जयपुर. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने सोमवार को संसद में भारत सरकार के कृषि कानूनों को रद्द करने पर कहा कि यह किसानों की जीत है. सांसद ने कहा कि लंबे संघर्ष और 700 किसानों की शहादत के बाद केंद्र सरकार झुक गई.
एनडीए में शामिल होने के सवाल पर बेनीवाल (Hanuman Beniwal not ready to support NDA) ने मीडिया से कहा कि अभी उनका ऐसा कोई इरादा नहीं है. उन्होंने कहा कि काश समय रहते सरकार संज्ञान लेती, तो किसानों को शहादत नहीं देनी पड़ती. तपती धूप, कड़ाके की ठंड और बारिश के दौर में भी किसान डटे रहे. एनडीए का सहयोगी दल होने के बावजूद आरएलपी ने सत्ता को ठोकर मारकर किसानों का साथ दिया.
सांसद ने कहा जिन किसानों ने आंदोलन में शहादत दी उनके परिजनों को आर्थिक पैकेज भी मोदी सरकार को देना चाहिए. साथ ही किसानों पर आंदोलन में दर्ज मुकदमों को वापिस लेने की मांग की. उन्होंने एमएसपी पर जल्द से जल्द कानून बनाने की भी मांग की है.
संसद भवन के बाहर एनडीए में वापस शामिल होने से जुड़े पत्रकारों के एक सवाल का जवाब देते हुए सांसद बेनीवाल ने कहा कि अभी एनडीए में जाने उनका कोई मन नहीं है.