जयपुर. राजस्थान विधानसभा में बुधवार को चिकित्सा एवं लोक स्वास्थ्य और सफाई (चिकित्सा शिक्षा) की अनुदान मांगे पारित की गई. इस दौरान चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि राजस्थान में पिछली सरकार द्वारा पीपीपी मोड पर दिए गए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को हमारी सरकार आगे रिन्यू नहीं करेगी, बल्कि स्वयं ही संचालित करेगी. साथ ही जिन 15 जिलों में मेडिकल कॉलेज के निर्माण का काम हमने शुरु किया है, उसका लोकार्पण भी हमारी गहलोत सरकार ही करेगी.
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि भाजपा के विधायक कहते हैं कि केंद्र के मोदी सरकार ने राजस्थान को 15 सरकारी कॉलेज दिए, लेकिन मैं उन्हें बताना चाहता हूं और भी प्रदेश है, जहां सरकारी कॉलेजों की घोषणा की गई. वहां क्या हालात हैं, यह भी बीजेपी के विधायक जान लें. स्थिति यह है कि प्रदेश सरकार ने जो भी प्रस्ताव दिया, उसे केंद्र सरकार ने तुरंत स्वीकार कर लिया, क्योंकि मेडिकल कॉलेज लेने के लिए और कोई प्रदेश आगे आ ही नहीं रहे थे.
चिकित्सा मंत्री के अनुसार मेडिकल कॉलेज के लिए राजस्थान सरकार को अपने हिस्से का पैसा भी खर्च करना पड़ेगा और उसके लिए प्रदेश की गहलोत सरकार ने तमाम इंतजाम कर लिए हैं, जिन जिलों में कॉलेज खोला जाना है, वहां पर जमीनों की इंतजाम के साथ ही डीपीआर बनाने तक के काम कई जगह शुरू कर दिए गए हैं.
पीपीपी मोड पर पीएचसी रिन्यू नहीं करेंगे
अनुदान मांगों पर बोलते हुए चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि पिछली भाजपा सरकार ने प्रदेश में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी कई जगह पीपीपी मोड पर संचालित करने के लिए दे दिए, जबकि हमारी सरकार ऐसा नहीं करेगी, बल्कि पीपीपी मोड की अवधि पूर्ण होने के बाद उन्हें आगे रिन्यू नहीं करेगी, बल्कि स्वयं ही संचालित करेगी.
पूर्व मंत्री कालीचरण सराफ के सवालों का दिया जवाब
सदन में अनुदान मांगों पर बोलते हुए जो सवाल पूर्व चिकित्सा मंत्री और भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने खड़े किए थे, उसका भी चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने बखूबी जवाब दिया. खासतौर पर जयपुरिया अस्पताल में सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की सेवा को लेकर रघु शर्मा ने कहा कि जब यह सेवा शुरू की गई थी, तब आप स्वयं मंत्री थे, लेकिन जो सुपर स्पेशलिस्ट सेवाओं का काम था वह एसएमएस के लिए था. जयपुरिया के लिए नहीं, जहां तक जयपुरिया अस्पताल में बीपीएल व अन्य के लिए सीटी स्कैन एमआरआई की सेवाएं को लेकर आप कई दिनों की वेटिंग का सवाल कर रहे हैं. ऐसा कुछ नहीं है, वहां जांच में कोई वेटिंग लिस्ट नहीं है.
राजस्थान में सबसे कम दरों पर निजी अस्पताल में कोरोना की जांच
अपने संबोधन में चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कोरोना का हाल में किए गए सरकार के कार्यों को भी गिनाया और यह भी कहा कि आज पूरे देश में राजस्थान ही ऐसा प्रदेश है. जहां निजी अस्पतालों में सबसे कम 500 में कोरोना की जांच होती है. रघु शर्मा ने यह भी कहा जब राजस्थान में पिछले साल मार्च में कोरोना का पहला केस आया था, तब हमारी सरकार ने तय किया था कि इसकी जांच के लिए हम दूसरे राज्यों पर निर्भर नहीं रहेंगे और आज राजस्थान में 70000 जांचें प्रतिदिन कोरोना की हो रही है, वह भी सभी जिला मुख्यालय अस्पतालों में. रघु शर्मा ने कहा देश में राजस्थान और तमिलनाडु भी ऐसे प्रदेश हैं, जो कोरोना की सबसे विश्वसनीय जांच आरटीपीसीआर टेस्ट कर रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर साधा निशाना
अपने संबोधन में चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना काल में कहा था कि थाली बजाओ, ताली बजाओ और दीया लगाओ, लेकिन हमारे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जन जागृति फैलाओ और हमने वही किया. ना केवल घर-घर जाकर कोरोना के प्रति जन जागृति फैलाई, पोस्टर लगाए, बल्कि राजस्थान में मुंह पर मास्क लगाने को लेकर कानून में सख्ती तक कर डाली.