ETV Bharat / city

हाईकोर्ट के खुलने पर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ हुई सुनवाई - ईटीवी भारत हिन्दी न्यूज

ग्रीष्मावकाश के बाद कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच सोमवार को राजस्थान हाईकोर्ट में कामकाज शुरू हुआ. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हाईकोर्ट परिसर में व्यापक प्रबंध किए गए.

jaipur news, राजस्थान हाइकोर्ट, जयपुर न्यूज, Rajasthan High Court
खुल गया राजस्थान हाईकोर्ट...
author img

By

Published : Jun 29, 2020, 9:25 PM IST

जयपुर. ग्रीष्मावकाश के बाद कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच सोमवार को राजस्थान हाईकोर्ट में कामकाज शुरू हुआ. इस दौरान मुख्य न्यायाधीश के साथ अन्य न्यायाधीशों ने मामलों की सुनवाई की.

कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हाईकोर्ट परिसर में व्यापक प्रबंध किए गए. इस दौरान वकील और पक्षकारों को ई-पास के जरिए प्रवेश दिया गया. जिन लोगों के पास नहीं बन सके उनके मौके पर ही पास बनाए गए. वहीं मुख्य बिल्डिंग के प्रवेश द्वार पर सभी लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई. इसके अलावा हर अदालत के बाहर हैंड सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई.

पढ़ेंः राजस्थान हाईकोर्ट सहित प्रदेश की अदालतों में आज से नियमित सुनवाई शुरू

वकीलों में सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए एक कोर्ट रूम के बाद अगले कोर्ट कक्ष को खाली रखकर वेटिंग रूम में बदला गया. इसके अलावा एक साथ सिर्फ 5 वकीलों को ही अंदर जाने की अनुमति देते हुए अदालत कक्ष में कुर्सियों की संख्या सीमित की गई. दूसरी ओर निचली अदालत में वकीलों की संख्या और अदालत कक्ष के छोटे आकार के चलते सोशल डिस्टेंसिंग नहीं रह सकी.

जयपुर. ग्रीष्मावकाश के बाद कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच सोमवार को राजस्थान हाईकोर्ट में कामकाज शुरू हुआ. इस दौरान मुख्य न्यायाधीश के साथ अन्य न्यायाधीशों ने मामलों की सुनवाई की.

कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हाईकोर्ट परिसर में व्यापक प्रबंध किए गए. इस दौरान वकील और पक्षकारों को ई-पास के जरिए प्रवेश दिया गया. जिन लोगों के पास नहीं बन सके उनके मौके पर ही पास बनाए गए. वहीं मुख्य बिल्डिंग के प्रवेश द्वार पर सभी लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई. इसके अलावा हर अदालत के बाहर हैंड सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई.

पढ़ेंः राजस्थान हाईकोर्ट सहित प्रदेश की अदालतों में आज से नियमित सुनवाई शुरू

वकीलों में सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए एक कोर्ट रूम के बाद अगले कोर्ट कक्ष को खाली रखकर वेटिंग रूम में बदला गया. इसके अलावा एक साथ सिर्फ 5 वकीलों को ही अंदर जाने की अनुमति देते हुए अदालत कक्ष में कुर्सियों की संख्या सीमित की गई. दूसरी ओर निचली अदालत में वकीलों की संख्या और अदालत कक्ष के छोटे आकार के चलते सोशल डिस्टेंसिंग नहीं रह सकी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.