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RAS भर्ती परीक्षा के इंटरव्यू में अधिक अंक दिलाने के नाम पर रिश्वत लेने वाले तीनों आरोपियों की जमानत खारिज - Jodhpur news

RAS भर्ती परीक्षा 2018 में इंटरव्यू में अधिक अंक दिलाने मामले में हाईकोर्ट ने गिरफ्तार तीनों आरोपियों की जमानत याचिका खारिज कर दी है. वहीं इस मामले में जोधपुर जिला प्रमुख पूनाराम चौधरी पुलिस की गिरफ्त से दूर है.

RAS Exam 2018, jodhpur news
RAS भर्ती परीक्षा 2018 मामले में गिरफ्तार आरोपियों की जमानत खारिज
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Published : Aug 5, 2021, 8:46 PM IST

Updated : Aug 5, 2021, 8:56 PM IST

जोधपुर. RAS भर्ती परीक्षा 2018 में इंटरव्यू में 70 अंक दिलाने के लिए 20 लाख रुपए की रिश्वत देने के मामले में जोधपुर के निवर्तमान जिला प्रमुख पूनाराम चौधरी का नाम सामने आया है. जिसके बाद एक सप्ताह बाद भी चौधरी अभी एसीबी की पहुंच से दूर है. इस बीच गुरुवार को न्यायालय ने मामले में गिरफ्तार आरोपी जोगाराम, ठाकराराम और किसनाराम की जमानत खारिज कर दी है.

एसीबी मुख्यालय ने प्रकरण की जांच बाड़मेर एसीबी को सौंप दी है. अब बाड़मेर एसीबी के अधिकारी इस प्रकरण मे अगली कार्रवाई करेंगे. सूत्रों की माने तो इस प्रकरण में आने वाले दिनों में आरएएस परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थी हरीश सारण से पूछताछ कर सकती है. साथ ही भाजपा नेता और जोधपुर के निर्वतमान जिला प्रमुख पूनाराम चौधरी के मार्फत आरपीएससी तक पहुंचने की कवायद रहेगी. सबसे बड़ा सवाल इस बात का ही बना हुआ है कि आखिरकार इस मामले में 20 लाख रुपए लेने के वाल दलाल किसनाराम की RPSC तक पहुंच किसके मार्फत है.

यह भी पढ़ें. RAS इंटरव्यू- 2018 मामलाः WhatsApp चैट के जरिए दलाल और RPSC के बीच की कड़ी जोड़ने में जुटी ACB

इन सबकी आपसी व्हाट्सएप चैट में ही पूनाराम चौधरी का नाम आया है. जिसके चलते एसीबी की टीमें चौधरी से पूछताछ करना चाह रही थी लेकिन चौधरी संभवत भूमिगत हो गए. जिसके चलते जोधपुर से कार्रवाई करने वाली टीम इसमें सफल नहीं हुई.

अब जांच बाड़मेर एसीबी के पास चली गई है. जिससे पूनाराम को थोड़ी राहत मिली है वरना जोधपुर से कार्रवाई करने वाली टीम पहले दौर पूनाराम चौधरी के खिलाफ कार्रवाई करती. उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह ही जोधपुर एसीबी की टीम ने बाड़मेर जाते तीनों आरोपियों को कल्याणपुर में रोककर गाड़ी की तलाशी ली. जिसमें रिश्वत की राशि बरामद की थी.

जोधपुर. RAS भर्ती परीक्षा 2018 में इंटरव्यू में 70 अंक दिलाने के लिए 20 लाख रुपए की रिश्वत देने के मामले में जोधपुर के निवर्तमान जिला प्रमुख पूनाराम चौधरी का नाम सामने आया है. जिसके बाद एक सप्ताह बाद भी चौधरी अभी एसीबी की पहुंच से दूर है. इस बीच गुरुवार को न्यायालय ने मामले में गिरफ्तार आरोपी जोगाराम, ठाकराराम और किसनाराम की जमानत खारिज कर दी है.

एसीबी मुख्यालय ने प्रकरण की जांच बाड़मेर एसीबी को सौंप दी है. अब बाड़मेर एसीबी के अधिकारी इस प्रकरण मे अगली कार्रवाई करेंगे. सूत्रों की माने तो इस प्रकरण में आने वाले दिनों में आरएएस परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थी हरीश सारण से पूछताछ कर सकती है. साथ ही भाजपा नेता और जोधपुर के निर्वतमान जिला प्रमुख पूनाराम चौधरी के मार्फत आरपीएससी तक पहुंचने की कवायद रहेगी. सबसे बड़ा सवाल इस बात का ही बना हुआ है कि आखिरकार इस मामले में 20 लाख रुपए लेने के वाल दलाल किसनाराम की RPSC तक पहुंच किसके मार्फत है.

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इन सबकी आपसी व्हाट्सएप चैट में ही पूनाराम चौधरी का नाम आया है. जिसके चलते एसीबी की टीमें चौधरी से पूछताछ करना चाह रही थी लेकिन चौधरी संभवत भूमिगत हो गए. जिसके चलते जोधपुर से कार्रवाई करने वाली टीम इसमें सफल नहीं हुई.

अब जांच बाड़मेर एसीबी के पास चली गई है. जिससे पूनाराम को थोड़ी राहत मिली है वरना जोधपुर से कार्रवाई करने वाली टीम पहले दौर पूनाराम चौधरी के खिलाफ कार्रवाई करती. उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह ही जोधपुर एसीबी की टीम ने बाड़मेर जाते तीनों आरोपियों को कल्याणपुर में रोककर गाड़ी की तलाशी ली. जिसमें रिश्वत की राशि बरामद की थी.

Last Updated : Aug 5, 2021, 8:56 PM IST
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