामान्य से सात फीसदी कम है, लेकिन आगामी दिनों में प्रदेश में अगस्त माह में अच्छी बारिश होने का अनुमान है.

राजधानी के शाहपुरा कस्बे में जमकर बरसे बदरा

शाहपुरा समेत आस-पास के इलाकों में शक्रवार को जमकर मेघ बरसे. क्षेत्र के खेत-खलिहान भर गए और नदी नाले बह निकले. देर रात से शुरू हुई बारिश का सिलसिला सुबह 10 बजे तक चला. आसमानी अमृत किसानों के लिए राहत, तो शहरवासियों के लिए आफत बन गई है. करीब छह घण्टे से ज्यादा समय तक हुई बारिश ने प्रशासन के जल निकासी के तमाम दावों की हवा निकाल दी.

गलियों से लेकर मुख्य मार्ग तक पानी ही पानी नजर आया. शहर के डाबर मोहल्ले, देवन रोड, गंगा मार्केट का तो आलम यह था कि सड़कों ने तलैया का रूप ले लिया. दुकानों और मकानों में अंदर तक पानी भर गया. सड़कों पर ऐसा लग रहा था मानों नदी बह रही हो. जमकर हुई बारिश के कारण नगर पालिका क्षेत्र के कई मोहल्लों में एक से दो फीट तक पानी भर गया. जिससे जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हुआ.

बूंदी के केशवरायपाटन में नदियां उफान पर

केशवरायपाटन क्षेत्र के झालीजी का बराना कस्बे से होकर गुजर रही मेज नदी में शुक्रवार को उफान रहा. बीती रात हुई बरसात से नदी में पानी की आवक तेज हो गई. जिससे झालीजी का बराना-गेण्डोली मार्ग अवरुद्ध हो गया. पुलिया पर अलसुबह से एक फिट की चादर चलती रही. जिससे कहीं वाहन चालकों को बेरंग लौटना पड़ा तो कहीं जान जोखिम में डाल लोग पुलिया पार करते नजर आए.

यह भी पढ़ें : देश में बाढ़ से हाहाकार, तेलंगाना, दिल्ली में बारिश से हाल बेहाल

पानी से तर-बतर सीकर

सीकर शहर और आसपास के इलाके में भी शुक्रवार को इंद्रदेव खासे मेहरबान हुए. इलाके में झमाझम बारिश का दौर जारी है. इसके अलावा जिले में भी कई जगह अच्छी बरसात हुई है. इस बारिश से किसानों को काफी फायदा होगा.

खरीफ की फसल में मिलेगा लाभ

जिले में सावन के महीने में अच्छी बरसात के नहीं हुई थी, लेकिन अब अच्छी बरसात होने से खरीफ की फसल को फायदा होगा. इस समय दलहन जैसे मूंग और चवले की फसल में फलिया लगने का समय है, इसलिए उसे ज्यादा बारिश की जरूरत है. इसके अलावा बाजरे की फसल के लिए भी बारिश बहुत फायदेमंद है, क्योंकि बाजरा अभी तक ज्यादा बढ़ा नहीं है और ज्यादा बारिश से ही अच्छी पैदावार होगी.

जयपुर. राजस्थान में राजनीति और मौसम का मिजाज हर गुजरते दिन के साथ बदल रहा है. लम्बे समय से बारिश के इंतजार के बाद गुलाबी नगरी में शुक्रवार को जमकर मेघ बरसे. सुबह से ही मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आया. बीती रात से ही जिले में हल्की बूंदाबांदी शुरू हो गई थी. जो सुबह तक जारी रही. वहीं 9 बजे के बाद हुई मूसालधार बारिश ने पूरे शहर को तर-बतर कर दिया. सड़कें पानी से पूरी तरह से लबालब हो चुकी हैं.

बारिश से शहर के सहकार मार्ग, जेएलएन मार्ग, जगतपुरा, दिल्ली रोड, टोंक रोड, सीकर रोड, सांगानेर, आगरा रोड पर जलभराव हो गया. जिससे आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ा. सुबह-सुबह लोग दफ्तर के लिए निकले, लेकिन तेज बारिश की वजह से उन्हें रास्ते में ही रूकना पड़ा.

गुलाबी नगरी में झमाझम बारिश

प्रदेश में मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो चुका है. मौसम विभाग की मानें तो आगामी तीन-चार दिन तक झमाझम बारिश का दौर जारी रहेगा. मौसम विभाग ने शुक्रवार को प्रदेश के कई जिलों में अत्यधिक भारी बरसात का रेड अलर्ट और 23 जिलों में भारी ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया है. पूर्वी राजस्थान में कई जगहों पर भारी बारिश के चेतावनी दी गई है.

इन जिलों में बारिश की चेतावनी

14 से 17 अगस्त तक अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़ढ़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झालावाड़, झुंझुनूं, करौली, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सीकर, सिरोही, टोंक, उदयपुर, चूरू, नागौर, पाली और जालोर में भारी बारिश हो सकती है.

राजस्थान के कई जिलों में बारी बारिश

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एक जून से अब तक प्रदेश में 18 प्रतिशत बारिश कम

प्रदेश में एक जून से अब तक 18 प्रतिशत बारिश कम हुई है. मौसम विभाग के अनुसार जून से 13 अगस्त तक प्रदेश में 272.1 मिमी बारिश होनी थी, लेकिन 223.6 मिमी बारिश ही हुई. इसके अलावा 7 से 13 अगस्त के बीच प्रदेश में 36 प्रतिशत अधिक बारिश हुई. इस दौरान 34.6 मिमी बारिश के मुकाबले 46.9 मिमी बारिश हुई. जयपुर में 311.9 बारिश हुई, जो जो सामान्य से सात फीसदी कम है, लेकिन आगामी दिनों में प्रदेश में अगस्त माह में अच्छी बारिश होने का अनुमान है.

राजधानी के शाहपुरा कस्बे में जमकर बरसे बदरा

शाहपुरा समेत आस-पास के इलाकों में शक्रवार को जमकर मेघ बरसे. क्षेत्र के खेत-खलिहान भर गए और नदी नाले बह निकले. देर रात से शुरू हुई बारिश का सिलसिला सुबह 10 बजे तक चला. आसमानी अमृत किसानों के लिए राहत, तो शहरवासियों के लिए आफत बन गई है. करीब छह घण्टे से ज्यादा समय तक हुई बारिश ने प्रशासन के जल निकासी के तमाम दावों की हवा निकाल दी.

गलियों से लेकर मुख्य मार्ग तक पानी ही पानी नजर आया. शहर के डाबर मोहल्ले, देवन रोड, गंगा मार्केट का तो आलम यह था कि सड़कों ने तलैया का रूप ले लिया. दुकानों और मकानों में अंदर तक पानी भर गया. सड़कों पर ऐसा लग रहा था मानों नदी बह रही हो. जमकर हुई बारिश के कारण नगर पालिका क्षेत्र के कई मोहल्लों में एक से दो फीट तक पानी भर गया. जिससे जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हुआ.

बूंदी के केशवरायपाटन में नदियां उफान पर

केशवरायपाटन क्षेत्र के झालीजी का बराना कस्बे से होकर गुजर रही मेज नदी में शुक्रवार को उफान रहा. बीती रात हुई बरसात से नदी में पानी की आवक तेज हो गई. जिससे झालीजी का बराना-गेण्डोली मार्ग अवरुद्ध हो गया. पुलिया पर अलसुबह से एक फिट की चादर चलती रही. जिससे कहीं वाहन चालकों को बेरंग लौटना पड़ा तो कहीं जान जोखिम में डाल लोग पुलिया पार करते नजर आए.

यह भी पढ़ें : देश में बाढ़ से हाहाकार, तेलंगाना, दिल्ली में बारिश से हाल बेहाल

पानी से तर-बतर सीकर

सीकर शहर और आसपास के इलाके में भी शुक्रवार को इंद्रदेव खासे मेहरबान हुए. इलाके में झमाझम बारिश का दौर जारी है. इसके अलावा जिले में भी कई जगह अच्छी बरसात हुई है. इस बारिश से किसानों को काफी फायदा होगा.

खरीफ की फसल में मिलेगा लाभ

जिले में सावन के महीने में अच्छी बरसात के नहीं हुई थी, लेकिन अब अच्छी बरसात होने से खरीफ की फसल को फायदा होगा. इस समय दलहन जैसे मूंग और चवले की फसल में फलिया लगने का समय है, इसलिए उसे ज्यादा बारिश की जरूरत है. इसके अलावा बाजरे की फसल के लिए भी बारिश बहुत फायदेमंद है, क्योंकि बाजरा अभी तक ज्यादा बढ़ा नहीं है और ज्यादा बारिश से ही अच्छी पैदावार होगी.

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