जयपुर. मुख्यमंत्री निशुल्क निरोगी राजस्थान योजना प्रदेशवासियों के स्वास्थ्य के लिए क्रांतिकारी योजना है. ये कहना है प्रदेश के चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा का. चिकित्सा मंत्री ने प्रदेश के सभी स्वास्थ्य कार्मिकों, मेडिकल, पैरामेडिकल और संबंधित कार्मिकों को योजना के सफल क्रियान्वयन में भागीदार बनने का आह्वान (Health Minister on Nirogi Rajasthan scheme) किया.
स्वास्थ्य मंत्री ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य, अधीक्षक और संबंधित अधिकारियों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि वर्ष 2011 में जब मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना का आगाज हुआ था, तब लोगों को इसके सफल होने पर आशंकाएं थी. चिकित्सा कार्मिकों के सहयोग से ये योजना आज देश भर के लिए मिसाल बन चुकी है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री निशुल्क निरोगी राजस्थान योजना का अभी ट्रायल चल रहा है, चिकित्सा कार्मिक यदि पूरे मनोयोग से सहयोग करेंगे, तो प्रदेश एक बार फिर चिकित्सा के क्षेत्र में इबारत गढ़ेगा.
परसादी लाल मीणा ने निर्देशित किया कि प्रदेश के सभी चिकित्सा संस्थानों में आईपीडी, ओपीडी की दवाएं और जांचें निशुल्क उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए. आईपीडी में भर्ती मरीज के लिए बेड साइड ऐसा सिस्टम विकसित करें ताकि उन्हें दवा की पर्ची ही ना दी जाए. ओपीडी में आने वाले मरीज को भी संस्थान में उपलब्ध दवाई ही लिखी जाए. उन्होंने कहा कि दवाएं उपलब्ध ना होने पर वैकल्पिक दवा लिखकर जरूरतमंदों की मदद की जा सकती है.
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वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मंत्री के साथ मौजूद रहे मेडिकल शिक्षा प्रमुख शासन सचिव वैभव गालरिया ने कहा कि अप्रैल माह तक प्रदेश में ट्रायल चल रहा है. 1 मई से प्रदेशभर में योजना विधिवत शुरू हो (Nirogi Rajasthan scheme to launch on 1st May)जाएगी. ऐसे में चिकित्सक आमजन को योजना के अनुरूप चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि एसेंशियल ड्रग लिस्ट के अलावा दवाओं की जरूरत होने पर अधिकारीगण आरएमएससीएल या फिर नियमानुसार रेट कॉन्ट्रैक्ट कर दवा खरीद सकते हैं.
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उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र से भी आवश्यकतानुसार दवाओं को क्रय किया जा सकता है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान उदयपुर, अजमेर, कोटा, बीकानेर और अन्य मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्यों से इस महत्वाकांक्षी योजना पर बनाई कार्ययोजना पर चर्चा की गई. इस दौरान एसएमएस अस्पताल के डॉ अमरजीत सिंह मेहता ने योजना के तहत किए जा रहे कार्यों को भी पीपीटी के माध्यम से बताया. उन्होंने योजना को प्रभावी रूप से क्रियान्वयन किए जाने के लिए भी आश्वस्त किया.