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सर्दी में वन्यजीवों को बचाने के लिए नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में किए गए हैं अच्छे इंतजाम...

राजस्थान में कड़ाके की ठंड पड़ना शुरू हो गई है. राजधानी में न्यूनतम पारा 6 डिग्री तक पहुंच गया है. ऐसे में नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के वन्यजीवों को ठंड से बचाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. यहां वन्यजीवों के एंक्लोजर में हीटर लगाए गए हैं. इसके साथ ही वन्यजीवों के पिंजरो में पराल भूसा बिछाने के साथ-साथ बोरिया भी लगाई गई हैं.

Heaters installed in Nahargarh Biological Park,  नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में लगाए गए हीटर, ठंड से बचाव, जयपुर न्यूज, jaipur latest news
नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में वन्यजीवों को ठंड से बचाने के लिए लगाए गए हीटर
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Published : Dec 24, 2019, 8:30 AM IST

जयपुर. प्रदेश में ठंड तेज हो गयी है, जिसके चलते जयपुर का न्यूनतम पारा 6 डिग्री तक पहुंच गया है. ऐसे में नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के वन्यजीवों को ठंड से बचाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. बता दें कि सर्दियों के मौसम के अनुसार वन्यजीवों की डाइट में भी बदलाव किया गया है.

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धुप का आनंद उठाता जंगल का राजा

डाइट में दो बॉईल एग शामिल करने के साथ-साथ चिकन की मात्रा में बढ़ोतरी की गई है. भालू को उबले अंडे के साथ गर्म दूध और पिंड खजूर दिया जा रहा है. शाकाहारी वन्यजीवों को गाजर के साथ दाने की मात्रा में बढ़ोतरी की गई है. इसी के साथ बर्ड्स की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए मेडिसिन दी जा रही है. वही रेप्टाइल प्रजातियों के जानवरों जैसे मगरमच्छ, कछुआ और घड़ियाल के भोजन में कमी की गई है, क्योंकि सर्दियों में इन वन्यजीवों का मेटाबॉलिज्म पचाने की क्षमता कम हो जाती है.

वन्यजीव चिकित्सक डॉक्टर अशोक तंवर ने बताया कि सर्दी तेज हो चुकी है ऐसे में वन्यजीवों को रेस्ट्रोबोल नामक एंटी स्ट्रेस दवाई आती है जो सभी बिग कैट्स को दी जा रही है. इसके अलावा वन्यजीवों को सर्दी से बचाने के लिए सभी वन्यजीवों के एंक्लोजर में हीटर लगाए गए हैं. शाम को 5 बजे से सुबह 9 बजे तक एंक्लोजर में हीटर लगा दिया जाते हैं.

नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में वन्यजीवों को ठंड से बचाने के लिए लगाए गए हीटर

वहीं दिन में सभी वन्यजीवों को बारी-बारी से बाहर छोड़ा जा रहा है ताकि धूप की तपन मिल सके. शुक्रवार को बिग कैट्स का उपवास होता है लेकिन इस दिन भी उन्हें डाइट दी जा रही है. इसके साथ ही बॉयल्ड एग दिए जा रहे हैं. सभी एंक्लोजर के बाहर पर्दे लगाए गए हैं ताकि ठंडी हवा अंदर नहीं जा सके.

नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के एसीएफ जगदीश गुप्ता ने बताया कि सर्दियों के मौसम के अनुसार वन्यजीवों की डाइट में परिवर्तन किया गया है. इसके साथ ही सर्दी से बचाने के लिए वन्यजीवों के लिए विशेष इंतजाम भी किए गए हैं. डाइट में भालू को शहद की मात्रा 100 ग्राम बढ़ा दी गई है, और पिंड खजूर दिया जा रहा है. शक्कर की जगह गुड दिया जा रहा है. रोटी के साथ गर्म दूध और दो अंडे बॉईल करके दिए जा रहे हैं.

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वन्यजीवों को ठंड से बचाने के लिए लगाए गए हीटर

पढ़ें- संसद के बने कानून का विरोध करना है तो पहले मुख्यमंत्री का संवैधानिक पद छोड़े गहलोत: शिवराज सिंह चौहान

लॉयन, पैंथर और टाइगर को दो-दो बॉयल अंडे दिए जा रहे है. सभी वन्यजीवों के पिंजरे में पराल डालना शुरू किया गया है, जिससे वन्यजीवों को थोड़ी गर्माहट महसूस होगी. बड़े वन्यजीवों के पिंजरे में हीटर लगाए गए हैं, ताकि उनको सर्दी से बचाया जा सके. इसके साथ ही पिंजरे के बाहर और अंदर पर्दे लगा दिए गए हैं. ताकि ठंडी हवाओं का वन्यजीवो पर सीधा असर ना पड़े.

जयपुर. प्रदेश में ठंड तेज हो गयी है, जिसके चलते जयपुर का न्यूनतम पारा 6 डिग्री तक पहुंच गया है. ऐसे में नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के वन्यजीवों को ठंड से बचाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. बता दें कि सर्दियों के मौसम के अनुसार वन्यजीवों की डाइट में भी बदलाव किया गया है.

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धुप का आनंद उठाता जंगल का राजा

डाइट में दो बॉईल एग शामिल करने के साथ-साथ चिकन की मात्रा में बढ़ोतरी की गई है. भालू को उबले अंडे के साथ गर्म दूध और पिंड खजूर दिया जा रहा है. शाकाहारी वन्यजीवों को गाजर के साथ दाने की मात्रा में बढ़ोतरी की गई है. इसी के साथ बर्ड्स की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए मेडिसिन दी जा रही है. वही रेप्टाइल प्रजातियों के जानवरों जैसे मगरमच्छ, कछुआ और घड़ियाल के भोजन में कमी की गई है, क्योंकि सर्दियों में इन वन्यजीवों का मेटाबॉलिज्म पचाने की क्षमता कम हो जाती है.

वन्यजीव चिकित्सक डॉक्टर अशोक तंवर ने बताया कि सर्दी तेज हो चुकी है ऐसे में वन्यजीवों को रेस्ट्रोबोल नामक एंटी स्ट्रेस दवाई आती है जो सभी बिग कैट्स को दी जा रही है. इसके अलावा वन्यजीवों को सर्दी से बचाने के लिए सभी वन्यजीवों के एंक्लोजर में हीटर लगाए गए हैं. शाम को 5 बजे से सुबह 9 बजे तक एंक्लोजर में हीटर लगा दिया जाते हैं.

नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में वन्यजीवों को ठंड से बचाने के लिए लगाए गए हीटर

वहीं दिन में सभी वन्यजीवों को बारी-बारी से बाहर छोड़ा जा रहा है ताकि धूप की तपन मिल सके. शुक्रवार को बिग कैट्स का उपवास होता है लेकिन इस दिन भी उन्हें डाइट दी जा रही है. इसके साथ ही बॉयल्ड एग दिए जा रहे हैं. सभी एंक्लोजर के बाहर पर्दे लगाए गए हैं ताकि ठंडी हवा अंदर नहीं जा सके.

नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के एसीएफ जगदीश गुप्ता ने बताया कि सर्दियों के मौसम के अनुसार वन्यजीवों की डाइट में परिवर्तन किया गया है. इसके साथ ही सर्दी से बचाने के लिए वन्यजीवों के लिए विशेष इंतजाम भी किए गए हैं. डाइट में भालू को शहद की मात्रा 100 ग्राम बढ़ा दी गई है, और पिंड खजूर दिया जा रहा है. शक्कर की जगह गुड दिया जा रहा है. रोटी के साथ गर्म दूध और दो अंडे बॉईल करके दिए जा रहे हैं.

Heaters installed in Nahargarh Biological Park,  नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में लगाए गए हीटर, ठंड से बचाव, जयपुर न्यूज, jaipur latest news
वन्यजीवों को ठंड से बचाने के लिए लगाए गए हीटर

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लॉयन, पैंथर और टाइगर को दो-दो बॉयल अंडे दिए जा रहे है. सभी वन्यजीवों के पिंजरे में पराल डालना शुरू किया गया है, जिससे वन्यजीवों को थोड़ी गर्माहट महसूस होगी. बड़े वन्यजीवों के पिंजरे में हीटर लगाए गए हैं, ताकि उनको सर्दी से बचाया जा सके. इसके साथ ही पिंजरे के बाहर और अंदर पर्दे लगा दिए गए हैं. ताकि ठंडी हवाओं का वन्यजीवो पर सीधा असर ना पड़े.

Intro:जयपुर
एंकर- प्रदेश में तेज कड़ाके की ठंड का पड़ना शुरू हो गई है। राजधानी में न्यूनतम पारा 6 डिग्री तक जा पहुंचा है। ऐसे में नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के वन्यजीवों को ठंड से बचाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। यहां वन्यजीवों के एंक्लोजर में हीटर लगाए गए हैं। इसके साथ ही वन्यजीवों के पिंजरो में पराल भूसा बिछाने के साथ-साथ बोरिया भी लगाई गई है।


Body:सर्दियों के मौसम के अनुसार वन्यजीवों की डाइट में भी बदलाव किया गया है। डाइट में दो बॉईल एग शामिल करने के साथ-साथ चिकन की मात्रा में बढ़ोतरी की गई है। भालू को उबले अंडे के साथ गर्म दूध और पिंड खजूर दिया जा रहा है। शाकाहारी वन्यजीवों को गाजर के साथ दाने की मात्रा में बढ़ोतरी की गई है। इसी के साथ बर्ड्स की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए मेडिसिन दी जा रही है। वही रेप्टाइल प्रजातियों के जानवरों जैसे मगरमच्छ, कछुआ और घड़ियाल के भोजन में कमी की गई है। क्योंकि सर्दियों में इन वन्यजीवों का मेटाबॉलिज्म पचाने की क्षमता कम हो जाती है।

वन्यजीव चिकित्सक डॉक्टर अशोक तंवर ने बताया कि सर्दी तेज हो चुकी है ऐसे में वन्यजीवों को रेस्ट्रोबोल नामक एंटी स्ट्रेस दवाई आती है जो सभी बिग कैट्स को दी जा रही है। इसके अलावा वन्यजीवों को सर्दी से बचाने के लिए सभी वन्यजीवों के एंक्लोजर में हीटर लगाए गए हैं। शाम को 5 बजे से सुबह 9 बजे तक एंक्लोजर में हीटर लगा दिया जाते हैं। दिन में सभी वन्यजीवों को बारी-बारी से बाहर छोड़ा जा रहा है ताकि धूप की तपन मिल सके। शुक्रवार को बिग कैट्स का उपवास होता है लेकिन इस दिन भी उन्हें डाइट दी जा रही है। इसके साथ ही बॉयल्ड एग दिए जा रहे हैं। सभी एंक्लोजर के बाहर पर्दे लगाए गए हैं ताकि ठंडी हवा अंदर नहीं जा सके। भालू को गर्म दूध, गुड और पिंड खजूर दिया जा रहा है। इसके साथ शहद की मात्रा बढ़ा दी गई है। शाकाहारी वन्यजीवों के लिए दाल की मात्रा बढ़ाकर गाजर चालू कर दी गई है। वन्यजीवों के लिए फर्श पर कराल बिछा दी गई है ताकि ठंडक नहीं लगे।






Conclusion:नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के एसीएफ जगदीश गुप्ता ने बताया कि सर्दियों के मौसम के अनुसार वन्यजीवों की डाइट में परिवर्तन किया गया है। इसके साथ ही सर्दी से बचाने के लिए वन्यजीवो के लिए विशेष इंतजाम भी किए गए हैं। डाइट में भालू को शहद की मात्रा 100 ग्राम बढ़ा दी गई है, और पिंड खजूर दिया जा रहा है। शक्कर की जगह गुड दिया जा रहा है। रोटी के साथ गर्म दूध और दो अंडे बॉईल करके दिए जा रहे है।
लॉयन, पैंथर और टाइगर को दो-दो बॉयल अंडे दिए जा रहे है। शाकाहारी वन्यजीवों की 100 ग्राम दाल बढ़ाई गई है। इसके अलावा 2 किलो गाजर भी ज्यादा दी जा रही है। सभी वन्यजीवों के पिंजरे में पराल डालना शुरू किया गया है, जिससे वन्यजीवों को थोड़ी गर्माहट महसूस होगी। बड़े वन्यजीवों के पिंजरे में हीटर लगाए गए है। ताकि उनको सर्दी से बचाया जा सके। इसके साथ ही पिंजरा के बाहर और अंदर पर्दे लगा दिए गए है। ताकि ठंडी हवाओ का सीधे वन्यजीवो पर असर ना पड़े।

बाईट- डॉक्टर अशोक तंवर, वन्यजीव चिकित्सक

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