जयपुर. अलवर में सिख समाज के पूर्व ग्रंथि के केश काटने के मामले में पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने एक बड़ा बयान दिया है. आहूजा ने कहा कि हरियाणा के मेवात की तरह राजस्थान के मेवात को हिंदू विहीन नहीं होने देंगे. आहूजा ने कहा (Controversial speech of Gyandev Ahuja) कि कन्हैया की गर्दन कटी लेकिन यहां किसी की गर्दन नहीं कटने देंगे क्योंकि हम तो खुद गर्दन काटने वालों में से हैं लेकिन हमने इस मामले को कानून का सौंप दिया है.
शुक्रवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय आए ज्ञानदेव आहूजा ने अलवर के रामगढ़ में हुई सिख धर्म के पूर्व ग्रन्थि के केश काटने की घटना को गंभीर बताया. उन्होंने कहा कि इससे क्षेत्र के समस्त हिंदू और सनातनी धर्म को मानने वाले लोगों में आक्रोश है. आहूजा ने कहा ये अराजक तत्व चाहते हैं कि हरियाणा के मेवात में जिस तरह 104 गांव को हिंदू विहीन कर दिया वैसा ही यहां पर भी कर दें लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे. सारे सनातन धर्मी इसके लिए एकजुट होकर लड़ेंगे. आहूजा ने कहा कि प्रदेश में जिस प्रकार की घटनाएं हो रही हैं उसके बाद सभी सनातन धर्म के लोग अब एकजुट हो रहे हैं.
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पूनिया ने घटना को बताया दुर्भाग्यपूर्ण, सीएम गहलोत को ठहराया जिम्मेदार
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने इस मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा है. पूनिया ने कहा कि जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आती है तब मेवात अपराधियों की शरण स्थली बन जाता है. पूनिया के अनुसार यहां साइबर क्राइम से लेकर विभिन्न किस्म के अपराध तेजी से पनपते हैं. पूनिया ने कहा कि अपराधियों को लगता है कि हम कांग्रेस पार्टी के संरक्षण में सुरक्षित हैं और अपराध बढ़ता है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के अनुसार अब राजस्थान में पीएफआई का इस प्रकार की घटनाओं में दखल और नेटवर्क भी साबित हो चुका है. उदयपुर की घटना में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) जांच कर रही है जिसमें कई और महत्वपूर्ण तथ्य भी सामने आएंगे.