जयपुर. सती मामलों की विशेष अदालत दिवराला गांव में 32 साल पहले सती हुई रूपकंवर की महिमा मंडन के मामले में अभियोजन पक्ष के लंबित प्रार्थना पत्र पर 11 सितंबर को सुनवाई करेगी.
प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि अभियोजन पक्ष को प्रकरण में कुछ साक्ष्य अदालत के समक्ष पेश करने हैं. ऐसे में अदालत की ओर से साक्ष्य पेश करने की अनुमति दी जाए. मामले के अनुसार जयपुर में रहने वाली 18 वर्षीय रूप कंवर का विवाह सीकर के दिवराला में मालसिंह के साथ हुआ था.
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विवाह के सात माह बाद ही गंभीर बीमारी से मालसिंह की मौत हो गई थी. वहीं 4 सितंबर 1987 को रूपकंवर मालसिंह के साथ सती हो गई. इस दौरान गांव में काफी लोग एकत्रित हो गए. पुलिस की ओर से आरोपी बनाए गए लोगों पर आरोप था कि उन्होंने सती का महिमा मंडन किया.
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मामले में विशेष अदालत ने 31 जनवरी 2004 को 11 आरोपियों को बरी किया था. जबकि आरोपी श्रवणसिंह, महेन्द्र सिंह, निहाल सिंह, जितेन्द्र सिंह, उदयसिंह, नारायण सिंह, भंवरसिंह और दशरथ सिंह के खिलाफ मामला लंबित चल रहा है.